-बनारस बीड़ा पान समिति ने उठाया शहर की सफाई का बीड़ा, शुरू किया शहर सफाई अभियान

-मोदी की बातों किया एनकॅरेज, पान की दुकान पर बांट रहे हैं डस्टबिन

VARANASI : 'अच्छे दिन आने वाले हैं' का स्लोगन देकर पब्लिक के दिलों में उम्मीद जगाने वाले नरेन्द्र मोदी जब चुनाव जीतने के बाद बनारस आये तो उन्होंने बनारस को साफ-सुथरा बनाने का वादा तो किया ही साथ ही आम पब्लिक से भी इसमें सहयोग देने की अपील की। फक्कड़ मिजाज के बनारस के लोगों को कोई पुचकार के कोई काम कहे और वो अपने कदम पीछे खींच लें, ऐसा भी कभी हुआ है? उन्होंने झट इस पर अमल किया जिससे अब ये उम्मीद हो चली है कि वास्तव में साफ-सुथरे दिन आने वाले हैं। आई नेक्स्ट उन लोगों को तहे दिल से शुक्रिया कहता है और सभी से अपील करता है कि वे भी बनारस को नीट एण्ड क्लीन बनाने में अपना सहयोग करें। अंदर पढें़ मोदी की रिक्वेस्ट पर किसने उठाया है बनारस को साफ-सुथरा बनाने का बीड़ा?

साफ सुथरे दिन आने वाले हैं

पान वाले चाय वाले का सपना पूरा करेंगे। बनारस शहर को साफ और स्वच्छ बनाने के लिए अपने सहयोग की शुरुआत कर दी है। इस ओर सबसे पहला कदम बढ़ाया है बनारस बीड़ा पान समिति ने। समिति की ओर से पान शॉप्स को डस्टबिन बांटा जा रहा है। उन्होंने अनुरोध किया जा गंदगी इधर-उधर फेंकने की आदत को सुधारें। पम्फलेट बांटकर कस्टमर को सफाई अभियान से जोड़ें। पान खाकर गंदगी न फैलाने से रोकें। रविवार को पहले दिन दो सौ शॉप्स पर डस्टबिन बांटी गयी है। यह सिलसिला तब तक चलता रहेगा जब तक फ्0 हजार पान की दुकानों तक डस्टबिन न पहुंच जाए।

मोदी की बातों ने दी प्रेरणा

बनारस की सफाई अभियान की शुरुआत करने वाले बनारस बीड़ा पान समिति को प्रेरणा दिया बनारस के सांसद और देश के भावी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने। चुनाव जीतने के बाद पहली बार बनारस आए मोदी ने राजेन्द्र प्रसाद घाट पर गंगा आरती के बाद पब्लिक से रूबरू हुए। उन्होंने देश में सफाई अभियान की शुरुआत बनारस से करने की बात कही थी। अभियान की सफलता के लिए उन्होंने पब्लिक से सहयोग मांगा था। इसके बाद ही बनारस बीड़ा पान समिति ने अपने सहयोग की भूमिका तैयार कर ली। समिति के पदाधिकारियों ने बैठक करके सभी पान की दुकान को डस्टबिन देने का डिसीजन लिया।

शुरू किया अभियान

सबसे पहले समिति से जुड़े दो हजार पान दुकानदारों को डस्टबिन देना तय किया गया। अभियान की शुरुआत समिति के सदस्यों से की गयी है। हर दुकान पर एक बड़ा प्लास्टिक का डस्टबीन दिया जा रहा है। पहले दिन दो सौ दुकानों को दिया गया। इसके बाद हर दिन सौ दुकानों तक पहुंचाया जाएगा। समिति के सदस्यों के दुकानों के बाद सिटी में मौजूद लगभग फ्भ् हजार छोड़ी-बड़ी दुकानों के आसपास साफ-सुथरा माहौल बनाने के लिए डस्टबिन दिया जाएगा। इसके साथ ही उनसे अनुरोध किया जाएगा कि पत्ता, खराब सुपाड़ी, चूना आदि के साथ ही दुकान से निकलने वाले किसी तरह के कूड़ा को डस्टबिन के अलावा कहीं भी नहीं डालें।

