विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर युवकों से ठगी कंपनी के दफ्तर पर ताला बंद करके संचालक फरार हर युवक से जमा कराया गया था 55 हजार रुपये

वाराणसी (ब्यूरो)कनाडा में नौकरी पाने का सपना लेकर शनिवार सुबह करीब दस बजे कई युवक महमूरगंज में उड़ान कंसल्टेंसी के दफ्तर पहुंचे, लेकिन ताला बंद था। थोड़ी देर इंतजार करने के बाद कोई नहीं पहुंचा तो युवकों ने कंसल्टेंसी कंपनी चलाने वाली अंजलि व जीविका के नंबर पर फोन किया। मोबाइल भी स्वीच ऑफ मिला। जैसे-जैसे समय आगे बढ़ रहा था, उसी रफ्तार से युवकों की संख्या भी बढ़ रही थी। काफी देर तक कोई दफ्तर का ताला नहीं खुलने पर युवकों ने हंगामा शुरू कर दिया। पूछताछ में पता चला कि 50 से अधिक युवकों से विदेश में नौकरी लगाने के नाम पर प्रति कैंडीडेट 55 हजार रुपये जमा कराया था। कनाडा में 1,80,000 रुपये प्रति माह की सैलरी पर नौकरी दिलाने का वादा था, लेकिन एन वक्त पर लाखों रुपये लेकर कंपनी फरार हो गई.

पम्फलेट के जरिए फंसाया

ठगी का शिकार होने पर सिगरा थाने पहुंचे अनिल सरोज, शमशाद आदि ने आरोप लगाया कि अमरजीत कुमार ङ्क्षसह के साथ महिलाएं व अंजलि व जीविका ने महमूरगंज में उड़ान कंसल्टेंसी के नाम से आफिस खोला था। इंटरनेट मीडिया व पम्फलेट आदि के माध्मय से युवकों को विदेश में नौकरी दिलाने का दावा करता था। 50 से अधिक युवक उनके झांसे में आ गए।

55 हजार जमा कराया

उड़ान कंसल्टेंसी के दफ्तर में मौजूद अंजलि व जीविका से फोन पर बातचीत होने के बाद युवकों को आफिस बुलाया गया। 50 से अधिक युवकों से तीन हजार रुपये रजिस्ट्रेशन, साढ़े चार हजार मेडिकल, तीस हजार अन्य खर्च के नाम पर कुल 55 हजार रुपये जमा कराया गया.

इंटरव्यू तक कराया

पैसे जमा होने के बाद फारमेल्टी के तौर पर युवकों का इंटरव्यू लिया गया। इसके बाद युवकों को कनाडा समेत अन्य देशों में डेढ़ से दो लाख रुपये प्रतिमाह की नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया। कई लोगों से इस शर्त पर पैसे जमा कराया कि विदेश में नौकरी लगने के बाद जब तीन माह की सैलरी मिल जाएगा तो उसमें से दो लाख रुपये कंपनी को देंगे।

अगस्त से ठगी का खेल

युवकों के रजिस्ट्रेशन व रुपये जमा करने की प्रक्रिया बीते वर्ष अगस्त से शुरू हुई थी। 25 जनवरी से युवकों के अलग-अलग समूहों को विदेश भेजने की बात हुई थी। उन्हें बताया गया कि दिल्ली से कनाडा जाने के लिए हवाई जहाज में बैठाया जाएगा उन्हें। इस के तहत शनिवार को युवक दिल्ली जाने के लिए महमूरगंज स्थित कार्यालय पहुंचे तो वहां ताला बंद था। कंपनी संचालकों का कोई पता नहीं लगने पर युवक थाने पहुंचे। सिगरा थाना प्रभारी राजू ङ्क्षसह ने मामले की जांच की बात कही है।

Posted By: Inextlive