बारिश के चलते शहर के कई इलाकों में सुबह से बिजली सप्लाई हुई बाधित रात भर में कभी तेज को कभी रिमझिम हुई बारिश से सड़कों पर हुआ जलभराव


वाराणसी (ब्यूरो)शहर में बारिश और तेज हवा आती है तो बिजली विभाग की लचर व्यवस्था लोगों का पारा बढ़ा देती है। शहर में एक बार फिर बारिश होते ही बिजली व्यवस्था की पोल खुल गई। रविवार की शाम तेज हवा के साथ हुई बारिश के बाद पावर सप्लाई बाधित हो गई। सड़क से लेकर घरों तक में अंधेरा छाया रहा। ठंड की यह पहली बारिश थी, जब लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ा। हवा तेज होने के कारण शहर के कई इलाकों में बत्ती गुल हो गई। कुछ एरिया में बारिश के चलते आई खराबी ने उन्हें अंधेरे में रहने को मजबूर किया। ऐसी स्थिति रातभर बनी रही। सोमवार की सुबह भी ऐसा ही हाल रहा.

दिनभर चली आंखमिचौली

रविवार शाम और रात के बाद सोमवार की सुबह भी तेज बारिश का दंश लोगों को झेलना पड़ा। भले ही इस बारिश से तापमान पर कोई खास असर नहीं पड़ा, लेकिन बिजली, पानी ने काफी परेशान किया। 12 घंटे की बारिश से करीब 5 घंटे तक पावर सप्लाई बाधित रहने से दिक्कत का सामना करना पड़ा। रविवार की शाम बारिश के बाद कहीं आईपीडीएस जंक्शन बॉक्स, कहीं ट्रांसफार्मर ब्लास्ट, कहीं शार्ट सर्किट तो कहीं जंपर उडऩे या तार टूटने के चलते पावर सप्लाई रोक दी गई। इसी तरह सोमवार की सुबह भी कई एरिया में फॉल्ट आने से दो से तीन घंटे तक बत्ती गुल रही। कई एरिया में बिजली न होने से पानी की सप्लाई भी बाधित रही। हालांकि दोपहर तक मौसम साफ होने के बाद भी लाइट आने-जाने का सिलसिला शुरू हो गया.

ऐसे होता है फॉल्ट

बिजली निगम के अधिकारियों ने बताया कि बारिश होने के दौरान बिजली की तार पर चढ़ी हुई रबर की परत में नमी जाती है, ऐसी स्थिति में जिस जगह से भी रबर की परत कमजोर होती है वहां दबाव बनता है लीकेज होती है और शार्ट सर्किट हो जाता है। वहीं ट्रांसफॉर्मर में ओवरलोडिंग के कारण या तारों में नमी बढ़ जाती है तो इससे ट्रांसफार्मर का तेल गर्म हो जाता है और दबाव के कारण बाहर निकलता है। बाहर निकलने पर जैसे ही उसे चिंगारी मिलती है तो आग लग जाती है। ऐसा होने के बाद ट्रांसफॉर्मर को दोबारा से तैयार करना पड़ता है। बारिश के साथ तेज हवा या आंधी आने पर पेड़ टूट जाते हैं तो लाइन रिपेयर करने के नाम पर और फॉल्ट ढूंढऩे के लिए घंटों तक बिजली काट दी जाती है। अगर तेज हवा या आंधी तूफान आए तो भी बिजली कट रहता है क्योंकि इसे चालू रखने पर या तो लाइन में शार्ट सर्किट हो जाता है या फिर ट्रांसफॉर्मर जैसे उपकरण जल जाते हैं.

ये इलाके रहे प्रभावित

दो दिन से हो रही बारिश के बाद से ही शहर में 5 घंटे से भी ज्यादा बिजली सप्लाई ठप रही। इसमें लक्सा, सिद्धगिरीबाग, औरंगाबाद, सोनिया, जद्दूमंडी, गोदौलिया, चौक, बांसफाटक,्र जगतगंज, लहुराबीर, मैदागिन, मलदहिया, फातमान, सिगरा, रथयात्रा, सोनारपुरा, शिवाला, भदैनी, अस्सी, रविन्द्रपुरी, भगवानपुर, तेलियाबाग, नदेसर, अर्दलीबाजार जैसे तमाम एरिया में रविवार की रात और सोमवार की सुबह तक बिजली आपूर्ति बाधित रही।

स्वास्थ पर भी पड़ा असर

वहीं बारिश के कारण मौसम भी काफी बिगड़ गया है। ठंड का सीजन होने के बाद भी भले ही इससे तापमान में कोई ज्यादा फर्क नहंी पड़ा हो, लेकिन कभी बारिश तो कभी कड़ी धूप होने वाले इस मौसम से लोगों की मुसीबत जरूर बढ़ गई। इसका असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। गर्मी-ठंडी की वजह से लोग बीमारी के शिकार होकर अस्पताल भी पहुंचने लगे। सोमवार की सुबह मंडलीय और अन्य अस्पतालों के सामान्य ओपीडी में मरीजों की लंबी लाइन लगी रही। इसमें ज्यादातर मरीज बुखार, बदन दर्द और सर्दी, खांसी की समस्या लेकर पहुेंचे थे।

बारिश के कारण रविवार को कई एरिया में फॉल्ट आने से सप्लाई बाधित हुई थी। वहीं कुछ एरिया में एहतियात के तौर पर सप्लाई रोकी गई थी। जहां-जहां फॉल्ट आए थे, उन्हें ठीक कराकर आपूर्ति बहाल करा दी गई।

अनूप सक्सेना, एसई-फस्र्ट, पीवीवीएनएल

Posted By: Inextlive