- मैनुअल की बजाय विशेष सॉफ्टवेयर से तय होगा आरक्षण

- आरक्षण फार्मूले के इंतजार ने दावेदारों की बढ़ाई बेचैनी

- जिले में पंचायत चुनाव की तैयारियां जोरों पर

::: प्वाइंटर::

20

जनवरी तक फाइनल हो जाएगा परिसीमन

22

जनवरी के बाद फाइनल वोटर लिस्ट जारी होगी

जिले में पंचायत चुनाव की तैयारियां जोरों पर है। परिसीमन 20 जनवरी तक फाइनल हो जाएगा, जबकि फाइनल वोटर लिस्ट 22 जनवरी के बाद जारी होगी, लेकिन इस सबसे इतर दावेदारों की नजर आरक्षण पर टिकी है। खास बात यह है कि इस बार पंचायत में आरक्षण मैनुअल की बजाय विशेष सॉफ्टवेयर से ऑनलाइन होना है। इनके लिए विभागीय पोर्टल पर पिछले 5 चुनाव के आरक्षण का ब्यौरा फीड किया जा रहा है। चुनाव में आरक्षण व्यवस्था में पारदर्शिता लाने और पक्षपात के आरोप से बचने के लिए यह प्रक्रिया अपनाई जा रही है।

694 ग्राम पंचायतों में चुने जाएंगे प्रधान

वाराणसी में पंचायत चुनाव की प्रक्रिया पिछले दो महीने से चल रही है। वोटर लिस्ट में नाम बढ़ाने और कम करने का काम भी लगभग पूरा हो चुका है। कितने ग्राम सभा में प्रधानी का चुनाव होगा, यह भी तय हो गया। इसके अलावा ग्राम पंचायत वार्ड, क्षेत्र पंचायत वार्ड और जिला पंचायत के वार्डो की संख्या तय हो गई है। शासन की ओर से जारी संशोधित लिस्ट के अनुसार इस बार 694 ग्राम पंचायत, 8988 ग्राम पंचायत के वार्ड, 1007 क्षेत्र पंचायत के वार्ड और 40 जिला पंचायत के कुल वार्डो में चुनाव होगा।

आरक्षण को लेकर बेचैनी

वार्डो की फाइनल सूची जारी होने के बाद दावेदारों में सबसे ज्यादा बेचैनी आरक्षण को लेकर देखी जा रही है। इसके बाद ही तय होगा कि किस गांव में किस जाति का उम्मीदवार चुनाव लड़ सकता है। क्योंकि गांव अगर आरक्षित हो गया तो सामान्य जाति के लोग वहां से चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। इसी तरह अगर क्षेत्र महिला के लिए आरक्षित हो गया तो वहां से कोई पुरुष पर्चा नहीं भर सकता।

साफ्टवेयर से आरक्षण

पंचायत चुनाव में सर्वाधिक विवाद सीटों के आरक्षण तय करने में फंसता है। हर सीट पर प्रत्येक वर्ग की प्रतिनिधित्व को 1995 से चक्रानुक्रम आरक्षण व्यवस्था लागू हुई। हालांकि इस साल अभी फार्मूले का ही इंतजार है, लेकिन डीपीआरओ ऑफिस के अनुसार, पारदर्शिता के चलते पंचायत चुनाव 2020 नाम से साफ्टवेयर पर पंचायतों की आबादी व आरक्षण का ब्यौरा आदि अपलोड किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि चुनाव प्रक्रिया आरंभ होते ही शासन के फैसले के अनुसार साफ्टवेयर से आरक्षण तय हो जाएगा।

पंचायतों की भी जानकारी मांगी

आंशिक परिसीमन वाले जिलों में प्रभावित पंचायतों की स्थिति की भी जानकारी मांगी गई है। पंचायती राज निदेशक ने पंचायत चुनाव के संबंध में जिलों में सूचना मांगी है। मसलन 2015 में जिले में कितनी सीटों पर पंचायत चुनाव हुआ था, इस वर्ष कितनी सीटें कम हुई हैं। ऐसा वहीं किया जा रहा है, जहां सीमा विस्तार के बाद ग्राम पंचायतों का रकबा प्रभावित हुआ है। या फिर ग्राम पंचायत नगर पंचायत या पालिका में मर्ज हो गई है।

2021 में त्रिस्तरीय चुनाव में सीटों की स्थिति

694 ग्राम पंचायत

8988 ग्राम पंचायत के वार्ड

1007 क्षेत्र पंचायत के वार्ड

40 जिला पंचायत के कुल वार्ड

2015 में त्रिस्तरीय चुनाव में सीटों की स्थिति

760 ग्राम पंचायत

9934 ग्राम पंचायत के वार्ड

1199 क्षेत्र पंचायत के वार्ड

48 जिला पंचायत के कुल वार्ड

Posted By: Inextlive