-जूस में मिलाईं नींद की छह गोलियां और काट दी दाहिने हाथ की नस

-24 घंटे के अंदर सिगरा पुलिस ने किया वर्कआउट, दो अरेस्ट

चेतगंज थाना क्षेत्र के मलदहिया स्थित सीवी मार्ट शोरूम के कैशियर रवि मौर्या की हत्या उसके 2 दोस्तों ने मात्र 20 हजार रुपए के लिए कर दी। दोनों दोस्तों ने पहले रवि को अनार के जूस में नींद की 6 गोली घोलकर पिलाई थी। जब वह अचेत हो गया तो गैस सिलेंडर की पाइप से उसका गला घोंट दिया और फिर सब्जी काटने वाले चाकू से उसके दाहिने हाथ की नस काटकर हत्या कर दी। दोनों आरोपी कमरे का ताला बाहर से बंद कर आराम से निकल गए। पुलिस ने हत्या की गुत्थी 24 घंटे के अंदर सुलझाते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की शिनाख्त शिवदासपुर क्षेत्र के आदर्श नगर के मनोज गुप्ता और जगतगंज के दीपक कुमार प्रजापति के रूप में हुई।

पुलिस टीम को दस हजार का ईनाम

24 घंटे के अंदर हत्या के खुलासे पर पुलिस कमिश्नर ए। सतीश गणेश ने सिगरा थाना प्रभारी और उनकी टीम को 10 हजार रुपए के पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।

कमरे से आ रही थी तेज दुर्गध-

पुलिस के अनुसार परिजनों को कमरे के बाहर से ही तेज दुर्गध आ रही थी। इस पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी। थोड़ी देर बाद ही सिगरा थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने कमरे का ताला तोड़कर अंदर देखा तो वहां रवि का शव मिला।

खाते में थे 20 हजार

आरोपी मनोज और दीपक ने बताया कि 26 जुलाई की रात ही रवि की हत्या कर दी गई थी। उसके साथ, दोनों ने काम किया हुआ था। वो जानते थे कि रवि के पास हमेशा पैसा रहता था। दोनों उससे जब भी पैसा मांगते थे तो वह दे देता था, मगर इस बार रवि ने मना कर दिया था। पैसा मांगने से पहले ही दोनों ने रवि के मोबाइल में देख लिया था कि उसके खाते में 20 हजार रुपये हैं।

दोस्त के साथ विश्वासघात

दोनों रवि के अच्छे दोस्त बन गए थे। इसी की वजह से वे रवि के मोबाइल और एटीएम का पासवर्ड भी जानते थे। इस पर दोनों ने 10-10 हजार रुपए आपस में बांटने की योजना रची और रवि के कमरे में जाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद रवि के एटीएम से 20 हजार रुपए रथयात्रा चौराहा स्थित एक बैंक के एटीएम से निकाल कर आपस में 10-10 हजार बांट लिए थे। दोनों के पास से 5 हजार रुपए और रवि का मोबाइल बरामद किया गया है, जबकि 15 हजार रुपए दोनों ने 3 दिनों में मौज-मस्ती में खर्च कर दिए थे।

प्वाइंटर-

-घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज पुलिस ने खंगाली।

- रवि के कमरे की ओर आखिरी बार मनोज और दीपक जाते हुए दिखे थे।

- रवि की मंगेतर ने 26 जुलाई को ही उसके खाते में 20 हजार रुपए भेजे थे।

- रवि अपनी मंगेतर से अक्सर कहता था कि मनोज पैसे के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।

- मनोज से पूछताछ पर परत दर परत की कहानी खुलती गई।

- मनोज की मदद से ही दीपक भी गिरफ्तार किया गया।

-एटीएम से 20 हजार रुपए निकालने के दौरान भी सीसीटीवी फुटेज से दोनों के होने की पुष्टि हुई।

कोट-

रवि की हत्या के मामले में सिगरा थाना प्रभारी अनूप कुमार शुक्ला और उनकी टीम के अलावा सर्विलांस टीम ने काफी प्रयास कर 24 घंटे के अंदर ही घटना का सफल अनावरण कर हत्या को कारित करने वाले दोनों अभियुक्तों को अरेस्ट कर लिया। दोनों ने अपने गुनाह को कबूला और हत्या करने का कारण रुपए का लालच बताया।

विक्रांत वीर

डीसीपी वरुणा जोन

Posted By: Inextlive