विश्वनाथ धाम पहुंचे एक करोड़ शिवभक्त हेड काउंटिंग मशीन से की गई श्रद्धालुओं की गणना 40 किलो से ज्यादा चांदी एक करोड़ का सोना भी भक्तों ने किया समर्पित

वाराणसी (ब्यूरो)श्री काशी विश्वनाथ धाम ने इस बार के सावन में अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं। पूरे सावन माह में जहां एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने धाम में दर्शन पूजन किया, वहीं 5 करोड़ से अधिक का चढ़ावा भी मंदिर में चढ़ाया गया है। दिसंबर में लोकार्पण होने के बाद धाम में सामान्य दिन में डेढ़ से दो लाख दर्शनार्थी दर्शन करने पहुंच रहे थे। वहीं सावन माह में सभी रिकॉर्ड टूट गये हैं। इस पवित्र महीने में प्रतिदिन ढाई से तीन लाख श्रद्धालु मंदिर में बाबा का जलाभिषेक करने पहुंचे। पूरे माह का अगर आंकड़ा देखा जाए तो यह एक करोड़ के पार हो गया है।

आनलाइन भी पहुंचा चढ़ावा

बाबा दरबार में चढ़ावे की बात की जाए तो विभिन्न साधनों जैसे मनी ऑर्डर, दानपात्र, ऑनलाइन और ऑफलाइन इन सब को मिलाकर लगभग 5 करोड़ का चढ़ावा मंदिर में आया है। दीपक अग्रवाल के अनुसार इस बार सोने-चांदी की बात की जाए तो लगभग 40 किलो से ज्यादा चांदी का चढ़ावा मंदिर में आया है। वहीं एक करोड़ से अधिक का सोना भी बाबा के दरबार में श्रद्धालुओं द्वारा दान दिया गया है।

सुविधाओं का विशेष ध्यान

सावन में श्रद्धालुओं की सुविधा का भी विशेष ध्यान रखा गया था। टेंट, मैटिंग, पेयजल, ग्रिल, बिजली कूलर सहित अन्य संसाधनों की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई थी, ताकि किसी भी श्रद्धालु को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इस व्यवस्था को भी करने में मंदिर प्रशासन द्वारा लगभग डेढ़ से 2 करोड़ रुपए खर्च किया गया है.

विंध्याचल मंदिर में भी बढ़े श्रद्धालु

श्री काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद इसके आसपास के इलाकों स्थित मंदिरों में भी भक्तों के पहुंचने का सिलसिला बढ़ा है। वाराणसी के अन्य प्रमुख मंदिरों के अलावा विंध्याचल मंदिर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के सभी चारों गेट पर लगे हेड काउंटिंग मशीन के जरिये श्रद्धालुओं की गिनती की गई है। इसी के आधार पर ये आंकड़े जारी किये गये हैं.

अर्थव्यवस्था को भी मिलेगा बल

श्री काशी विश्वनाथ धाम पहुंचने वाले शिवभक्तों के कारण वाराणसी और आसपास के इलाके में पर्यटन उद्योग को भी गति मिली है। पूरे सावन माह में वाराणसी के सभी होटल, गेस्ट हाउस, लॉज पूरी तरह से बुक रहे। साथ ही स्थानीय शिल्प और बनारसी साड़ी उद्योग को भी फायदा हुआ है। सिर्फ इतना ही नहीं स्ट्रीट वेंडर्स ने भी अच्छी कमाई की है। इन सबका असर सरकार के राजस्व पर जीएसटी कलेक्शन के रूप में तो दिखायी देगा ही, नि:संदेह इससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी.

Posted By: Inextlive