थर्ड वेब ने पीक की राह पकड़ ली है. वाराणसी में लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है. ऐसे में कोरोना से सिर्फ वैक्सीन ही बचा सकता है. यही वजह है कि स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीनेशन के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. इसी प्रयास का नतीजा है कि युवाओं को कोविड टीका से प्रतिरक्षित करने में वाराणसी प्रदेश में दूसरे स्थान पर है. पहले पायदान पर पीलीभीत है. यहां 69.58 प्रतिशत टीनेजर को टीका लगाया जा चुका है. वाराणसी में यह आंकड़ा 65.27 प्रतिशत है. यानी बनारस चार फीसद से नंबर वन बनने से चुक गया. 60.07 प्रतिशत के साथ गोंडा तीसरे स्थान पर है. पूरे यूपी की बात करें तो मात्र 15 दिन में औसतन 41.95 प्रतिशत युवाओं ने कोविड टीका लगवा लिया है.

वाराणसी (ब्यूरो)युवाओं को कोविड टीका से प्रतिरक्षित करने में अभी तक पीलीभीत सबसे आगे है। यहां 69.58 प्रतिशत टीनेजर्स को टीका लगाया जा चुका है, जबकि 65.27 प्रतिशत के साथ वाराणसी दूसरे नंबर पर और 60.07 प्रतिशत के साथ गोंडा तीसरे स्थान पर है। हालांकि युवाओं के टीकाकरण ग्राफ में संभल सबसे नीचे है। यहां 26.70 प्रतिशत टीकाकरण हुआ है। इससे थोड़ा सुधार के साथ रामपुर और आगरा है। यहां क्रमश: 27.48 प्रतिशत और 27.73 प्रतिशत टीकाकरण हो पाया है।

प्रदेश में 42 प्रतिशत टीनेजर्स ने टीका लिया
उत्तर प्रदेश समेत पूरे दुनिया में कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए प्रयास जारी है। इसी क्रम में मंगलवार तक के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक उम्र के 94.54 प्रतिशत लोगों ने टीके की पहली डोज लगवा ली है, जबकि 60 प्रतिशत से अधिक आबादी कोविड टीके की दोनों डोज ले चुकी है। वहीं 15-17 आयु वर्ग के लगभग 42 प्रतिशत टीनेजर्स ने टीका कवर ले लिया है। 35 प्रतिशत पात्र लोगों को प्री-कॉशन डोज भी मिल चुकी है।

यही तेजी बनाए रखना होगा
राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ। अजय घई ने कोविड टीकाकरण के लिए जनसहयोग की भावना से काम करने के अपील की है। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में कोविड टीकाकरण की संख्या अच्छी है, वहां यही तेजी बनाए रखना होगा। जहां कम है। वहां और काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि 15-17 आयु वर्ग के युवा कोविड टीके की दूसरी डोज की नियत तारीख पर लगवा लें तभी पूरी सुरक्षा मिल पाएगी।

काम आई रणनीति
सीएमओ डॉ। संदीप चौधरी ने कहा कि वाराणसी में जिला प्रशासन ने कोविड-19 का टीकाकरण बढ़ाने के लिए कई तरह की रणनीतियों पर कार्य किया है। एक तरफ जहां स्कूलों में शिविर लगाने से टीकाकरण का ग्राफ बढ़ा है, वहीं युवाओं के बीच कोविड टीके के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए निगरानी समिति, फ्रंटलाइन वर्कर, एनसीसी, नेहरू युवा केंद्र, युवक मंगल दल, बाल सुधार गृह और चाइल्ड लाइन जैसे संस्थानों की बड़ी सकरात्मक भूमिका सामने आई है। इन संस्थानों के जरिए जागरूकता लाई जा रही है। वहीं ग्राम प्रधान व अन्य विभागों की मदद और सत्र विभाजन जैसे फार्मूले भी इस टीकाकरण को बढ़ाने में सार्थक भूमिका निभा रहे हैं।

काशी ने हासिल की 50 लाख कोविड डोज लगाने की उपलब्धि

कोविड टीकाकरण महाभियान में मंगलवार को जिले में 38 हजार 576 लोगों का टीकाकरण किया गया। इसके साथ ही वाराणसी ने 50 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण की उपलब्धि हासिल कर ली। सीएमओ डॉ। संदीप चौधरी ने बताया कि जिले के विभिन्न टीकाकरण केंद्रों पर आयोजित 613 सत्रों में कुल 38 हजार 576 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया। इसमें 15 हजार 431 लाभार्थियों को प्रथम डोज व 21 हजार 711 लाभार्थियों को दूसरी डोज लगी। वहीं 1,434 लोगों को प्रीकाशनरी डो•ा का टीका लगाया गया। इस क्रम में 15 से 17 वर्ष के 5,841 लाभार्थियों को, 18 से 44 वर्ष के 23,545 लाभार्थियों को, 45 से 59 वर्ष के 5,187 लाभार्थियों एवं 60 वर्ष से ऊपर के 2,511 लाभार्थियों को कोरोना का टीका लगाया गया।

कुल 50 लाख तीन हजार 423 डोज
पहली डोज - 29,58,872 (99.6)
दूसरी डोज- 18,60,259 (62.6)
प्रीकॉशनरी डोज - 1,0,065
किशोरों को टीका - 1,74,228 (67.6त)

प्रयास तो हमेशा पहले पायदान पर रहने के लिए होता है, लेकिन किसी वजह से बनारस चूक गया है। फिर भी हमें उम्मीद है कि बनारस बहुत जल्द ही नंबर वन भी होगा।
-डा। संदीप चौधरी, सीएमओ

Posted By: Inextlive