पुलिस के पास पहुंच रहीं हर दिन फ्र ॉड की 40 शिकायतें वृद्ध महिला से 1.70 करोड़ का फ्र ॉड पीएम और सीएम से न्याय की गुहार दशाश्वमेध एरिया में बिल्डर एग्रीमेंट के तहत फ्लैट हड़पने पर तीन बिल्डर समेत आठ पर मुकदमा


वाराणसी (ब्यूरो)प्रॉपर्टी के नाम धोखाधड़ी के दो मामले शनिवार को सामने आए। कमिश्नरेट पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है। वाराणसी में कमिश्नरेट के गोमती, वरुणा और कोतवाली जोन में हर दिन प्रॉपर्टी विवाद को लेकर औसतन 40 शिकायतें आती हैं, जिसमें सबसे अधिक मामले वरुणा जोन की होती हैं। वाराणसी कमिश्नरेट के 28 थाना क्षेत्रों से 60 से लेकर 120 लोग अपनी शिकायत लेकर आते हैं, जिसमें आधे से अधिक शिकायतें जमीन विवाद को लेकर होती हैं। सबसे अधिक वरुणा जोन में जमीन को लेकर धोखाधड़ी के केस आ रहे हैं। इस जोन में कई थानों का दायरा शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी फैला है। इसमें रोहनियां, शिवपुर, सारनाथ, चोलापुर, चौबेपुर, लालपुर-पांडेयपुर थाना क्षेत्र प्रमुख है। वरुणा जोन में जनवरी से अप्रैल के बीच कुल 46, जबकि काशी जोन में 22 और गोमती जोन में 15 मुकदमे दर्ज हुए हैं.

केस-1

भेलूपुर थाना क्षेत्र के तुलसीपुर महमूरगंज में वीणा गुप्ता की 4.5 बिस्वा जमीन है, जिसका बैनामा पवन तुलस्यिान ने अपने बेटे ऋषभ के नाम कराया था। कीमत एक करोड़ 88 लाख तय हुई थी, लेकिन अभी तक 19 लाख आरटीजीएस किया गया है। बाकी पैसा मांगने पर धमकी मिल रही है.

केस- 2

दशाश्वमेध थाना क्षेत्र में बिल्डर एग्रीमेंट के तहत 40 फ्लैट बने हैं, जिसमें 24 बिल्डर और 16 मकान मालिक को मिलना तय हुआ। लेकिन, बिल्डर ने मकान मालिक के हिस्से का फ्लैट भी बेच दिया। इस मामले में बिल्डर्स मेसर्स जायमा डेवलपर्स के तीन पार्टनर सहित आठ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और कूटरचना सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है.

जान ले रही जमीन

पिछले दो साल के रिकॉर्ड की बात करें 95 से अधिक हत्याएं हो चुकी हैं, जिसमें 80 फीसद हत्या की मुख्य वजह जमीन ही पाई गई थी। इसी को देखते हुए पुलिस ने एंटी भू माफिया सेल बनाई। पूर्व में चिन्हित लगभग 45 भूमाफिया पर गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी।

कमाई पर माफिया की नजर

जमीन की कीमत में तेजी आने से अपराध जगत से जुड़े लोगों की सक्रियता ज्यादा बढ़ रही है। 10 साल से पहले की बात करें तो तमाम जाने-माने बिल्डरों द्वारा वाराणसी में कालोनियां बसाईं जा रही थीं। प्रोफेशनल होने के कारण बिल्डरों में कोई विवाद नहीं होता था। अकूत कमाई की जानकारी होते ही सफेदपोश, संत व अपराध जगत से जुड़े लोगों ने प्रॉपर्टी का काम शुरू कर दिया। प्लाटिंग और कालोनियां भी बसाने लगे। इसके चलते तमाम नामी बिल्डरों ने काम समेटा शुरू कर दिया.

वाराणसी में सबसे बड़ी धोखाधड़ी

वाराणसी में प्रॉपर्टी से जुड़ी फ्र ॉड कंपनी ने करोड़ों रुपये की ठगी की है। जमीन के नाम पर हजारों निवेशकों से करोड़ों रुपये की ठगी करने के मामले में रियल एस्टेट कंपनी शाइन सिटी सबसे ज्यादा कुख्यात रही है, जिसने 5000 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी की है। इसी तरह नीलगिरी इंफ्र ासिटी कंपनी ने 20 करोड़ से अधिक की ठगी की है। इसके अलावा 30 से अधिक बिल्डरों ने जमीन के नाम पर करोड़ों रुपये हड़प लिये हैं.

जमीन के नाम पर धोखाधड़ी और भूमि विवाद से जुड़े मामले ज्यादा आते हैं। मामलों की जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई भी हो रही है। इसके अलावा वाराणसी चिन्हित भूमाफियाओं पर कार्रवाई की तैयारी है। संबंधित के आपराधिक कुंडली भी तैयार हो रही है। बहुत जल्द ही कार्रवाई शुरू होगी.

मोहित अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर

कहां कितने केस

जोन --- एफआईआर

वरुणा --- 46

काशी --- 22

गोमती --- 15

(नोट: आंकड़े पुलिस के अनुसार जनवरी से अप्रैल तक हैं.)

Posted By: Inextlive