Varanasi: बीएचयू में एडमिशन प्रॉसेस तेजी से चल रहा है. कट ऑफ लिस्ट के साथ काउंसलिंग की डेट्स भी जारी की जा रही हैं. थोड़े ही दिनों में महामना की बगिया नये-नये फूलों से गमक उठेगी. नये स्टूडेंट्स बीएचयू के डिफरेंट कोर्सेज में एडमिशन लेकर अपने साथ देश का फ्यूचर संवारेंगे. यहां उनकी मुलाकात सीनियर्स के रूप में 'बड़े भाइयों' से होगा. जी हां एडमिनिस्ट्रेशनने इस बार बीएचयू को रैगिंग फ्री बनाने की दिशा में सीनियर्स को बड़े भाई का रोल देने की कवायद की है. नये सेशन में एक भी स्टूडेंट रैगिंग से पीडि़त ना हो इसके लिए सीनियर स्टूडेंट्स की टीम बनायी जायेगी जो अपने जूनियर्स के साथ बड़े भाई की भूमिका निभायेंगे.


बड़े भइया बतायेंगे है ये गलत बड़े भाई की भूमिका अदा करने वाले सीनियर्स को यह जिम्मेदारी दी जायेगी कि वे अपने जूनियर्स को रैगिंग की भयावहता की जानकारी दें.  बीएचयू के एंटी रैगिंग स्क्वॉड के चेयरमैन प्रो। एसके श्रीवास्तव के मुताबिक बीएचयू को रैगिंग फ्री बनाना हमारी प्रॉयरिटी है। इसके लिए हर संभव उपायों पर अमल किया जा रहा है। हमारा उद्देश्य है कि बीएचयू में जूनियर्स और सीनियर्स दोनों ही एक स्वस्थ्य माहौल में शिक्षा ग्रहण कर सकें। रैगिंग जैसी बुरी आदत से जूनियर और सीनियर्स दूर रहें और बीएचयू कैंपस में रैगिंग की एक भी घटना न होने पाये। रैगिंग रोकने के हमारे इस प्रयास में हम सीनियर्स के कंधे पर ही जूनियर्स की जिम्मेदारी देंगे। होर्डिंग्स से रोकेंगे ragging
बीएचयू को रैगिंग फ्री कैंपस बनाने के लिए जगह-जगह होर्डिंग्स और पोस्टर लगाये जायेंगे। इसकी शुरुआत भी हो चुकी है। बीएचयू में रैगिंग पर रोक लगाने के लिए 28 मेंबर्स के एंटी रैगिंग स्क्वॉड का गठन किया जा गया है। इसके अलावा फैकल्टी लेवल पर भी एंटी रैगिंग टीम बनाई गई है।

Posted By: Inextlive