नगर निगम से रोजाना निकलता है 600 टन सोलिड वेस्ट नम और उमस वाली जलवायु में पनप रहे व लार्वा व मच्छर

वाराणसी (ब्यूरो)दिन में धूप, रात में ठंडक। मच्छरों की ब्रीडिंग का मुफीद समय है। वाराणसी नगर निगम से रोज लगभग 600 टन शहरी ठोस अपशिष्ट निकलता है। इसके वैज्ञानिक निस्तारण में थोड़ी भी लेट-लतीफी मच्छरों की फौज खड़ी कर रही है। लिहाजा, मच्छरों की फौज हर घर की नाक में दम किए हुए है। कुछ ही हफ्तों पहले बेतहाशा गर्मी कीट विज्ञानी के अनुसार आम मच्छरों के अलावा डेंगू-मलेरिया के भी मच्छरों की आबादी में इजाफा की आशंका जताई है.अब तो क्वाइल और लिक्विड भी मच्छरों पर बेअसर साबित हो रहे हैं.

पनपने की चार स्टेज

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी के अनुसार वाराणसी नगर निगम से रोज लगभग 600 टन शहरी ठोस अपशिष्ट निकलता है। वहीं, मच्छर के लार्वा को पनपने की चार स्टेज होती हैं। वर्तमान में दिन गर्म हैं और रात ठंडी। यह मौसम मच्छरों के लिए बेहद मुफीद है। दिन के समय गर्मी और रात को ठंड के कारण लार्वा को नमी मिल रही है। इसके चलते लार्वा के मैटामॉरफोसिस की प्रक्रिया काफी तेज है। लार्वा के बढऩे से रोकने के लिए कारगर उपाय देखने को नहीं मिल रहा है.

खुले नाले, जलभराव बन रहे कारण

मच्छरों के लार्वा पानी में तेजी से फैलते हैं। शहर में कई नाले खुले हैैं.सड़कों के किनारे पानी लगा हुआ है। जहां-तहां गढ्डों में जलभराव है। इसमें पानी भरने के कारण भी मच्छरों की ब्रीडिंग वहां तेजी से हो रही है। इसे रोकने के लिए अब तक अधिकतर इलाकों में दवा का छिड़काव नहीं कराया गया है। अर्बन मलेरिया का वाहक माने जाने वाले मच्छर एनाफिलीस स्टेपहेनसिया के बढऩे की प्रबल संभावना है। मच्छर अधिक होने से मलेरिया के मामले बढऩे की संभावनाओं से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है.

एंटी लार्वा व फॉगिंग की बाट जोह रहे वार्ड

नगर निगम ने मच्छरों से लडऩे के लिए एंटी लार्वा दवा के छिड़काव सभी वार्डों में कराने का दावा कर रहा है, लेकिन मच्छरों की संख्या बढ़ती जा रही है। नगर निगम का कहना है कि एक महीने पहले से फॉगिंग का काम कराया जा रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि मलेरिया और डंगू से निबटने के लिए टीमें तैनात कर दी गई हैैं.

आंकड़ों पर एक नजर

-साल 2021 में 323 पुष्ट डेंगू के पेशेंट

-रैपिड किट- 1450 पेशेंट

-जनवरी 2022 से अब तक - 58735

- इसमें मलेरिया के पेशेंट- 50

- हाल में डिस्चार्ज हुए डेंगू पेशेंट- 5

नम और उमस में मच्छरों की ब्रीडिंग तेज होती है। डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के स्पेशल-18 को काम पर लगा दिया गया है। चिन्हित इलाकों में डेंगू लार्वा की पहचान कर नष्ट करने का काम किया जा रहा है। संबंधित विभागों से सहयोग की उम्मीद है.

शरद चंद्र पांडेय, डीएमओ

नगर निगम नियमित रूप से वार्डों में फागिंग और सैनिटेशन का काम कर रहा है। वार्डों और बाढ़ शेल्टर होम्स के आस पास भी मच्छरों के नियंत्रण के प्रयास किए जा रहे हैैं। पब्लिक फागिंग और सैनिटाइजेशन आदि की समस्या से विभाग को अवगत करा सकता है। उनकी समस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण किया जाएगा.

डॉ एनपी सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

Posted By: Inextlive