-बनारस समेत पूरे पूर्वांचल में बढ़ रहे एक्टिव केस

-मृत्यु दर में बनारस अब नोएडा-गाजियाबाद और लखनऊ से आगे

जहां देश भर में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, वहीं बनारस समेत पूरा पूर्वांचल एक्टिव केस के मामले में तेजी से आगे निकल रहा है। इसमें पूर्वांचल के कई शहर शामिल हैं, जिसमे बनारस टॉप पर है। वर्तमान में यहां 2034 एक्टिव केस दर्ज किये जा चुके हैं। जबकि सेकेंड नंबर पर बलिया है। यहां अभी तक 1157 एक्टिव केस हो चुके है। वहीं तीसरे नम्बर पर जौनपुर है। जहां फिलहाल 988 एक्टिव केस है। आंकड़ों की मानें तो बनारस समेत पूरे पूर्वांचल में जहां अभी तक 7283 एक्टिव केस हो चुके हैं, उसकी तुलना में राजधानी लखनऊ में 5757 एक्टिव केस दर्ज किये गए हैं। यही नहीं बनारस में कोरोना से होने वाली मौतें भी नोएडा, गाजियाबाद और लखनऊ की तुलना में आगे निकल रहा है।

बनारस में मृत्यु दर 1.98 फीसदी

बनारस में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही मृत्यु दर में भी इजाफा हो रहा है। मृत्यु दर के मामले में भी बनारस अब नोएडा-गाजियाबाद और लखनऊ से भी आगे निकल गया है। आंकड़ों की बात करें तो लखनऊ में सबसे ज्यादा प्रदेश में संक्रमित मरीज मिले हैं। इसके बाद भी संक्रमण के मुकाबले वहां पर मृत्यु दर 1.15 फीसदी है। वहीं बनारस में मृत्यु दर 1.98 फीसदी है। यहां अब तक 79 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले 15 दिनों से औसतन हर रोज तीन लोगों की मौत हो रही है।

मौत में छठे नंबर पर बनारस

बनारस कोरोना संक्रमितों के मामले में भी यूपी में आगे निकल रहा है। प्रदेश में टॉप-10 संक्रमित जिलों में बनारस छठे नंबर पर है। स्टेट गवर्नमेंट की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना से मृत्यु दर के मामले में कानपुर पहले नंबर पर है। जबकि प्रदेश में सबसे ज्यादा संक्रमित लखनऊ में हैं। वहां पर करीब साढ़े 12 हजार लोग अब तक संक्रमित हो चुके हैं। इस हिसाब से वहां पर मृत्यु दर काफी कम है।

ये भी है फर्क

राज्य सरकार की तरफ से जारी होने वाले आंकड़े को अगर देखा जाए तो वाराणसी में अब तक 92 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आकड़े में अभी तक 79 लोगों की मौत हुई है। ऐसे में अगर राज्य सरकार के आंकड़े से संक्रमित होने वालों के मुकाबले मृत्यु दर 2.34 फीसदी है। वहीं जिले के आंकड़ों में मृत्यु दर देखी जाए तो यहां पर 1.14 फीसदी है। यानी जिले के हिसाब बनारस प्रदेश में छठे स्थान पर है। वहीं राज्य सरकार के आंकड़े को देखा जाए तो बनारस चौथे नंबर पर है।

मृत्यु दर कम करने का प्लान

बनारस में मृत्यु दर बढ़ने के कारण शासन से लेकर जिला प्रशासन तक की नींद उड़ी है। मृत्युदर को कम करने के लिए लखनऊ से भी पिछले दिनों एक टीम आई थी। टीम ने रणनीति बनाई है। वहीं ऑक्सीजन के मरीजों के लिए लेवल-2 और लेवल-3 अस्पताल में हाइटेक मशीनों की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। इसके साथ ही गंभीर मरीजों को चिह्नति करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर सर्वे कर रहा है।

चार कैटेगरी है

चार श्रेणी में मरीजों को चिह्नति किया जा रहा है। जिसमे उन मरीजों पर ज्यादा फोकस है जो जो पुराणी और लम्बे समय से गंभीर बीमारी से जूझ रहे है। ताकि समय से पहले उनका इलाज हो और यदि उन्हें कोरोना हो जाता है तो किसी तरह की कैजुअल्टी से रोका जा सके। इसके लिए जिला प्रशासन और स्वस्थ्य बिभाग की तरफ से स्वस्थ्य कर्मी लगातार घर घर जाकर स्क्रीनिंग कर रहे है।

Posted By: Inextlive