नगर निगम ने शहंशाहपुर और छितौनी में बनाया दो गोशाला सड़क पर छोडऩे के कारण पशुपालकों पर जुर्माने का प्रावधान

वाराणसी (ब्यूरो)शहर में गायों की सुरक्षा एवं रहन-सहन के लिए नगर निगम अनवरत प्रयासरत है। दरअसल, बेसहारा गायें बिना देखरेख के सड़कों पर घूमा करती थीं, जिससे सड़कों पर जाम की समस्या हो जाती थी। यहां तक कि कई बार सड़कों पर दुर्घटना भी हो चुकी है। इसके मद्देनजर नगर निगम ने स्मार्ट सिटी विंग के सहयोग से शहर में दो गोशाला का निर्माण कराया गया है। साथ ही वे गायें जिन्हें लोग पालते हैं और वे किसी कारणवश सड़कों पर आ जाती है तो उनकी देखरेख के लिए कांजी हाउस का निर्माण करवाया गया है। इसी कड़ी में दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने पड़ताल की और मौजूदा हाल जानने का प्रयास किया.

950 पशुओं को रखने की क्षमता

स्मार्ट सिटी विंग के सहयोग से शहर में गायों की सुरक्षा एवं रखरखाव के लिए दो गोशाला बनाई गई है। पहली गोशाला कान्हा उपवन शहंशाहपुर में है। इसमें 400 गायों को एक साथ रखने की क्षमता है। इसी के साथ दूसरी गोशाला छितौनी में है। इस गोशाला में एक साथ 450 गायों को रखने की क्षमता है। यहां पर नियमित कर्मचारियों की मदद से गायों का रखरखाव किया जाता है.

कांजी हाउस में करते हैैं शिफ्ट

शहर में वे गायें जो अपने पालकों के यहां से किसी भी तरीके से भटककर सड़क पर आ जाती हैं। उनके रखरखाव के लिए कांजी हाउस नगर निगम के पशु चिकित्सा विभाग की तरफ से बनाये गये हंै। एक कांजी हाउस भोजूबीर एवं दूसरा नक्खीघाट में है.

भोजन व चारे की है व्यवस्था

गायों को कुशल जीवन हेतु पशु चिकित्सा विभाग की तरफ से चारे की व्यवस्था की जाती है। इसमें विभाग की तरफ से समय समय पर हरा एवं सूखा चारा दिया जाता है। इसी के साथ उनके लिए कर्मचारियों की मदद से नहलाने की भी व्यवस्था की जाती है। यहां तक कि समय-समय पर उनके लिए कीटनाशक दवाओं का भी प्रबंध किया जाता है.

पशुपालक पर लगता है जुर्माना

ऐसे पशुपालक जो गाय एवं अन्य दुधारू पशुओं का पालन करते हैं। उनका नियमित बेहतरीन तरीके से रखरखाव न होने के कारण जानवर नगर निगम की सीमा में आ जाते हैं। इसके बाद नगर निगम के कर्मचारी उन्हें पकड़कर कांजी हाउस में शिफ्ट कर देते हैं। ऐसे मामलों में वे जानवर जितने दिनों तक कांजी हाउस में रहते हैं, अपनी दर के अनुसार निगम उनसे जुर्माने की राशि भी लेता है। इसके बाद ही उन जानवरों को पशुपालकों को वापस करता है। नगर निगम द्वारा गाय, साड़, भैैंस, भैैंसा का प्रतिदिन का जुर्माना खुराकी के 200 समेत 1200 रुपये है.

नगर निगम वाराणसी के कांजी हाउस में पकड़े गए गाय, साड़, भैैंस, भैैंसा का प्रतिदिन का जुर्माना 1200 रुपये है। यदि कोई अपना जानवर छुड़ाने नहीं आता है तो उसे जब तक रखा जाएगा, 1000 रुपये प्रतिदिन की दर से जुर्माना की धनराशि में वृद्धि की जाती है.

संदीप श्रीवास्तव, पीआरओ, नगर निगम

Posted By: Inextlive