बिल्डिंग मैटेरियल पर पेट्रो कीमतों का साइडइफेक्ट
-पेट्रोल डीजल के बढ़े दाम के चलते बिल्डिंग मैटेरियल का रेट भी हुआ हाई
-ट्रांसपोर्टर्स ने बढ़ा दिया भाड़ा, महंगाई की मार चढ़ा घर बनवाने का सपना पेट्रोल डीजल के बढ़ते दाम का साइडइफेक्ट अब दिखने लगा है। सब्जियों से लेकर अन्य चीजों के भाव जहां चढ़ गये वहीं बिल्डिंग मैटेरियल का दाम भी ऊपर की ओर बढ़ गया है। इस समय यदि आप भी अपने सपनों का घर बनवाने की सोच रहे हैं तो महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी। पेट्रो कीमतों में बढ़ोत्तरी के चलते ट्रांसपोर्टर्स ने भाड़ा बढ़ा दिया है। लिहाजा व्यापारियों ने इस बढ़े रेंट को पूरा करने के लिए सामान का दाम बढ़ाया है। वहीं पहले की तरह सामानों के आने में वो फ्लो भी नहीं है।बिल्डिंग मैटेरियल के दाम बढ़ने की कई कारण हैं। एक मुख्य वजह यह है कि कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन के बाद से बिल्डिंग मैटेरियल से जुड़े सामनों का आयात बहुत कम हो गया है। नतीजतन अब बिल्डिंग मैटेरियल के सामानों की डिमांड बढ़ने पर इनके दाम अचानक से बढ़ गए हैं।
किराये ने भी कमर तोड़ीशहर में बिल्डिंग मैटेरियल के व्यापार से जुड़े सचिन त्रिपाठी का कहना है कि लॉकडाउन के बाद से व्यापार लगभग 50 पर्सेट कम हो गया है। लॉकडाउन के चलते जहां पहले से ही माल कम आ रहे हैं वहीं अब लॉकडाउन के बाद ट्रांसपोर्ट का भाड़ा इतना बढ़ गया है कि बिल्डिंग मैटेरियल के दाम अपने आप बढ़ गए हैं।
-कम हो गए कस्टमर- बिल्डिंग मैटेरियल के व्यापार से जुड़े संतोष पटेल ने बताया कि लॉकडाउन ने व्यापार की कमर तोड़ दी। करीब दो महीने तो माल आये ही नहीं। अब जब लॉकडाउन में छूट मिली तो पेट्रो कीमतें ही बढ़ गयी। जिसका असर भाड़ा पर पड़ रहा है। ट्रांसपोर्टर्स ने पेट्रो कीमतों का हवाला देकर भाड़ा बढ़ा दिया। लिहाजा हमें भी बिल्डिंग मैटेरियल के दाम को बढ़ाना पड़ा है। -इन बिल्डिंग मैटेरियल के बढ़े दाम- मैटेरियल वर्तमान रेट लाल बालू 78 रुपए फुट मोटा बालू 76 रुपए फुट अल्ट्राटेक सीमेंट 415 रु बोरी प्रिज्म सीमेंट 400 रु बोरी एसीसी सीमेंट 440 रु बोरीईट 14 हजार रुपए
प्रति हजार पटिया 125 रुपए प्रति तीन फुट -मैटेरियल पहले का रेट -लाल बालू 60 रुपए फुट -मोटा बालू 54 रुपए फुट -प्रिज्म बालू 77 रुपए फुट -अल्ट्राटेक 390 रुपए फुट -प्रिज्म सीमेंट 375 रुपए फुट -एसीसी सीमेंट 405 रुपए फुट -ईट 11 हजार रुपए प्रति हजार -पटिया 90 से 95 रुपए प्रति तीन फुट -क्या कहती है पब्लिक - मेरा घर पिछले एक साल से बन रहा है। लॉकडाउन में निर्माण कार्य बंद कर दिया। लेकिन अब जब चीजें खुल गयीं हैं तो फिर से काम स्टार्ट करवाने का प्लान है। मगर इन दिनों बिल्डिंग मैटेरियल के दाम इतने बढ़ गये कि बजट जवाब देने लगा है। आशुतोष मिश्रा- मैं अपने भवन निर्माण का कार्य लॉकडाउन के पहले से ही करा रहा था। अब दोबारा स्टार्ट कराने की सोच रहा हूं। लेकिन सामानों के दाम इतने बढ़ गये कि हिम्मत छूट जा रही है। सरकार को बिल्डिंग मैटेरियल के दाम फिक्स करना चाहिए।
अमित कुमार मै अपने मकान के ऊपर एक और फ्लोर बनवाना चाहता हूं। लेकिन बिल्डिंग मैटेरियल के दाम महंगे होने के चलते अभी घर के निर्माण का कार्य शुरु नहीं करा पा रहा हूं। अभी बिल्डिंग मैटेरियल के दाम घटने का इंतजार कर रहा हूं। अंकुर तिवारी