सांध्यकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्टूडेंट्स ने नृत्य नाटिका, अभिनय, गायन-वादन किया प्रस्तुत

VARANASI

काशी विद्यापीठ के शताब्दी वर्ष समारोह में तीन दिनी सांध्यकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए हैं। पहले दिन गांधी अध्ययनपीठ सभागार में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में विद्यार्थियों नेनृत्य नाटिका, अभिनय, गायन-वादन में यूनिवर्सिटी के गौरवशाली परंपरा की झलक देखने को मिली। यूनिवर्सिटी के इतिहास को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों ने विविध रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति की।

सज गया पूरा कैंपस

शताब्दी वर्ष के अवसर पर पूरे कैंपस को आकर्षक रंगोली से सजाया गया है। रंगोली विशेषज्ञ रघुराज पांडेय च शुचिता चापवेरकर के नेतृत्व में ललित कला के स्टूडेंट्स ने कैंपस को रंगोली से सुसज्जित किया है। वहीं मुंबई से आए हुए रंगोली विशेषज्ञ उमेश पांचाल ने उद्घाटन सत्र में गांधी अध्ययन पीठ के प्रांगण में महात्मा गांधी का जीवंत रंगोली चित्र बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। यूनिवर्सिटी के मुख्य भवनों व गेटों को आकर्षक झालरों से सजाया गया है। वाणिज्य एवं प्रबंध अध्ययन संकाय परिसर में पौधरोपण भी किया गया। इस मौके पर वीसी प्रो। टीएन सिंह, डीन प्रो। अजीत कुमार शुक्ल, हेड प्रो। केके अग्रवाल ने पौधरोपण किया। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों ने पंत प्रशासनिक भवन से रैली निकाली जो गांधी अध्ययनपीठ तक गई। रैली का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण व जल संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करना था। रैली में मुख्य रूप से डॉ। पारिजात सौरभ, प्रो आरपी सिंह, डॉ। केके सिंह, डॉ। अमरेंद्र सिंह, डॉ। सुमन ओझा, डॉ। रमेश सिंह सहित अन्य लोग शामिल रहे।

सजेगा कला मेला

काशी विद्यापीठ के शताब्दी वर्ष में ललित कला विभाग में कला मेला व प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है। इसका इनॉगरेशन 11 फरवरी को पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य मंत्री डॉ। नीलकंठ तिवारी करेंगे। कला मेले में ललित कला के विद्यार्थी विश्वविद्यालय के गौरवशाली परंपरा को उकेरने में जुटे हुए हैं। मेन कैंपस के साथ गंगापुर व एनटीपीसी, सोनभद्र के विद्यार्थी भी देरशाम तक कला मेले को अंतिम रूप देने में जुटे रहे।

Posted By: Inextlive