शहर में हो रही लगातार साइबर ठगी के मामले में पुलिस कमिश्नर ए। सतीश गणेश के निर्देशन में साइबर क्राइम सेल को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जुलाई महीने में साइबर क्राइम सेल द्वारा जनता के साथ हुए साइबर फ्रॉड में कार्रवाई करते हुए सवा तीन लाख रुपए वापस कराए गए हैं।

केस-1

शिवम कॉम्प्लेक्स लंका निवासी उमेश कुमार कन्नौजिया ने 22 जुलाई को साइबर सेल में पहुंचकर खुद के साथ हुई साइबर ठगी की सूचना दी। उन्होंने बताया कि फर्जी अमेजन कस्टमर केयर अधिकारी बनकर अमेजन से सामान वापस कराने के नाम पर एनीडेस्क एप डाउनलोड कराकर खाते से पैसे निकाल लिए गए। साइबर सेल की टीम ने 49,490 रुपए वापस कराए।

केस-2

मानस नगर कॉलोनी दुर्गाकुण्ड निवासी केशव तोलानी ने साइबर सेल में पहुंचकर अपने साथ हुई साइबर ठगी की सूचना दी। उन्होंने बताया कि एक अंजान नम्बर से कॉल आई जो अपने आप को पीडि़त का दूर का रिश्तेदार बताते हुए खाते में पैसा भेजने का झांसा देकर 25 हजार रुपए की धोखाधड़ी की। इसके बाद साइबर सेल ने कार्रवाई करते हुए पूरे रुपए वापस कराए।

केस-3

बड़ागणेश लोहटिया निवासी संजय कुमार गुप्ता ने 10 जुलाई को साइबर सेल में पहुंचकर अपने साथ हुई साइबर ठगी की सूचना दी। उन्होंने बताया कि 9 जुलाई की शाम 5 बजे एक अंजान नम्बर से कॉल आई जो कि अपने आप को कैंटोनमेंट विभाग में कैशियर के पोस्ट पर होना बताया और पाच सौ किलो ग्राम तार खरीदने की बात कही और सौदा तय कर शिकायतकर्ता का गूगल पे नम्बर लिया तथा एक रुपये का ट्रांजैक्शन किया जो शिकायतकर्ता के खाते में आ गया। फिर उसने एक के बाद एक आठ क्यूआर कोड भेजे जिस पर आर्मी चेक लिखा हुआ था, जिसको पीडि़त स्कैन करता गया। बाद में पता चला के खाते से 99,992 रुपए निकल गए। यही नहीं पीडि़त के भतीजे के खाते से भी इसी तरह से 43,981 रुपए निकाल लिए गए। साइबर सेल की टीम ने पीडि़त के 50 हजार रुपए रिफंड कराए और 28 हजार रुपए फ्राड करने वाले के खाते को फ्रीज कराकर होल्ड करा दिया गया।

केस-4

चितईपुर निवासी गौरव कुमार शर्मा ने साइबर सेल से 6 जुलाई को शिकायत किया कि उनके साथ साइबर ठगी हो गई है। उन्होंने बताया कि एक अंजान नम्बर से कॉल आई, जिसके द्वारा उनका एटीएम नम्बर व सीवीवी नम्बर पूछकर उनके खाते से 6,700 रुपए धोखाधड़ी कर उड़ा लिया। साइबर सेल की टीम ने पूरा पैसा वापस करा लिया।

केस-5

कबीरचौरा निवासी रंजना सिंह ने 7 जुलाई को साइबर सेल में पहुंच कर बताया कि एक अंजान नम्बर से कॉल आई, जिसके द्वारा उनके सिम अपडेट करने के नाम पर उनके खाते से 4,260 रुपए उड़ा दिए गए। इस मामले में भी टीम ने पूरा पैसा वापस करा दिया।

साइबर क्राइम की यह टीम रही शामिल

साइबर फ्राड किए गए विभिन्न लोगों से वापस कराए जाने के लिए प्रयास करने वाली साइबर सेल की टीम में निरीक्षक अंजनी कुमार पाण्डेय, साइबर सेल प्रभारी एसआई शान्तनु सिंह के अलावा भीष्म प्रताप सिंह, सुनील चौहान, विराट सिंह, प्रभुनाथ पाण्डेय और अखिलेश सोनकर शामिल रहे।

Posted By: Inextlive