-सीआइएससीई ने दसवीं व बारहवीं का जारी किया रिजल्ट

-कोरोना महामारी के चलते बिना एग्जाम के स्टूडेंट्स का डिक्लेयर किया परिणाम, सभी स्टूडेंट्स पास

जिले में सीआइएससीई के 12 स्कूल

-दसवीं में 1758 स्टूडेंट

-बारहवीं में 1077 स्टूडेंट

-टोटल स्टूडेंट 2835

नये नियम के बीच पहली बार काउंसिल फार द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन ने दसवीं व बारहवीं का रिजल्ट शनिवार को डिक्लेयर कर दिया। दोपहर तीन बजे जारी हुए रिजल्ट में इस बार कोई फेल नहीं हुआ है। यह पहला मौका रहा जब स्टूडेंट्स ने एग्जाम नहीं दिया और उनका रिजल्ट डिक्लेयर हो गया है, और वो पास भी हो गए। इस साल कोविड संक्रमण के चलते बोर्ड एग्जाम कैंसिल कर दिया गया था। परीक्षाíथयों को पिछली कक्षाओं के आधार पर औसत मा‌र्क्स दिया गया है। एवरेज मा‌र्क्स के कारण इस बार डिस्ट्रिक्ट के सभी 12 स्कूल्स का रिजल्ट सेंट परसेंट रहा है। यानी दसवीं व बारहवीं के सभी स्टूडेंट उत्तीर्ण हो गए।

बोर्ड ने जारी नहीं की मेरिट लिस्ट

सभी बोर्ड में आगे निकलते हुए सीआइएससीई ने इस साल सबसे पहले रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया है। बोर्ड ने इस साल मेरिट लिस्ट नहीं जारी की है। वहीं विद्यालयों ने भी संस्था या डिस्ट्रिक्ट लेवल पर स्टूडेंट्स की कोई मेरिट लिस्ट नहीं जारी की है। हालांकि सभी स्कूल्स ने सेंट परसेंट रिजल्ट का दावा किया है। बहरहाल रिजल्ट जारी होने के बाद स्टूडेंट में खुशी देखी गयी। बहुत सारे स्टूडेंट ने रिजल्ट देखने के बाद पैरेंट्स व मंदिरों में आर्शिवाद लिया। कई ने अपने टीचर्स को फोन कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। उधर घर पर देर शाम तक फ्रेंड्स के फोन पर बधाई मिलती रही। दूसरी ओर स्कूल अपने स्टूडेंट्स का रिजल्ट जानने के लिए देर शाम तक जुटे रहे। बताया कि इस साल औसत मा‌र्क्स के आधार पर परीक्षाíथयों को प्रमोट किया गया है।

वीकेंड लाकडाउन के चलते बंद रहे स्कूल

जहां हर साल रिजल्ट के दिन स्कूल्स अपने स्टूडेंट्स को कैंपस में बुलाते थे। लेकिन इस साल कोविड प्रोटोकॉल के चलते स्कूल मैनेजमेंट ने इस बार स्टूडेंट्स को कैंपस में नहीं बुलाया। वीकेंड लाकडाउन के चलते शनिवार को बंदी के कारण स्कूल में सन्नाटा छाया रहा। हालांकि कुछ ऑफिशियल स्टॉफ पर रिजल्ट देखने में बिजी रहे। जो स्टूडेंट मोबाइल व कंप्यूटर पर रिजल्ट नहीं देख पाए वो स्कूल में फोन कर अपने रिजल्ट की जानकारी लिया। टीचर ने उन्हें फोन पर ही आर्शीवाद दिया।

मंदिर में टेका मत्था

इस बार मेरिट लिस्ट न होने से स्टूडेंट्स में उत्साह कम देखा गया। हालांकि उत्तीर्ण होने की खुशी उनके चेहरे पर साफ झलक रही थी। बिना एग्जाम दिए पास होने पर अधिकतर स्टूडेंट्स ने मंदिरों में मत्था टेका। कुछ मुहल्ले में तो कुछ शहर के बड़े मंदिरों में दर्शन पूजन को पहुंचे। हालांकि ज्यादातर अपने घर पर ही पूजा अर्चना की। वहीं अपने टीचर्स व बड़ों से आर्शिवाद भी लिया।

ग्रेडिंग न क्लास

इस साल एग्जाम कैंसिल होने के बाद स्टूडेंट्स को प्रमोट कर दिया गया है। वो उत्तीर्ण तो हो गए लेकिन उनकी मार्कशीट पर ग्रेडिंग है न क्लास। इस साल सभी को पास कर दिया गया है। रिजल्ट से पहले स्टूडेंट परेशान थे। लेकिन रिजल्ट डिक्लेयर होने के बाद ज्यादातर के मन से संशय समाप्त हो गया है। ज्यादातर परीक्षार्थी रिजल्ट को लेकर संतुष्ट नजर आए। उनको रिजल्ट से कोई परेशानी नहीं है।

Posted By: Inextlive