दो दिनों से सूरज के नहीं हुए दर्शन शीतलहर चलने से लोग ठिठुरे हर साल की अपेक्षा इस बार रात से अधिक दिन का तापमान लुढ़का

वाराणसी (ब्यूरो)बनारस में शीतलहर ने दस्तक दे दी है। इस कारण पिछले दो दिनों से हिमालय की वादियों जैसी ठंडक महसूस हो रही है। विगत कई वर्षों में दिसंबर लास्ट और जनवरी के महीने में दिन का अधिकतम तापमान 17 से 19 डिग्री सेल्सियस औसत रूप से बना रहता है। भले ही रात का मिनिमम तापमान सात डिग्री सेल्सियस से लडख़ड़ाते हुए ढाई से तीन डिग्री पर क्यों न चला जाए। लेकिन मौसमी दशाओं में बदलाव होने से इस बार बनारस में दिन के तापमान ने कई सालों का रिकार्ड ब्रेक कर 15 डिग्री पर जा पहुंचा है, जो सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस कम है। इन दिनों रात में मिनिमम छह और दिन में मैक्सिमम 14 से 15 डिग्री टेम्प्रेचर वाली स्थिति चल रही है। दिन में सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस कम तापमान और रात में मिनिमम 06 से 07 डिग्री सेल्सियस तापमान होने की वजह से जनपद कड़ाके की सर्दी के चपेट में है.

दो दिन से सूरज का पता नहीं

इधर, दो दिनों से सूरज के दर्शन दूभर हो गए हैं। सुबह से लेकर शाम तक कोहरे की घनी चादर तनी हुई है। गलन और ठंड से जन जीवन अस्त-व्यस्त है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि आगामी दिनों में तापमान में और गिरावट आएगी। वातावरण में घना कोहरा और धुंध से दृश्यता में कमी आने से सड़कों पर हादसों की आशंका बढ़ गई है। साथ ही पहाड़ी इलाकों से आने वाली हवाओं के चलते चार जनवरी से तेज शीतलहर की भी दस्तक के आसार हैं। लोगबाग ठंड से बचने के लिए अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं.

ठंड को मिल रहा कोहरे का साथ

मौसम ने 28 दिसंबर से लेकर अब तक इस साल का सबसे बड़ा गोता लगाया। अधिकतम तापमान सामान्य से 7 डिग्री सेल्सियस घटकर 15 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। इस ठंड ने रोजाना की तरह गर्मी प्रदान करने वाली धूप को भी अब बेजार कर दिया। इसके साथ ही ठंड को अब घने कोहरे का भी बखूबी साथ मिल रहा है। सोमवार की सुबह कोहरे के कारण दृश्यता महज 50 मीटर तक ही रही। सुबह 11 बजे के बाद कोहरा का असर कम होने से विजिबिलिटी में सुधार हुआ। लेकिन, शाम को फिर वही स्थिति हो गई.

दिन का टूट गया रिकार्ड

बनारस में साल 2013 में बीएचयू में न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो 2 जनवरी 2003 के 2.6 डिग्री सेल्सियस से भी कम था। वहीं, इस अवधि में दिन का अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से अधिक था। दो जनवरी को साल 2022 में 18 डिग्री सेल्सियस और वर्ष 2023 में तीन डिसे कम होकर दो जनवरी को दिन का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस आ पहुंचा है। लिहाजा, इस वर्ष दिन के तापमान में गिरावट ठंड का बड़ा कारण है.

उत्तर-पश्चिम से आने वाली हवाएं ठंड बढ़ा रही हैं। अगले दो-तीन दिन तक ठंड की यही स्थिति रहने की संभावना है। शीत लहर भी चल सकती है।

प्रो एसएन पांडेय, मौसम वैज्ञानिक

Posted By: Inextlive