- 30 लाख से अधिक की जमीन खरीदने और 10 लाख एकमुश्त जमा करने वालों को खोज रहा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट

- छुपाए नहीं छुपता धन

मन घबराए, कहीं धन चला न जाए

बैंक खाते में लाखों रुपये जमा करने और महंगी प्रापर्टी खरीदने वाले लोगों की फाइलें अब खुलेंगी। ऐसे लोगों की जानकारी रजिस्ट्री विभाग और बैंकों से कलेक्ट की जा रही है। बैंक खाते में दस लाख से अधिक रकम जमा करने वाले और 30 लाख से ज्यादा कीमत की प्रॉपर्टी खरीद-फरोख्त करने वाले लोगों को आयकर विभाग की ओर से नोटिस जारी करके आय का स्त्रोत पूछा जाएगा। संतोषजनक जवाब न मिलने पर जांच शुरू होगी और आयकर व जुर्माना वसूला जाएगा।

विनोद शर्मा, बनारस

अगर आपने भी पिछले साल 30 लाख रुपए से अधिक की जमीन खरीदी है, तो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट आपको खोज रहा है। उसने ऐसे लोगों की जानकारी निकालने के लिए रजिस्ट्री डिपार्टमेंट को भी पत्र लिखा है। रजिस्ट्री डिपार्टमेंट ने बनारस के ऐसे 150 लोगों को खोज भी लिया है, जिन्होंने महंगी जमीनें खरीदीं हैं। इसके अलावा अन्य लोगों की तलाश भी तेजी से की जा रही है। रजिस्ट्री डिपार्टमेंट के आला अधिकारियों का कहना है कि दो-चार दिन में सभी लोगों की लिस्ट इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को सौंप दी जाएगी। इस पर इनकम टैक्स के अधिकारियों का कहना है कि जिन लोगों ने एक नंबर में जमीन ली होगी उन्हें तो कुछ नहीं कहा जाएगा, लेकिन जिन्होंने अपने रिटर्न में इसे छुपाया होगा, उनसे जवाब-तलब किया जाएगा।

हालात सामान्य होने पर एक्शन की तैयारी

कोरोना काल की वजह से केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड यानी सीबीडीटी ने किसी भी तरह के प्रतिकूल संचार, तहकीकात पत्र या नोटिस जारी करने पर रोक लगा रखी थी। लॉकडाउन के बाद से फाइलें लंबित थीं। बोर्ड का फोकस सिर्फ पैसे की वापसी, शिकायतों आदि के निस्तारण पर था। ऐसे में बड़ी संख्या में जांच लंबित हो गई थी। बढ़ते मामलों के कारण आयकर विभाग के अधिकारी इस रोक को हटाने के लिए बोर्ड से कह रहे थे। व्यावसायिक गतिविधियों के साथ हर सेक्टर में स्थिति सामान्य होने के बाद आयकर विभाग ने लंबित मामलों पर एक्शन का मूड बनाया है।

अभी डेढ़ सौ की मिली जानकारी

नेशनल ई-असेसमेंट सेंटर के जरिए बैंक खाते में दस लाख से अधिक रकम जमा करने वाले और 30 लाख से ज्यादा कीमत की प्रॉपर्टी खरीद-फरोख्त करने वाले लोगों की जानकारी आयकर अधिकारियों को मिलने लगी है। यह वे लोग हैं, जिन्होंने आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किया है। शुरुआत में करीब डेढ़ सौ लोगों की सूचना अधिकारियों को मिली है, जिन्हें उनके ई-मेल पर नोटिस जारी किए जाएंगे। जवाब भी उन्हें ऑनलाइन ही भेजना होगा। जवाब नहीं देने या उचित उत्तर नहीं मिलने पर उनकी फाइलें खोली जाएगी।

क्रेडिट कार्ड वालों पर भी नजर

आयकर विभाग से मिली जानकारी के अनुसार क्रेडिट कार्ड के जरिए दो लाख से अधिक का लेन-देन या खरीदारी की गई है तो ऐसे लोगों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा जाएगा। नेशनल ई असेसमेंट सेंटर के जरिए ऐसे लोगों की सूची तैयार की जा रही है।

:: कोट:::

बैंक खाते में दस लाख से अधिक रकम जमा करने वालों पर विभाग की नजर है। ऐसे लोगों की जानकारी आयकर विभाग को संबंधित बैंकों के हेड आफिस से शेयर की जा रही है। ऐसे लोगों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई की अभी जानकारी नहीं है।

-मिथिलेश कुमार, एलडीएम

30 लाख से ज्यादा कीमत की प्रॉपर्टी खरीद-फरोख्त करने वाले लोगों की डाटा तैयार की जा रही है। कुछ लोगों की सूची आयकर विभाग को ऑनलाइन भेज दी गई है। एक हफ्ते के अंदर फाइनल सूची बनाकर भेजी जाएगी।

-सुरेश त्रिपाठी, एआईजी स्टाम्प

Posted By: Inextlive