प्रभु घाट के सामने हादसे में चार डूबे नाविक के मरने पर फूट-फूटकर रोए स्थानीय लोग फिरोजाबाद के टूंडला से घूमने आए पांच दोस्तों ने बीच नदी में पार्टी की और जमकर पी शराब

वाराणसी (ब्यूरो)गंगा घाटों में शामिल प्रभु घाट पर उस वक्त मातम का माहौल फैल गया, जब चार युवक घाट के सामने नदी में देखते ही देखते समा गए। दरअसल, सोमवार दोपहर को बीच गंगा में छह युवक पार्टी कर रहे थे कि नाव में अचानक छेद हो गई। जब तक सवार सभी युवक कुछ समझ पाते तब तक नाव गंगा में डूब गई। इस बीच नाव में सवार दो युवकों को स्थानीय लोगों की मदद से बचा लिया गया, जबकि चार लोग लापता हो गए। बताया जाता है कि मृतकों में नाविक सनी के अलावा घूमने आए पांच दोस्तों में दो दोस्त शामिल हैं। वहीं एक अब भी लापता है। पुलिस ने तीन शवों को अपने कब्जे में लेकर उनके परिजनों को सूचित कर दिया.

कर रहे थे बीच गंगा में नाव पर पार्टी

सोमवार को फिरोजपुर जिले के टुंडला से पांच दोस्त केशव कुमार, पवन, अनस, संजय, इमामुद्दीन बनारस घूमने के लिए आए थे। अस्सी घाट घूमने के बाद जब प्रभु घाट पहुंचे तो नाविक शनि से घूमने की बात कह कर नदी में गए, जहां सभी ने बीच नदी में पार्टी के दौरान जमकर शराब की। इधर, नाविक शनि के परिजनों का आरोप है कि शनि ने उन्हें शराब पीने के लिए मना भी किया, लेकिन वे नहीं माने। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था.

अचानक भरने लगा पानी

नाव में सवार फिरोजाबाद जिले के टुंडला निवासी केशव ने बताया कि नाव में छेद था। पानी भरने से हादसा हुआ है। बीच गंगा में जब नाव पहुंची तो अचानक नाव में पानी भरने लगा। इस बीच हम सभी कुछ समझ पाते नाव पूरी तरह से नदी में डूब गई। नदी में नाव को डूबता देख कुछ स्थानीय लोग उन्हें बचाने गए, लेकिन नाव में सवार छह लोगों में से सिर्फ दो को ही बचाया जा सका.

सनी का शव मिलते ही बिफरे लोग

नाविक संघ के पदाधिकारी शंभू सहानी ने बताया कि सनी एक कुशल व्यवहार का युवक था। वो एक कुशल तैराक भी था, लेकिन उसके डूबने की खबर ने सभी को हिलाकर रख दिया है। वहीं, जब सनी का शव निकला तो उसके परिजन देखते ही बिलख कर रोने लगे। वहीं पुलिस सनी के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाना चाहती थी, लेकिन परिजन शव को पुलिस के हवाले करने को तैयार नहीं थे। इस बीच सनी के सांस चलने की अफवाह उड़ी तो पुलिस आनन-फानन में सनी को ट्रामा सेंटर ले जाना चाहती थी.

पैैंट्री कार का संचालक है केशव

पुलिस ने बताया कि नाव में सवार सभी लोग शराब के नशे में थे। नाव पर सवार सभी युवकों में केशव और पवन को बचाया गया। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। फिरोजाबाद के टुंडला निवासी केशव ने बताया कि वो मरुधर एक्सप्रेस ट्रेन में पैंट्री कार का संचालक है और वह सोमवार सुबह ही अपने 5 दोस्तों के साथ वाराणसी घूमने आया था.

200 रुपये में बुक किए थे नाव

टूंडला फिरोजाबाद का रहने वाला पवन निषाद राजघाट पर पिछले छह माह से चाय की दुकान चलाता है। उससे मिलने के लिए टूंडला फिरोजाबाद के रहने वाले पड़ोसी दोस्त मोनू, पप्पू, केशव, अनस, इमामुद्दीन व संजय के साथ निषादराज घाट पर पवन की चाय की दुकान पर पहुंचे। वहां सभी ने सन्नी नाविक से 200 रुपये में नाव बुक की। इसके बाद सभी नाव पर सवार होकर उस पार गए.

मां की इच्छा थी बेटे को नाव देने की

नाविक सन्नी के डूबने से भदैनी स्थित उसके घर पर मातम छा गया। सन्नी के पिता भैयन की वहीं दुकान है। सन्नी दो भाइयों और दो बहनों में बड़ा था। उसकी मां की इच्छा थी कि वह सन्नी के लिए एक नाव बनवाती जिससे उसका व उसके परिवार का पालन-पोषण होता.

दो माह में 50 से अधिक शव मिले

पिछले दो महीनों में 55 से अधिक शव गंगा से निकाले जाने की सूचना है सिर्फ एनडीआरएफ की टीम ने पिछले दो महीनों में 35 शव निकाले हैं। जानकारों की मानें तो तुलसी घाट से शव आए दिन मिलते रहते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कभी लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान नहीं चलाया जाता है.

घटना के बाद अभियान की याद

घटना की जानकारी मिलने के बाद भेलूपुर जोन के अधिकारी राजेश अग्रवाल ने कहा कि घाटों पर निर्देश तो लिखे गए हैं, लेकिन इधर समय के अभाव के कारण घाटों पर जागरूकता अभियान नहीं चलाया गया है। घाट पर जल्द ही अभियान निगम की ओर से चलाया जाएगा।

चलाए जा रहे 1134 नाव

एक जानकारी के मुताबिक वर्तमान में कुल 1134 नाव चलाए जा रहे हैं। जिनमें छोटे-बड़े सभी शामिल हैं। इन नावों का समय-समय पर लाइसेंस व चलाने के लिए मानक को चेक करना होता है, लेकिन निगम की ओर से यह नहीं किया जा रहा है.

नाव में होने चाहिए ये मानक

- नगर निगम से लाइसेंस हो

- नाव में लाइफ जैकेट हो

- नाविक का नाम और नंबर हो

- क्षमता अंकित हो

चार युवकों की डूबने की घटना बहुत ही दुखद है, लेकिन नदी में शराब पीने की बात सामने आई है जो बहुत ही गलत है। लोगों को समझना चाहिए कि घाटों पर शराब का सेवन न करें.

प्रवीण सिंह, एसीपी, भेलूपुर

प्रशासन को चाहिए कि समय-समय लोगों में जागरूकता के लिए अभियान चलाए। हमारी तरफ से हमेशा एनाउंस किया जाता है कि गहरे पानी में न जाएं, फिर भी लोग नहीं मानते हैं.

विनित पांडे, इंचार्ज, एनडीआरएफ

Posted By: Inextlive