- रिश्तेदार के लगातार रहा संपर्क में, विश्वास बढ़ा तो ठगी का खेल कर दिश शुरू

- पेटीएम, फोन-पे ऐप के माध्यम से निकाल लिए 2,16,050 रुपये

अगर आप किसी पर खुद से ज्यादा विश्वास करते हैं तो सावधान हो जाएं। क्योंकि आपके साथ कभी भी धोखा हो सकता है। शुक्रवार को एक ऐसा ही मामला साइबर क्राइम पुलिस की पकड़ में आया। आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसने पहले दोस्ती की, इसके बाद विश्वास जमाया और जब विश्वास पूरी तरह से पक्का हो गया तो उसने पैसे की चोरी खाते से शुरू कर दी। पूरा मामला पेटीएम, फोन-पे ऐप के माध्यम से साइबर अपराध से जुड़ा हुआ है।

शुक्रवार को लंका थाना क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति ने साइबर क्राइम पुलिस को सूचना दी कि उसके बैक खाते से उसकी जानकारी के बिना 13 दिसंबर 2020 से 25 दिसंबर 2020 तक में कई बार में कुल 2,16,050 रुपये अवैध रूप से साइबर अपराधियों ने गायब कर दिये हैं। इस सूचना पर साइबर क्राइम ने मुअसं- 0020/2020 धारा- 420 भादवि व 66 डी आईटी एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत कर विवेचना शुरू कर दी। जांच के क्रम में पुलिस को आकाश कुमार पटेल निवासी एन। 2/200 सुन्दरपुर थाना लंका जिसकी उम्र करीब 23 वर्ष का नाम प्रकाश में आया। कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को भिखारीपुर तिराहे के पास से समय करीब 12:30 बजे पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

पहले जीता विश्वास

पुलिस की पकड़ में आए अभियुक्त आकाश कुमार पटेल ने अपना जुर्म स्वीकर करते हुए बताया कि पीडि़त मेरे रिश्तेदार हैं। मेरा उनके साथ उठना बैठना होते रहता है। उठता उनका कारोबार जमीन-घर आदि का है। इस संबंध में उनके साथ अक्सर रहता था और काम में साथ देकर विश्वास जीत लिया।

खाते से शुरू किया पैसा निकालना

अभियुक्त ने बताया कि धीरे- धीरे करके मैं उनका मोबाइल नंबर, बैंक खाता विवरण व एटीएम का पूर्ण विवरण प्राप्त कर लिया। इसके बाद जब भी मुझे पैसों की आवश्यकता पड़ती थी तो किसी न किसी बहाने से उनका मोबाइल लेकर अपने पेटीएम एकाउंट को रिचार्ज करा लेता था। पेटीएम के माध्यम से पैसा अपने दोस्तों को ट्रांसफर कर उनसे कैश ले लेता था और मैसेज उनके मोबाइल से हटा देता था।

दो लाख से अधिक रुपये निकाले

आरोपित ने बताया कि इस तरह धोखे से उनके खाते से लगभग 2 लाख से अधिक रुपये निकाल लिए। उस पैसा से हम अपने दोस्तों के साथ होटल बार में जाकर शराब पीते थे और जमकर पार्टी करते थे।

यू-ट्यूब से सीखा तरीका

आरोपित ने बताया कि मैं थोड़ा बहुत कम्प्यूटर के बारे में जानता हूं। अगर उससे भी समझ में नहीं आता था तो यू-ट्यूब पर देखता था कि कैसे अपने दोस्तों, रिश्तेदारों के फोन धोखे से लेकर वॉलेट से पैसा ट्रासफर करूं और उनको पता भी न चलें।

उठने वाले सवाल

साइबर पुलिस के अनुसार पकड़े गए अभियुक्त ने बताया कि वह धीरे-धीरे करके दो लाख रुपये से अधिक उनके खाते से निकाल लिए थे। लेकिन यहां सवाल यह है कि जिसके खाते से लगातार पैसे निकाले जा रहे थे, वह क्या दो लाख रुपये निकल जाने के बाद जागा। इस दौरान क्या वह बैंक नहीं गया।

आपराधिक इतिहास पकड़े गए अभियुक्त के खिलाफ मुअसं-0010/2021 धारा 406/420 भादवि व 66 डी आईटी एक्ट थाना साइबर क्राइम के अलावा मुअसं-0536/2020 धारा 379/411 भादवि थाना लंका में भी अभियोग पंजीकृत है।

इस टीम ने की गिरफ्तारी

अभियुक्त को पकड़ने में प्रभारी निरीक्षक राहुल शुक्ल, एसआई सुनील कुमार यादव, श्याम लाल गुप्ता, अवनीश सिंह, राम अवध यादव थाना साइबर क्राइम शामिल रहे।

Posted By: Inextlive