-आईनेक्स्ट की टीम ने किया खुलासा तो कई मामले आने लगे सामने

- हाई प्रोफाइल महिलाओं से दोस्ती कर पैसे कमाने का मामले

-एक युवक के साथ 28 हजार रुपये की हुई है ठगी

-उसने 6 दिन पहले लालपुर पाण्डेयपुर थाने पर दी है तहरीर

- एक अन्य भी 21 सौ रुपये का हो चुका है ठगी का शिकार

शहर में हाई प्रोफाइल महिलाओं से दोस्ती कर पैसे ठगी करने की खबर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में छपने के तुरंत बाद ही एडीजी ने इसपर संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दे दिए। उन्होंने एसपी सिटी, एसपी ग्रामीण और सीओ को मामले की जांच के लिए निर्देश दिया है। इधर, खबर छपने के बाद से शुक्रवार को दिनभर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को लोगों ने फोन कर ठगे जाने के मामले बताए, वहीं कई लोगों ने ऑफिस पहुंचकर अपनी परेशानी बतायी।

लोगों ने बताया कि कैसे उन्हें फोन व मैसेज आते रहे और वे जाल में फंसकर ठगी का शिकार होते रहे। इसी में से एक अनूठा मामला लालपुर-पाण्डेपुर थाने का है। ठगी का शिकार होने के बाद युवक ने किसी तरह हिम्मत कर मामले की थाने में शिकायत की, हालांकि उसे न्याय नहीं मिला। पुलिस आजतक केवल जांच कर रही है और मुकदमा तक दर्ज नहीं हो सका है। वहीं ठगी होने वाले में एक ऐसा भी मामला आया, जिसमें ग्राहक को साफ तौर पर कहा गया कि आपका लाईसेंस बन जाएगा तो आपको पुलिस से भी डरने की जरूरत नहीं है।

केस-1

100 रुपये से 28 हजार तक दे डाले

मामला लालपुर पाण्डेयपुर थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। यहां एक मोहल्ले में रहने वाला युवक इसी प्रकार की ठगी का शिकार हो गया। मामला 27 जनवरी का है, जब यह सिलसिला शुरू हुआ। युवक ने 8276818 और 9199460 पर बात कर 100 रुपये का रिचार्ज कराया तो एजेंट ने और पैसों की डिमांड की। ऐसा करते-करते युवक ने 8252441 व 8797437 पर थोड़े-थोड़े कर 28 हजार रुपये गूगल-पे से दे दिए। इसके बाद भी मामला यहां नहीं रुका और एजेंट ने 17 हजार रुपये और मांगे। पीडि़त युवक ने जब एजेंट से कहा कि अब मेरे पास पैसे नहीं हैं और मुझे मेरा पैसा वापस कर दो, तो इस बात पर एजेंट ने आठ हजार रुपए और मांगे पैसे वापस करने के लिए। ऐसे में वह और परेशान हो गया। जाल में और फंसता देख पीडि़त ने इस मामले की तहरीर लालपुर पाण्डेयपुर थाने में जाकर 30 जनवरी को दी। हालांकि छह दिन बाद भी लालपुर पुलिस केवल जांच की बात ही कर रही है।

केस-2

पुलिस से डरना नहीं है

मामला थाना कैंट के फुलवरिया से जुड़ा हुआ है। इस मामले में एजेंट ने युवक को यहां तक कह दिया कि पुलिस से भी डरने की जरूरत नहीं है। दरअसर, किराए पर फुलवरिया में रहकर प्राईवेट कंपनी में नौकरी करने वाला एक शख्स इनके जाल में फंस गया। शर्म के चलते युवक मामला थाने लेकर नहीं पहुंचा। हालांकि शुक्रवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की खबर पढ़कर पीडि़त ने टीम से संपर्क किया। बताया कि हाई प्रोफाइल महिलाओं से मीटिंग कर पैसे कमाने के लिए उसने भी फोन किया था। पहले तो 8420409 पर एक महिला जो डबिंग ऑडियो के माध्यम से बोलती है कहा कि हैलो सर मैं महक बात कर रही हूं। सर मैं आप को बताना चाहती हूं कि यह नंबर कोई टाइम पास करने का नहीं। आप को जहां से भी यह नंबर मिला होगा वहां लिखा होगा कॉल ब्वाय जॉब के बारे में। इंफार्मेशन देने के लिए यह नंबर दिया गया है। आप केवल जॉब के लिए ही बात करें। सर आप इस ऑडियो को पूरा ध्यान से सुनिए, उसके बाद ही सवाल जवाब करें।

कहा गया कि कॉल ब्वाय का मतलब आप समझते ही होंगे जो बड़े घर की लड़कियां, हाउस वाइफ, जिनके पति उनसे दूर रहते हैं। वो अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए कॉल ब्वाय को बुलाती हैं। एक मीटिंग के वो 17 हजार तक देती हैं, जिसमें से 50 फीसदी आपका और 50 फीसदी हमारा होता है। इसमें सारी जानकारी देने के साथ ही उसने बताया कि आप अपनी पूरी जानकारी आधार कार्ड के दोनों तरफ की फोटा और पासपोर्ट साइज एक फोटो भेजिए, जिससे आप का लाइसेंस बन जाए। लाईसेंस बनने के बाद पुलिस से भी डरने की जरूरत नहीं होगी। अगर इस दौरान कोई रेड पड़ती है तो पुलिस को अपना लाईसेंस दिखा देना। इसके लिए आपको 21 सौ रुपये भेजना होगा।

इसके बाद दो बार में पीडि़त ने 21 सौ रुपये भेजा तो एजेंट ने कहा कि आपकी फोटो मैच नहीं हो रहा है, इसके लिए आपको 65 सौ रुपये जमा करने होंगे। जब पीडि़त ने यह कहा कि अब मेरे पास पैसे नहीं हैं और मैंने जो भेजा है उसे वापस कर दीजिए। इसपर एजेंट ने कहा कि ठीक है आप 750 रुपये भेजिए, रिफंड फार्म के लिए। ऐसा कर अब उसे बार बार परेशान किया जा रहा है।

:: कोट :::

मामले की जांच शुरू कर दी गई है। लालपुर पाण्डेयपुर थाने पर जिन्होंने तहरीर दी थी, उनसे पूछताछ करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। लोग ऐसे ठगों से सावधान रहें और पैसे न भेंजे। इसके अलावा अपने खाते से संबंधित और गोपनीय जानकारियां किसी से साझा न करें ।

- विकास चंद त्रिपाठी, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive