फ्री एडमिशन में भी दलाल फेंकने लगे जाल
-आरटीई के तहत प्राइवेट स्कूल्स में एडमिशन फॉर्म दो मार्च से होगा ऑनलाइन, एडमिशन कराने के लिए दलाल हुए एक्टिव
VARANASI राइट-टू-एजुकेशन के तहत प्राइवेट स्कूल्स में फ्री एडमिशन का फॉर्म आने से पहले ही दलाल फास्ट हो गए हैं। हालांकि इनमें एडमिशन का फॉर्म दो मार्च से ऑनलाइन अपलोड किया जाएगा। इस साल तीन फेज में आवेदन दस जून तक किए जा सकते हैं। सिटी के स्कूल्स में ऑनलाइन व रूरल एरिया के स्कूल्स में एडमिशन के लिए आफलाइन आवेदन करना होगा। दूसरी ओर फ्री एडमिशन दिलाने के नाम पर दलाल भी अपना जाल बिछा रहे हैं। बीएसए ऑफिस का चक्कर काटने लगे हैं। पैरेंट्स के पहुंचते ही ये उन्हें अपनी गिरफ्त में ले रहे हैं। दर्ज हो चुका है एफआइआरदो साल पहले इस तरह की कम्प्लेन मिली थी। इस मामले में शिवपुर स्थित एक सुविधा केंद्र के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। फ्री व अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार-2009 के तहत प्राइवेट स्कूलों में प्री-नर्सरी व कक्षा-एक में सीट के सापेक्ष 25 फीसद फ्री एडमिशन आर्थिक रूप से कमजोर आय वर्ग के बच्चों को देने का नियम है। प्राइवेट स्कूल्स में एडमिशन लॉटरी से किया जाएगा।
तीन फेज में पूरा होगा प्रासेसफर्स्ट फेज : दो मार्च से 26 मार्च
सेकेंड फेज : चार अप्रैल से 24 अप्रैल थर्ड फेज : चार मई से 10 जून तक इनका होगा एडमिशन - एसटी/एसटी व ओबीसी संवर्ग के बच्चे। -सामान्य वर्ग के उन बच्चों को जिसके अभिभावकों की वार्षिक आय एक लाख से कम हो। ये डाक्यूमेंट रखें तैयार -एसटी/एसटी व ओबीसी के लिए तीन वर्ष के भीतर जारी जाति प्रमाणपत्र - जन्म प्रमाणपत्र - बच्चे के अभिभावकों का आधार कार्ड प्राइवेट स्कूल्स में आरटीई के तहत एडमिशन लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा। ऐसे में पैरेंट्स दलालों के चक्कर में न पड़ें। घर बैठे ही आवेदन कर सकते हैं। वहीं यदि कोई पैसा मांगता है तो पैरेंट्स इसकी शिकायत कर सकते हैं। जय सिंह, बीएसए