-जमीन पर बैठ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पिछड़े के घर खाया नेनुआ की सब्जी, दाल संग रोटी

-जोगियापुर गांव में आयोजित इस कार्यक्रम को बीजेपी ने दिया 'समरसता भोज' का नाम

-आरती से हुआ गांव में स्वागत, खाना से पहले चखी पकौड़ी

-राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ पार्टी के पदाधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने भी लिया समरसता भोज में भाग

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यूपी चुनाव से पहले दलितों को लुभाने में जुटी बीजेपी ने मंगलवार को एक कदम और आगे बढ़ाया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पीएम के संसदीय क्षेत्र बनारस के एक गांव जोगियापुर पहुंचे। जहां उन्होंने जमीन पर बैठकर न सिर्फ पिछड़ी जाति के बिंद परिवार के घर बने भोजन का दलित परिवारों के बीच स्वाद चखा बल्कि उनके बीच 45 मिनट का समय व्यतीत किया। अमित ने भी पीएम नरेंद्र मोदी की तरह नेनुआ की सब्जी, दाल संग घी लगी रोटी खाई। शाह के कार्यक्रम से पूरे गांव में जश्न का माहौल रहा। इलाहाबाद जाने से पहले बनारस में अमित शाह ने भले ही कोई बयान न दिया हो, मगर चुपचाप रहकर भी उन्होंने चुनावी बिसात पर एक कदम आगे बढ़ा दिया।

रसोई में सजधज कर महिलाएं बनाती रही खाना

इलाहाबाद में आयोजित महापंचायत में अमित शाह को मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होना था। मगर सोमवार को अचानक उनके कार्यक्रम में तब्दीली हो गई। मंगलवार को सुबह बाबतपुर एयरपोर्ट पर उतरने के बाद वे सुबह 11.45 बजे सीधे सेवापुरी विधानसभा के जोगियापुर गांव पहुंचे। गांव में अमित शाह का स्वागत कन्याओं ने आरती उतार कर किया। इसके बाद गुड़ खिलाकर पानी पिलाया गया। फिर अमित शाह ने गांव की महिलाओं के हाथ की बनी पकौड़ी का स्वाद चखा। अमित शाह को खाना खिलाने के लिए गिरिजा बिंद के घर सुबह से ही महिलाएं सजधज कर रसोई में जुटी रहीं। वहीं अमित शाह के पहुंचते ही महिलाओं ने जमकर डांस किया।

गांव में रहा उत्साह जैसा माहौल

अमित शाह घर के अंदर प्रवेश करते ही जमीन पर बैठ गए। उन्होंने बिंद परिवार की रसोई में बनी नेनुआ की सब्जी, रोटी, दाल, चावल और मट्ठा का लुत्फ उठाया। समरसता भोज के दौरान गांव में उत्सव जैसा माहौल रहा। अमित शाह ने भी खाना खाने के बाद महिलाओं की जमकर तारीफ की। वहीं अमित शाह के साथ सांसद डॉ। महेंद्र नाथ पांडेय, श्यामदेव राय चौधरी, रवींद्र जायसवाल समेत वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भी दलित के घर भोजन किया। इस दौरान गांव के कई लोगों ने विभिन्न समस्याओं से जुड़े पत्रक भी उन्हें सौंपे। इससे पहले एयरपोर्ट से लेकर जोगियापुर गांव के बीच विभिन्न जगह पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। वहां से अमित शाह इलाहाबाद के लिए रवाना हो गए। जोगियापुर गांव में आयोजित कार्यक्रम के प्रभारी महेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि भोज की तैयारी पिछड़े वर्ग के बिंद परिवार ने की थी। मगर भोज में अमित शाह के साथ हरिजन बिरादरी के छह परिवार, पटेल बिरादरी के दो परिवार, वनवासी बिरादरी के दो परिवार, पाल समाज के दो परिवार भी शामिल रहे।

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दलित विरोधी छवि सुधारने का प्रयास

कांग्रेस विधायक अजय राय ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दलित के घर भोजन करने को सिर्फ दिखावा बताया। उन्होंने कहा कि इससे वे पार्टी की दलित विरोधी छवि को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। अगर उन्हें सही दलित प्रेम है तो वे उनके घर का खाना और पानी पीकर दिखाए। चमकती और खाने से भरी थाली, मिनरल वाटर का यूज गरीब दलित नहीं करते हैं। अमित शाह यूपी में जाति के आधार पर बांटने का प्रयास कर रहे हैं। वे बिंद को दलित बताकर उनके घर भोजन करने से पहले उन्हें इस श्रेणी में शामिल तो कराएं। क्योंकि अब तक बिंद पिछड़ी जाति में आते हैं।

Posted By: Inextlive