-रोडवेज की ओर से सावन के लिए किया गया है खास इंतजाम

-फेरे बढ़ाने के अलावा एक्स्ट्रा बसों का होगा संचालन

-रेलवे ने भी स्टेशन पर तैयारी की पूरी

श्री काशी विश्वनाथ सहित अन्य मंदिरों में दर्शन व जलाभिषेक के लिए सावन के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु बनारस पहुंचते हैं। हर साल की तरह इस साल भी रोडवेज तैयारी में जुट गया है। बस फर्क इतना है कि इस साल कांवर यात्रा पर रोक रहेगी। लेकिन श्रद्धालु आ जा सकेंगे। ऐसे में एक महीने में लाखों श्रद्धालुओं के वाराणसी पहुंचने की संभावना है। इसके लिए प्रत्येक पांच मिनट पर बसों की विशेष सुविधा शुरू करने का प्लान है। जिससे दर्शन पूजन को यहां आने और यहां से जाने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं होगी। उन्हें आसानी से बस मिल जाएगी।

रूट किया गया चिन्हित

वाराणसी कैंट रोडवेज बस स्टैंड से प्रयागराज व आजमगढ़ रुट पर सावन के दौरान सबसे अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। प्रयागराज सहित आसपास के विभिन्न जगहों के हजारों श्रद्धालु हर साल सावन में वाराणसी काशी विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं। इस बार भी काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोग वाराणसी आ सकते हैं। इसको देखते हुए कैंट बस अड्डे पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ सकती है। इन श्रद्धालुओं को आसानी से बस मिल जाए इसके लिए रोडवेज ने बस का इंतजाम कर लिया है। ताकि समय रहते पैसेंजर को बस अड्डे पर बस मिल जाए।

बसों के बढ़ाएंगे फेरे

रोडवेज प्रशासन ने अपने लेवल पर तैयारी को अंतिम रूप दे दिया है। लेकिन अभी तक शासन की ओर से कोई स्पष्ट निर्देश नहीं आया है। बावजूद इसके वाराणसी-प्रयागराज रूट पर बसों के फेरे बढ़ाए जाएंगे। साथ ही इस रूट के लिए बसेस को स्पेयर में रखा जाएगा। जिससे आवश्यकता पड़ने पर उनका संचालन किया जा सके। अन्य रूट की एक्स्ट्रा बसेस को भी तैयार रखा जाएगा। ताकि जिस रूट पर डिमांड हो उस रूट पर बस को संचालित किया जा सके। इसका पूरा खाका खींच लिया गया है। अगर शासन की ओर से कोई निर्देश आता है तो उस हिसाब तैयारी को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।

काशी-महाकाल के संचालन का इंतजार

बाबा विश्वनाथ के शहर से महाकाल के शहर उज्जैन को जोड़ने वाली ट्रेन काशी-महाकाल एक्सप्रेस का संचालन कोरोना के चलते लंबे समय से ठप चल रहा है। इस ट्रेन को लेकर उम्मीद जतायी जा रही है कि सावन में इसका संचालन हो सकता है। बहरहाल इसके लिए स्थानीय रेल प्रशासन को कोई निर्देश नहीं मिला है। स्टेशन डायरेक्टर आनंद मोहन ने बताया कि ट्रेन को ऑपरेट करने के लिए कोई आदेश बोर्ड से आया नहीं है। जैसे ही आदेश मिलेगा वैसे ही तैयारी पूरी कर ली जाएगी। हालांकि लंबे समय पैसेंजर्स की ओर से डिमांड की जा रही है।

ये ट्रेंस हो जाती हैं ठसाठस

सावन के दौरान जितनी भीड़ आसपास के जिलों से वाराणसी आती है उससे कहीं अधिक दूसरे प्रदेशों से लोग यहां दर्शन पूजन को आते हैं। इस दौरान विभिन्न शहरों से वाराणसी आने वाली शिवगंगा, पवन, कामायनी, मरूधर, चौरीचौरा, नई दिल्ली-बनारस व वाराणसी पैसेंजर आदि ट्रेनों में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रहती है। लोग इन ट्रेंस के सभी कोचेज में सवार होकर आते हैं। इस साल भी ऐसी ही उम्मीद जतायी जा रही है। आनंद मोहन ने बताया कि रेलवे की ओर से सावन के लिए नयी एसओपी जारी की जाएगी।

प्वाइंट टू बी नोटेड

-डिपो में निगम की बसें--430

-अनुबंधित बसें--40

-एसी बस-04

-पिंक बसें--02

वर्जन----

सावन के लिए इस बार किसी नयी ट्रेन के संचालन का आदेश अभी तक बोर्ड की ओर से नहीं आया है। जो ट्रेन रेग्यूलर संचालित हो रही हैं उनमें ही भीड़ बढ़ने पर बोर्ड के निर्देश पर इंतजाम किया जा सकता है। वहीं स्टेशन पर भीड़ को देखते हुए प्लॉन तैयार कर लिया गया है।

आनंद मोहन, डायरेक्टर

कैंट स्टेशन

वाराणसी प्रयागराज रूट पर ही सावन के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। इसको देखते हुए बसेस का स्पेयर तैयार कर लिया गया है। ताकि जरूरत पड़ने पर संबंधित रूट पर एक्स्ट्रा बसेस का संचालन किया जा सके। वहीं आवश्यकतानुसार फेरे भी बढ़ाए जाएंगे।

संतोष कुमार, प्रभारी आरएम

वाराणसी रीजन

Posted By: Inextlive