बनारस में वाट्सएप और टेलीग्राम के जरिये ठगी का खेल
मोबाइल और लैपटॉप पर पॉपअप के जरिये चल रहा धंधा साइबर सेल में आ रही शिकायतों की पड़ताल जारी
वाराणसी (ब्यूरो)। साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। अब उन्होंने व्हाट्सएप और टेलीग्राम के माध्यम से लोगों को निवेश करने पर मोटे मुनाफे का लालच देकर ठगना शुरू कर दिया है। इसके लिए पॉपअप के जरिये लोगों को फंसाया जाता है। इस तरह के चार मामले साइबर थाना पुलिस के पास आ चुके हैं, जिनकी जांच में पुलिस टीमें जुटी हैं। साइबर थाना पुलिस ने लोगों को एडवाइजरी जारी कर ऐसी ठगी से बचने के लिए सचेत किया है.
साइबर ठगी के इस नए ट्रेंड में एक पॉपअप आपके लैपटॉप या मोबाइल पर आता है, जिसमें निवेश करने पर मोटे मुनाफे का लालच दिया जाता है। आप जैसे ही इस पॉपअप पर क्लिक करते हैं तो यह आपके व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम के अकाउंट पर जाकर खुलता है। वहां पर आपको कई तरह के लालच दिए जाते हैं और आपको कुछ ग्रुप से जोड़ दिया जाता है। जहां पर सबसे पहले तीन हजार का निवेश कराया जाता है और दिखाया जाता है कि आपके तीन हजार रुपये बढ़कर 5200 हो गए हैं। इसके बाद यह निवेश पांच हजार, 10 हजार और 20 हजार से बढ़कर 10 लाख तक पहुंच जाता है। आपके खाते में पैसे प्रदर्शित भी होते रहते हैं, लेकिन जब आप इनको निकालने का प्रयास करते हैं, तो निकाल नहीं पाते हैं। इसके बाद आपको ठगी का अहसास होता है। इस ट्रेंड में सभी खाते फर्जी होते हैं, जिनके माध्यम से विदेशों में बैठे लोग ठगी कर रहे होते हैं.
लोगों को जागरूक किया जा रहा इस तरह के करीब चार मामले अब तक दर्ज हो चुके हैं, जिनकी जांच जारी है। इन तीनों मामलों में लाखों रुपये की ठगी हुई है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वह किसी भी पॉपअप पर बिना सोचे-समझे क्लिक ना करें और ना ही कहीं पर भी इस तरह से निवेश करें, यह साइबर ठगों का नया धंधा है। इसने सावधान रहने की जरूरत है. ऐसे भी फंसा रहे जालसाज जालसाज इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर लोगों को फंसाकर उनके खाते में सेंध लगा रहे हैं। बैंक खाते या ऑनलाइन लेन-देन के खाते के नाम पर भी ठगी हो रही है। एटीएम ब्लॉक होने के बहाने भी फंसाया जा रहा। एटीएम को आधार से अपडेट करने का झांसा देकर। ऑनलाइन शॉपिंग के जरिए। लॉटरी का लालच देकर। गिफ्ट वाउटर या अन्य किसी स्कीम का विजेता बनाकर। ईनाम देने की बात कहकर भी ठगी हो रही है. इन बातों का ध्यान रखें- मोबाइल पर आने वाले अंजान लिंक पर क्लिक न करें
- किसी भी सोशल मीडिया ग्रुप में बिना सोचे-समझे न जुड़ें - फाइनेंस से संबंधित कोई भी जानकारी किसी को भी मोबाइल या ई-मेल पर न दें - बैंक खाते और कार्ड से जुड़ी जानकारी अनजान से साझा न करें - सोशल मीडिया पर अनजान व्य1ित से दोस्ती करने से बचें सोशल मीडिया के जरिए ठगी की शिकायतें आ रही हैं। हालांकि लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वह किसी भी लिंक बिना सोचे-समझे क्लिक ना करें। बिना जानकारी किसी एप के जरिए कहीं पर निवेश न करें, यह साइबर ठगों का नया धंधा है। इसने सावधान रहने की जरूरत है. शांतनु सिंह, साइबर सेल प्रभारी