कपसेठी में पहुंची वन विभाग की टीम ने देखा पंजों का निशान

-गैरहां गांव में भोर में एक बार फिर मचा बाघ को देखने का हल्ला

कपसेठी थाना के गैरहां गांव के वाशिंदों में बाघ का डर बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार की भोर में खेतों की ओर गई महिलाओं ने बाघ की दहाड़ सुनी दहशत में चीखते हुए घरों की ओर दौड़ पड़ीं। दोपहर बाद पहुंची वन विभाग की टीम ने खेतों में मौजूद बाघ के पदचिन्हों को कैमरे में कैद किया और वापस लौट गई।

तेंदुआ या जंगली सुअर पर अटकल

कपसेठी थाना के गैरहां गांव में पिछले एक सप्ताह से वाशिंदे बाघ को लेकर भयभीत है। बुधवार की भोर में गांव की सुनीता पटेल, सावित्री और अन्य आधा दर्जन महिलाएं खेतों की ओर गई थी। सिवान में पहुंची तो सौ मीटर की दूरी पर बाघ को देख चौंक गई, तभी कुछ महिलाओं ने टार्च की रोशनी मुंह पर मारी तो बाघ दहाड़ने लगा। दहाड़ सुनते ही भयभीत महिलाएं घरों की ओर दौड़ भागी। बाघ होने की जानकारी ग्रामीणों को दिया। दर्जनों युवक लाठी-डंडा और मशाल लेकर खेतों में पहुंचे तो बाघ झाडि़यों में छिप गया। इसके बाद क्षेत्रीय वन अधिकारी नीरज श्रीवास्तव को सूचित किया गया तो वन विभाग के दो सदस्यीय टीम गांव में पहुंची। ग्रामीणों के साथ जाकर टीम ने बाघ के पैरों के निशान की फोटो मोबाइल कैमरे में कैद किया। वन अधिकारियों ने पैरों के निशान देखने के बाद यह तर्क दिया कि यह जंगली सुअर या फिर तेंदुआ के निशान हो सकता है। काफी खोजबीन की गई लेकिन वन टीम के रहते समय तक बाघ की लोकेशन दोबारा नहीं मिली। वहीं फिर आने की बात कहते हुए टीम वापस हो गई।

Posted By: Inextlive