एप से लगेगी फील्ड कर्मचारियों की निगरानी और हाजिरी सीएसआर फंड से अहमदाबाद की कंपनी ने तैयार किया एप

वाराणसी (ब्यूरो)नगर निगम की तमाम कवायद और कोशिशों के बावजूद दुनिया की धार्मिक राजधानी पूरी तरह से गंदगी से मुक्त नहीं करा पा रही है। बनारस की गलियां, मुहल्ले, वार्ड, कॉलोनी और मार्केट को साफ करने के लिए रोजाना हजारों सफाई कर्मचारी काम करते हैं, लेकिन तब भी गंदगी की शिकायतें आती रहती हैं। इसकी वजह लोगों द्वारा गंदगी फैलाना है। इससे निपटने के लिए नगर निगम ने 311 स्मार्ट काशी मोबाइल एप लांच तैयार कराया है। एक हफ्ते में इसे लांच कर दिया जाएगा। इसके लांच होते ही फील्ड में सेवा देने वाले सफाईकर्मी, कर अधीक्षक व सुपरवाइजरों की निगरानी की जाएगी। साथ ही गंदगी फैलाने वालों पर नजर रखी जाएगी.

मिल रही सुविधाओं की निगरानी

311 स्मार्ट काशी मोबाइल एप से नगर निगम में मोबाइल एप पर मिल रही सुविधाओं की निगरानी होगी। एचडीएफसी बैंक के सहयोग से नगर निगम ने इसे अहमदाबाद की मेसर्स सिविक्स साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड से तैयार कराया है। 311 स्मार्ट काशी मोबाइल एप पर वाराणसी नगर निगम का इतिहास, काशी की ऐतिहासिक व सांस्कृतिक महत्व की सटिक जानकारियां होंगी। इस पर सभी क्षेत्रों के सफाई से जुड़े इंस्पेक्टरों का बीट चार्ट होगा। निगरानी करने वाले सभी अफसरों की लाग इन व आईडी पासवर्ड होगी। सफाई इंस्पेक्टर इस एप के जरिए रोजाना सफाईकर्मियों की हाजिरी भर देंगे।

एप की मदद से वसूला जाएगा जुर्माना

रोजाना बनारस की एक-एक गली, मुहल्ला, वार्ड, कालोनी और मार्केट में सफाई की जाती है। इसके बाद भी गंदगी की शिकायतें कम नहीं होती हैं। यानी लोग गंदगी फैलाने में पीछे नहीं हैं। वे कहीं केले का छिलका फेंक देते हैं, तो कहीं पान और गुटका खाकर थूक देते हैं। जहग-जगह डस्टबिन होने के बाद भी लोग इसका इस्तेमाल नहीं करते। इस एप से ऐसे लोगों पर नजर रखी जाएगी। साथ ही उनसे जुर्माना वसूला जाएगा.

इंदौर, भोपाल, सूरत, लखनऊ व महाराष्ट्र के नगर निगमों में इस एप के जरिए नगरीय सुविधाओं की निगरानी हो रही है। यहां भी इसे बहुत जल्द ही लांच किया जाएगा.

- प्रणय सिंह, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive