काशी में फिर से डराने लगा है कोरोना
वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी में कोरोना महामारी एक बार फिर से डराने लगी है। कोरोना ने एसी रफ्तार पकड़ी है कि पिछले सात दिनों में संक्रमितों का आंकड़ा दो सौ के पार पहुंच गया है। पांच महीने बाद शनिवार को सबसे अधिक केस 34 मिले थे तो वहीं रविवार को भी 28 केस मिले हैं। उधर, कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने फिर से एक बार टेस्टिंग बढ़ाने को कहा है। वहीं विभाग का मानना है कि इन दिनों मौसम के बदलाव के कारण लोगों में बुखार, खांसी से लोग ग्रसित हो रहे हैं, इसके बावजूद लोगों ने मास्क, सैनिटाइजर, दो गज दूरी आदि बचावों को नजरअंदाज कर रखा है। विभाग लगातार कहता आ रहा है कि खतरा अभी गया नहीं है, इसलिए इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। यह दूसरों के जान के साथ खिलवाड़ है। बता दें कि पिछले दिनों पॉजिटिव केस में अचानक ऊछाल आने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है.
प्रतिदिन मिल रहे 20 से अधिक मरीजकोरोना की एक दिसंबर से चल रही तीसरी लहर में पिछले सात महीने में 14448 मरीज मिल चुके हैं। शुरूआत में मार्च तक हर दिन 5 से 10 मरीज मिल रहे थे, लेकिन इसके बाद मरीजों की संख्या बहुत कम हो गई थी, इस वजह से एक्टिव केस भी एक तक पहुंच गया था। मई के दूसरे सप्ताह से फिर मरीजों का मिलना शुरू हो गया है। अब स्थिति यह है कि हर दिन 15 से 20 मरीज मिलने लगे हैं। इस वजह से एक्टिव केस 180 के पार पहुंच गया है। जिस तरह से संक्रमण बढऩे लगा है, उसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी लोगों से समय पर टीकाकरण कराने के साथ ही सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है। वहीं, दीनदयाल अस्पताल के कोविड वार्ड में एक मरीज को भर्ती कराया गया है, जिसके बाद कुल भर्ती मरीजों की संख्या 4 हो गई है।
पिछले सात दिनों के आंकड़ें 7 अगस्त - 28 6 अगस्त - 34 5 अगस्त - 19 4 अगस्त - 32 3 अगस्त - 26 2 अगस्त - 34 1 अगस्त - 16 कोरोना से बचाव के लिए क्या करें - अपनी आंखों, नाक और मुंह को बार-बार न छुएं - दो गज की दूरी बनाए रखें - सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें - किसी से हाथ न मिलाएं - प्रभावित क्षेत्र में न जाएं - अफवाह अथवा भय न फैलाएं- जब भी बाहर जाएं मास्क जरूर लगाएं
- किसी से बात करते हुए, दुकान पर सामान लेते हुए दो गज की दूरी जरूर बनाए रखें. इस समय मौसम में बदलाव आ रहा है और सर्दी, खांसी और बुखार के मरीज इन दिनों हॉस्पिटल में अधिक आ रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि सबसे पहले लोग मास्क लगाएं फिर सही रूप से इलाज कराएं. डॉ। शैलेंद्र सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी, कबीरचौरा हॉस्पिटल