- बीएचयू में विवाद जारी, 13वें दिन भी छात्रों का धरना रहा जारी

-असिस्टेंट प्रोफेसर लौटे जयपुर, विश्वविद्यालय प्रशासन ने की पुष्टि, माहौल ठीक होने के बाद होगी वापसी

बीएचयू के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के साहित्य विभाग में नियुक्ति को लेकर उपजे विवाद ने आखिरकार असिस्टेंट प्रोफेसर फिरोज खान के हौसले को डिगा दिया। विरोध के क्रम में कुलपति आवास के सामने 13वें दिन भी छात्रों का धरना जारी रहा। वहीं इससे आजिज असिस्टेंट प्रोफेसर ने जयपुर वापस लौटना उचित समझा। उनके चले जाने को लेकर विश्वद्यिालय में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि विश्वद्यिालय प्रशासन नियुक्ति को लेकर अपनी बात पर अब भी कायम है।

'वेद का छंद शास्त्र' के लिए नियुक्ति

संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के साहित्य विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर फिरोज की नियुक्ति 'वेद का छंद शास्त्र' पढ़ाने के लिए हुई थी। कुछ दिन पहले उन्होंने ज्वाइन भी किया था। मगर विरोध के चलते वह सामने नहीं आ रहे थे। उधर, नियम व अधिनियम के विरुद्ध नियुक्ति का आरोप लगाते हुए छात्र निष्पक्ष जांच की जिच पर अड़े हैं। छात्रों की मांग है कि विवि प्रशासन या तो इस नियुक्ति को रद करे या फिर असिस्टेंट प्रोफेसर फिरोज खान को विवि में ही कहीं अन्यत्र नियुक्त करे। शोध छात्र चक्रपाणि ओझा के नेतृत्व में कृष्ण कुमार पांडेय, शुभम तिवारी, शशिकांत मिश्र, विनीत उपाध्याय, रणवीर, सत्येंद्र तिवारी, प्रशांत चतुर्वेदी, सुजीत तिवारी, भरत कुमार व्यास आदि धरने पर अड़े है।

गाड़ी पर फेंकी खाली बोतल

छात्रों के प्रदर्शन के बीच शाम को कुलपति आवास लौटने के दौरान वीसी प्रो। राकेश भटनागर की गाड़ी पर धरनारत छात्रों ने पानी की खाली बोतल फेंक दी। अचानक हुए इस कृत्य से वहां तैनात सुरक्षाकर्मी सन्न रह गए। थोड़ी देर के लिए वहां गहमा-गहमी की स्थिति बनी रही। हालांकि कुलपति की गाड़ी बिना रूके आवास के भीतर चली गई।

बुलाई आपात बैठक

घटना के बाद कुलपति ने देर शाम आपात बैठक बुलाई। सूत्रों के मुताबिक छात्रों के कृत्य से विवि प्रशासन खासा नाराज है। धरनारत छात्रों पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है। वहीं छात्रों के मुताबिक उनकी ओर से ऐसा कोई भी कृत्य नहीं किया गया है।

प्रोफेसर के साथ है बीएचयू

काशी ¨हदू विश्वविद्यालय के एपीआरओ चंद्रशेखर के मुताबिक नियुक्ति को लेकर विश्वविद्यालय का रूख पूर्ववत एवं स्पष्ट है। विश्वविद्यालय धर्म, जाति, संप्रदाय, लिंग आदि के भेदभाव से ऊपर उठकर राष्ट्र निर्माण के लिए सभी को अध्ययन एवं अध्यापन के समान अवसर उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध है।

Posted By: Inextlive