आधे-अधूरे नंबर प्लेट को 'ग्रीन सिग्नलÓ
वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस में इन दिनों कमोबेश हर चौराहे पर दिनभर में अमानक नंबर प्लेट लगे हजारों की तादात में दोपहिया, चारपहिया, ऑटोरिक्शा व ईरिक्शा गुजरते हैैं। इन पर यातायात विभाग के कर्मचारियों की नजर नहीं पड़ती है। आधे, टूटे, नंबर मिटे आदि नंबर प्लेट के वाहन के गुजरने से एक ओर जहां ट्रैफिक रूल्स का वायलेशन होता है। वहीं, आपराधिक व असामाजिक तत्वों द्वारा किसी गैर क़ानूनी गतिविधियों का भी भय बना रहता है। वह इसलिए कि आधे-अधूरे नंबर प्लेट के वाहन को ट्रेस करना मुश्किल होता है। कई बार तो अधूरी डिटेल्स से यातायात नियमों की अनदेखी करने पर वे कार्रवाई से भी बच निकलते हैं.
ट्रैफिक रूल्स का वायलेशनशहर के मलदहिया, तेलियाबाग, आंध्रा पुल, लंका, चौकाघाट, महमूरगंज, रथयात्रा, कमच्छा और सिगरा समेत दो दर्जन से अधिक ट्रैफिक बूथों से लापरवाह वाहन चालकों को गुजरते हु आसानी से देखा जा सकता है। प्लेट पर नंबर मिटे-घिसे और टूटे वाहनों में सबसे अधिक नंबर प्लेट के केस बाइक व स्कूटी आदि में देखने को मिलते हैैं। तो वहीं। चारपहिया और भारी वाहन भी कम नहीं है। इन वाहनों के चालक बेखौफ शहर की सड़कों पर फर्राटा भरते मिल जाएंगे।
युवा के जिम्मेदार भी लापरवाहआंध्रा पुल टै्रफिक चौराहे और कैंट स्टेशन व रोडवेज रोड पर रविवार को दोपहर व शाम तक ऐसे दो दर्जन से अधिक वाहन दौड़ते मिले। जिनके नंबर प्लेट अमानक लगे हुए थे। ऐसे वाहन चालकों में युवाओं की तादात सबसे अधिक रही। तो वहीं, बड़े व जिम्मेदार भी यातायात नियमों की अनदेखी में पीछे नहीं रहे।
अक्टूबर में की गई कार्रवाई यातायात विभाग- 14799 जिला पुलिस द्वारा- 7100 बंपर कमाई, बेखौफ सफर ट्रैफिक नियम तोडऩे वालों के खिलाफ कार्रवाई में वाराणसी ट्रैफिक पुलिस सूबे में टॉप पोजिशन में चल रही है। इससे हर साल यातायात पुलिस की कमाई का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। लोग जुर्माना भरते हुए फर्राटा भरने में अपनी शान समझ रहे हैं। लिहाजा, रोड पर यातायात नियमों को तोडऩे वालों की संख्या रोजाना सैकड़ों में है. महिलाएं-युवतियां भी आगेशहर में महिलाओं को भी अपने जान की फिक्र नहीं है। स्कूटी चलाने वाली ज्यादातर महिलाएं और युवतियां सिर्फ मुंह पर कपड़ा बांधकर निकल पड़ती हैं। हेलमेट पहनने से जहां उनके बाल खराब हो जाएंगे। वहीं, तीन सवारी चलने में उनको कोई परहेज नहीं है। शहर में ट्रैफिक पुलिस महिला वाहन चालकों से कोई टोका-टाकी नहीं करती। इसलिए ये खूब ट्रैफिक नियम तोड़ रही हैं। शहर में यह जरूर दिखा कि जहां हर दस में दो से तीन महिलाएं जरूर शामिल हैं.
पब्लिक को लगातार अवेयरनेस भी किया जा रहा है। रोड पर चलने से पहले यातायात के मानकों का ध्यान रखना अनिवार्य है। ट्रैफिक रूल्स तोडऩे वालों पर सख्त कार्रवाई जारी है. पंकज कुमार तिवारी, इंस्पेक्टर, ट्रैफिक, वाराणसी