- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में खबर पढ़कर मांडूर नगर पहुंचे चंद्रशेखर रावण

संत रविदास की जयंती को लेकर वाराणसी में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर रावण शुक्रवार को ही वाराणसी पहुंच गए थे। शनिवार सुबह उन्होंने वाराणसी से प्रकाशित अखबारों का अवलोकन किया। इस दौरान दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में 'आज भी जिंदा है वह पेड़ जहां रविदास ने किया था शास्त्रार्थ' शीर्षक से प्रकाशित खबर को पढ़ा तो पता चला कि बनारस के मांडूर नगर में संत रविदास का जन्म हुआ था। सीरगोर्वधन स्थित संत रविदास मंदिर में दर्शन के बाद भीम आर्मी चीफ रावण दोपहर तीन बजे सीधे मांडूर नगर यानी लहरतारा नई बस्ती पहुंचे। उन्होंने संत रविदास मंदिर में मत्था टेका और मंदिर के प्रबंधक प्रभु प्रसाद से संत रविदास के जन्म से जुड़ी जानकारियां ली। दर्शन के बाद मंदिर की ओर से रावण को संत रविदास की मूर्ति भेंट की गई।

इस दौरान चंद्रशेखर ने खबर प्रकाशित करने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट का आभार जताया। कहा कि दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की वजह से मुझे इस पावन धरती पर आने का सौभाग्य मिला। उन्होंने 'मिटने नहीं देंगे कबीर की निशानी' अभियान को सराहा और कबीर दास के प्राकट्य स्थली लहरतारा तालाब की दुर्दशा पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनेगी तो संत रविदास और कबीर दास के स्थलों को विशेष रूप से विकसित किया जाएगा। ये धरोहर हैं, जिसे संभालकर रखना हमारी जिम्मेदारी है। इसके पहले चंद्रशेखर रावण ने संत कबीर दास की प्राकट्य स्थली में मत्था टेक कर आशीर्वाद प्राप्त किया। प्रबंधक गोविन्द दास शास्त्री ने रावण को कबीर साहेब की चित्र एवं पुस्तक भेंट की।

Posted By: Inextlive