- मिलकर करेंगे स्टडी, जून में आएगी जापानी टीम, तय होगी कोर्स की रूपरेखा

VARANASI:

पर्यावरण एवं धारणीय विकास संस्थान, बीएचयू व क्योटो यूनिवर्सिटीज ग्रेजुएट स्कूल ऑफ ग्लोबल इनवायर्नमेंटल स्टडीज के बीच शैक्षणिक समझौता हुआ है। अगले महीने क्योटो यूनिवर्सिटी से एक्सपटर््स की टीम आने वाली है। इस टीम के साथ विभिन्न तथ्यों पर मंथन होगा।

संस्थान के डायरेक्टर प्रो। एएस रघुवंशी के मुताबिक दोनों ही संस्थाएं जॉइंट कोर्स संचालित करेंगी और जून में कोर्स की रूपरेखा तय होने की संभावना है। बताया कि गवर्नेस, शिक्षा और तकनीकी रिसर्च के केंद्र में होगा। ठोस कचरा प्रबंधन, सीवेज व्यवस्था, आपदाएं जैसे बाढ़ व जरूरत से अधिक बारिश आदि भी ध्यान में रहेंगे। बेहतर ट्रैफिक पर भी नजर रहेगी। क्योटो यूनिवर्सिटी ने ट्रैफिक का अध्ययन करने के लिए छात्रा नेहा साहू को नामित किया है।

चलेगा डुएल कोर्स

प्रो। रघुवंशी ने बताया कि समझौते के तहत क्योटो व बीएचयू से टीचर्स, एक्सपटर््स व स्टूडेंट्स रिसर्च के लिए आएंगे-जाएंगे। इस बीच संयुक्त रूप से दोनों ही यूनिवर्सिटी डुएल डिग्री कोर्स भी संचालित करेंगी। बताते हैं कि इस समझौते के मूल में सिर्फ और सिर्फ यही है कि काशी का पुराना वैभव लौटाया जाए। वे बेहद आशान्वित हैं और कहते हैं कि जापानी शहर क्योटो की तर्ज पर काशी की दशा सुधरेगी। थोड़ा वक्त तो लगेगा लेकिन इस शहर के आभामंडल में 'आनंदकानन' का भी दर्शन होगा। बताया कि जापानी रिसर्च स्कॉलर रानित चटर्जी और प्रतिमा वर्मा ने शहर के दशाश्वमेध, आदमपुर, कोतवाली, भेलूपुर, ट्रंास वरुणा का स्टडी रिपोर्ट भी तैयार की है। जिसका विश्लेषण होना बाकी है।

Posted By: Inextlive