सहजन में 300 बीमारियों को दूर करने की है क्षमता नारियल का होगा देश में अगला दशक हस्तकला संकुल में काशी-तमिलनाडु सेट माडल आफ एंटरप्रेन्योरशिप कार्यक्रम का आयोजन काशी और तमिलनाडु के जाने-माने उद्यमियों ने उद्यमिता से जुड़े अपने अनुभवों को साझा किया

वाराणसी (ब्यूरो)बड़ालालपुर स्थित पं। दीनदयाल हस्तकला संकुल में बुधवार को काशी-तमिलनाडु सेट माडल आफ एंटरप्रेन्योरशिप का आयोजन हुआ। इसमें काशी और तमिलनाडु के जाने-माने उद्यमियों ने भाग लिया और उद्यमिता से जुड़े अपने अनुभवों को साझा किया। इस दौरान एसआरजी सुपर फूड्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के एमडी डा। एम नचिमुथु ने भारत के सुपरफूड्स के बारे में चर्चा की।

इन्हें खाएं नहीं पडेंगे बीमार

उन्होंने सहजन, नारियल, पिरंडई, मिलट, रागी, कटहल, अश्वगंधा, नीम व काली मिर्च के महत्व पर प्रकाश डाला। बताया कि अमेरिकी शोध में यह तथ्य सामने आया है कि दुनिया के ऐसे 65 फल-फूल और बीज हैं जिसके सेवन से व्यक्ति बीमार नहीं होगा। आश्चर्य है कि इसमें से 51 भारत में पाए जाते हैं। इसी में यह बात निकली कि सहजन 300 बीमारियां दूर करता है। पूरी दुनिया का कुल 75 प्रतिशत उत्पाद आंध्र और तमिलनाडु में होता है। अमेरिका यहां से सहजन का आयात करता है और कैप्सूल निर्यात कर रहा है। इसी तरह उन्होंने नारियल की खूबियों के बारे में भी कहा। बताया कि अब धीरे-धीरे लोगों का ध्यान नारियल की ओर जा रहा है। सब ठीक रहा तो अगला दशक नारियल के दूध का होगा।

मणिकर्णेश्वर शिव की मूर्ति

मुख्य अतिथि तंजावुर के ङ्क्षप्रब बाबा जी राजा भोसले थे। उन्होंने हेरेडिटरी ट्रस्ट के प्रौद्योगिकी व तकनीकी योगदान के बारे में चर्चा की। बताया कि इसी की सहायता से उनके द्वारा 88 मंदिरों का रखरखाव एवं देखभाल किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि तंजावुर कृषि बहुल क्षेत्र है। यहां सूचना तकनीक का उपयोग बड़े स्तर पर किया जा रहा है। ऐसे क्षेत्रों में सूचना तकनीक राजस्व का बड़ा स्रोत साबित होंगे। गंगा-कावेरी के प्राचीन संबंधों पर भी प्रकाश डाला। बताया कि 1803 में तंजावुर महाराज ने काशी के मणिकर्णिका घाट का पुनर्निर्माण कराया था। इसकी याद में तंजावुर के सरस्वती मोहल्ले में शिव की मणिकर्णेश्वर मूर्ति बनवाई गई। यहां बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए आते हैं।

हर्बल नैपकिन में भी रोजगार

मुल्लै प्रोडक्ट की मालिक दीपलक्ष्मी ने बताया कि ङ्क्षसथेटिक नैपकिन की जगह हर्बल नैपकिन का उपयोग अधिक स्वास्थ्यवर्धक है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में भी रोजगार और राजस्व की संभावना है। इस दौरान बजरंग एल्युमिनियम वक्र्स के उद्यमी मनीष कटारिया ने वाराणसी में उद्यम विकास को लेकर कुछ मुख्य ङ्क्षबदुओं पर चर्चा की। टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज के मुरलीधर ने बताया कि ब्रिजिटल लूम टेक्नोलाजी के माध्यम से हैंडलूम कारीगर एवं व्यापारी अपने उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ा सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन पी। थेन्नरसु व अनुराधा भाटिया ने किया। इसमें इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी, राजेश भाटिया समेत लघु उद्योग भारती के पदाधिकारी मौजूद थे। संयुक्त आयुक्त उद्योग उमेश कुमार ङ्क्षसह ने धन्यवाद ज्ञापन दिया.

Posted By: Inextlive