-कमल संदेश बाइक रैली में बूथ समितियों के कार्यकर्ताओं के हुजूम का पार्टी के शीर्ष नेताओं ने किया गुपचुप आंकलन

-सिटी व रूरल एरिया पर रहा अधिक फोकस, केसरिया साफा से पटा रहा संस्कृत यूनिवर्सिटी का मैदान

2019 चुनावी मोड में आ चुकी भारतीय जनता पार्टी ने पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में 'कमल संदेश बाइक रैली' के बहाने अपने बूथ की मजबूती भी आंकी। संस्कृत यूनिवर्सिटी के मैदान पर सिटी व रूरल एरिया से पहुंचे बूथ पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की संख्या का पार्टी के शीर्ष नेता गुपचुप आंकलन भी कर रहे थे। 'एक ही नाम जय श्रीराम-जय श्रीराम' के जयकारे संग सर पर केसरिया साफा बांधे बाइक पर सवार कार्यकर्ताओं का हुजूम देख शीर्ष नेता मन ही मन प्रफुल्लित जरूर हुए, और आपस में एक-दूसरे से यह भी कहने में नहीं चूके कि जिले के 1,842 बूथों से अधिक संख्या में कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर कार्यक्रम को सफल बना दिया। जिन-जिन बूथ समितियों को बाइक रैली को सफल बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी उन्होंने भी भीड़ देख राहत की सांस ली। यह अलग बात रही कि विधायकों के संग उतने कार्यकर्ता नहीं पहुंचे जितनी की अपेक्षा की गई थी।

रैली निकली, गायब हो गए कार्यकर्ता

संस्कृत यूनिवर्सिटी के मेन गेट पर खड़े होकर सीएम योगी दस मिनट से अधिक देर तक बाइकर्स को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते रहे। भाजपा कार्यकर्ताओं का रेला यूनिवर्सिटी से बाहर तय रूट के लिए निकलता रहा। रैली लहुराबीर, मलदहिया, सिगरा, भारत माता मंदिर होते हुए क्षेत्रीय कार्यालय तक पहुंची। लेकिन जितने कार्यकर्ता बाइक पर सवार होकर यूनिवर्सिटी से निकले, कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव पर उनकी संख्या में कमी देखी गई। कुछ तो आधे रास्ते से ही निकल लिए तो कुछ पूरे कार्यक्रम तक बने रहे। पार्टी के शीर्ष नेताओं ने इसे नोटिस भी किया है।

लेडी ब्रिगेड में भी दिखा उत्साह

कमल संदेश रैली में भाजपा महिला विंग भी पीछे नहीं रही। गले में भाजपा का साफा धारण किए महिलाओं ने भी स्कूटी पर फर्राटा भरा। हर-हर मोदी, घर-घर मोदी का नारा लगाते हुए रैली में शत प्रतिशत भागीदारी निभाई।

Posted By: Inextlive