जोड़ेंगे पूरे शहर को

समिति सफाई अभियान से पूरे शहर को जोड़ेगी। हर पान शॉप पर डस्टबिन के साथ स्टीकर दिया जा रहा है। इस पर शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए मोदी के अभियान में सहयोग की अपील की गयी है। शॉपकीपर्स को पैम्फलेट दिया जा रहा है। इसमें शहर की गरिमा को बताते हुए साफ-सुथरा रखने की अपील की गयी है। शॉपकीपर्स पान के साथ कस्टमर को पैम्फलेट देंगे। उनसे पान खाकर सार्वजनिक स्थान पर न थूकने की अपील की गयी है। पान खाने वालों को पान को ऐसे स्थान पर थूकने का अनुरोध किया गया है जो कूड़ा आदि फेंकने के लिए निर्धारित की गया है। बनारस पान बीड़ा समिति अपने अभियान को लगातार जारी रखेगी। सबसे पहले वह हर पान शॉप तक डस्टबिन, स्टीकर, पैम्फलेट पहुंचाएंगे। इसकी मॉनिटरिंग होती रहेगी कि उनके अभियान सही रास्ते पर है या नहीं।

होगा काफी फायदा

बनारस पान बीड़ा समिति का मानना है कि बनारस से पान बेचने वाले और खाने वाले शहर को साफ रखने में अपना सहयोग देंगे तो तस्वीर काफी अलग होगी। समिति के अनुसार सिटी में छोटी-बड़ी फ्भ् हजार पान की दुकानें हैं। बड़ी दुकानें तो सफाई का ध्यान रखती हैं लेकिन छोटी दुकानों पर कोई इंतजाम नहीं होता है। शॉपकीपर्स कपान का पत्ता, खराब सुपाड़ी, चूना आदि को दुकान के आसपास फेंक देते हैं। इससे काफी गंदगी होती है। इस शहर में लगभग दस लाख लोग पान खाते हैं। पान खाकर जहां मन करता है थूकते हैं। पूरे शहर में हर तरफ पान की पीक नजर आती है। इससे शहर काफी गंदा होता है। पान बेचने वालों के सहयोग से पान खाने वाले सफाई अभियान में जुड़ जाएंगे तो शहर काफी साफ-सुथरा नजर आएगा।

नियम है लेकिन पालन नहीं होता

दुकानों के आसपास गंदगी करने वालों पर लगाम लगाने के लिए नगर निगम ने नियम बना रखा है। ऐसे शॉप कीपर्स पर जुर्माना लगाया जाता है। नियम तो जरूर है लेकिन इसका पालन सही तरीके सही नहीं होता है। शॉप कीपर्स का आरोप है कि नगर निगम के कर्मचारी सिर्फ वसूली के लिए दुकानों पर पहुंचते हैं। वह कभी-कभार निकलते हैं दो-चार दुकानों से रुपये ऐंठकर लौट जाते हैं। नगर निगम की वजह से शहर के सफाई यह व्यवस्था ठीक ढंग से लागू नहीं हो पा रही है।

देना है दुनिया को संदेश

बनारस दुनिया के टूरिज्म मानचित्र पर विशेष स्थान रखता है। हर साल लाखों टूरिस्ट यहां आते हैं। इसमें देश के साथ ही दुनिया के तमाम देशों पर्यटक होते हैं। हिन्दू, बौद्ध, जैन धर्म की तीर्थ स्थली के साथ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक नगरी है। इस शहर में आने वाले को शहर की गंदगी परेशान करती है। सिर्फ इसी वजह से वह इस शहर में दोबारा नहीं आना चाहते हैं। नरेन्द्र मोदी को भी बनारस की गंदगी अच्छी नहीं लगी। सफाई होने से बनारस और खूबसूरत होगा। टूरिज्म का भी डेवलपमेंट होगा।

नरेन्द्र मोदी ने पूरे देश की सफाई का सपना देखा है। इसकी शुरुआत बनारस से करना चाहते हैं। उनके इस अभियान में बनारस के पान वालों को पूरा योगदान है।

-अनूप गामा, सचिव, बनारस बीड़ा पान समिति

बनारस को साफ करने की हमारी मुहीम तब तक जारी रहेगी जब तक बनारस पूरी तरह से साफ नहीं हो जाता है। नरेन्द्र मोदी का सपना हम पूरा करेंगे।

-पप्पू, उपाध्यक्ष, बनारस बीड़ा पान समिति

बनारस में दुनिया भर के लोग आते हैं। यहां पसरी गंदगी उन्हें रास नहीं आती है। शहर की सफाई में मोदी को पान वालों का पूरा योगदान है।

-राजेश चौरसिया, अध्यक्ष, बनारस बीड़ा पान समिति

Posted By: Inextlive