वर्षो बाद बुधवार को पड़ रहा है करवाचौथ, चंद्रमा का रोहिणी नक्षत्र में होना बना रहा है खास

VARANASI

जन्म जन्मांतर तक पति के साथ रहने की कामना में बुधवार को सुहागिनें करवा चौथ व्रत रखेंगी। शाम को चंद्रदेव को अ‌र्घ्य देने के बाद उनका संकल्प पूरा होगा। व्रती महिलाएं चांद के सामने चलनी की ओट से अपने पति का दर्शन कर व्रत का पारण करती हैं। इस बार खास यह है कि करवाचौथ पर एक विशेष संयोग बन रहा है जो व्रत को और भी शुभ फलदायी बना रहा है।

वर्षो बाद बना यह योग

ज्योतिषविद् पं चक्रपाणि भट्ट बताते हैं कि इस साल बुधवार को करवाचौथ का संयोग भ्0 साल बाद बन रहा है। इस बार करवाचौथ का एक व्रत करने से क्00 व्रतों का वरदान मिल सकता है। दूसरी खास बात यह कि बुधवार क्9 अक्टूबर को चन्द्रमा वृषभ राशि में और रोहिणी नक्षत्र में रहेगा। यह एक बहुत ही दुर्लभ संयोग है। ये बातें करवाचौथ के व्रत को शुभ फलदायी बना रही हैं। इसके अलावा बुध अपनी राशि कन्या में रहेंगे। इसी दिन गणेश चतुर्थी और कृष्ण जी की रोहिणी नक्षत्र भी है।

दिन भर होती रही तैयारियां

अखंड सौभाग्य के लिए रखे जाने वाले व्रत के लिए महिलाओं की तैयारियों का जोर दिन भर दिखायी दिया। मार्केट में साडि़यों, कॉस्मेटिक्स, चूडि़यों आदि की दुकानों पर खासी भीड़ रही। महिलाओं ने ब्यूटी पार्लर पहले से ही बुक करा रखा था। मेंहदी लगवाने के लिए भी महिलाओं की कतार लगी दिखी। नव विवाहित महिलाओं में तो करवा चौथ को लेकर कुछ अलग ही उत्साह रहता है।

पूजा और चंद्र उदय का मुहूर्त

करवाचौथ पूजा के लिए पूरी अवधि एक घंटे और क्फ् मिनट है। पूजा शाम म् बजे से शुरु होकर शाम 7.क्ब् बजे तक चलेगी। चंद्र उदय का मुहूर्त रात 8.ख्9 बजे होगा।

Posted By: Inextlive