शनिवार को सात नए मरीजों के साथ टोटल मरीजों की संख्या बढ़कर हो गई 62 जिला मंडलीय और निजी हॉस्पिटल्स में वायरल पेशेंट्स की बढ़ी भीड़

वाराणसी (ब्यूरो)बनारस में बाढ़ के उतरने के बाद से नागरिकों की परेशानियां कम होने का नाम नहीं है। जनपद में लगातार डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। वहीं, संक्रामक बिमारियों ने भी बड़ी तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है। कबीरचौरा स्थित मंडलीय चिकित्सालय और पांडेयपुर के जिला अस्पताल के अलावा अन्य सरकारी अस्पतालों और निजी अस्पतालों में भी बड़ी संख्या में संक्रामक रोगी इलाज कराने पहुंच रहे हैं। सामान्य लक्षणों वालों को दवा आदि देकर लौटा दिया जा रहा है, जबकि गंभीर मरीजों में शामिल महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चों को भर्ती कर ट्रीटमेंट किया जा रहा है। शनिवार को जिला और मंडलीय अस्पताल में कुल 3.6 हजार से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैैं। सभी रोगों की ओपीडी, पैथ लैब, बच्चा वार्ड, महिला-पुरुष वार्ड, एक्सरे और दवा वितरण कांउटर समेत हर जगह लोगों की भीड़ रही। खुले कैंपस में लोग तीखी धूप और उमस से परेशान भी दिखे.

पर्ची के लिए लाइन

अस्पताल खुलने के आधे-पौन घंटे पहले ही पर्ची कांउटर पर लंबी लाइन लग रही है। सर्दी, जुकाम, बुखार, हड्डी व जोड़ो में दर्द, नेत्र, पेट दर्द, उल्टी-दस्त, मांसपेशियों में खिंचाव, बच्चों, महिलाएं, गर्भवती और नवजात की अस्पताल की दहलीज पर पहुंच रहे हैैं। स्वास्थ्य विभाग का एपिडेमिक सेल गांव-गांव लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर रहा है। साथ साफ़ सुथरा रहने का सुझाव भी दे रहा है। एक मरीज ठीक होकर डिचार्ज हो रहे हैैं। दूसरी ओर बीमार लोगों का आना बना हुआ है।

डेंगू पसार रहा पांव

सितंबर तक का महीना शहरी इलाकों व कई गांवों के लोगों के लिए मुसीबत भरा होता है। गंगा और वरुणा नदियों के उफान पर होने की वजह से लोगों की मुश्किलें बढ़ जाती हैं। जब बाढ़ का पानी नीचे उतरता है तो मच्छरजनित रोगों और संक्रामक बीमारी से पब्लिक परेशान होती है। जनपद में शुक्रवार तक डेंगू के मामले बढ़कर 54 तक जा पहुंचे थे। रोजाना चार-पांच की संख्या में डेंगू के मरीज बढ़ते ही जा रहे हैैं।

एक नजर इधर भी

- मंडलीय अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे लोग- 1600

- जिला अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे लोग- 2000

- सबसे अधिक 40 फीसदी सक्रांमक बीमारी के पेशेंट

- अब तक जनपद में 54 पेशेंट

उतर चुकी बाढ़, दंश बरकरार

गंगा की बाढ़ के चलते इस बार करीब दस हजार से अधिक परिवारों को बड़ी मुसीबत झेलनी पड़ी है। बाढ़ जा चुकी है, लेकिन मुश्किलें जस की तस हैं। लोग अब संक्रामक बीमारी की परेशानियों से घिर गए हैं। बदबू, सड़ांध और मच्छरों के हमलों से लोगों का जीना दूभर हो गया है। हुकुलगंज, सरैया समेत दर्जनभर इलाके में शाम होते ही मच्छर और कीट-पतंगों का हमला बढ़ जाता है.

डेंगू प्रभावित एरिया

जनपद में मलेरिया विभाग के कर्मचारी डेंगू प्रभावित इलाके में डेंगू के लारवा की जांच कर रहे हैं। ज्यादातर डेंगू रोगी में हुकुलगंज, मीरापुर बसही, टकटकपुर और लालपुर, श्रीनगर कॉलोनी, बीएलडब्ल्यू, खजुरी, सारनाथ, संकटमोचन, आशापुर, सुद्धीपुर, पहडिय़ा, आखिरी बाईपास, पांडेयपुर, डॉक्टर कॉलोनी में पाए गए हैं।

एंटी लार्वा का छिड़काव

जिला मलेरिया अधिकारी एससी पांडेय ने बताया कि जिन इलाकों में डेंगू के मरीज सामने आए हैं, उस एरिया में नगर निगम और मलेरिया विभाग द्वारा एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया। वरुणा नदी के तट पर बसे हुकुलगंज में डेंगू मरीजों सामने आने पर फॉगिंग कराई जा रही है। पानी की टंकियों, ड्रम आदि की जांच कराई जा रही है। जिन घरों में डेंगू के लारवा पाए जा रहे हैं उन्हें नोटिस दी गई हैं।

मौसम में बदलाव और बाढ़ प्रभावित इलाकों से संक्रामक बीमारी के पेशेंट बढ़ गए हैैं। इनका असर जिला अस्पताल पर भी देखा जा रहा है। सभी का आवश्यक उपचार किया जा रहा है.

डॉ। संदीप चौधरी, सीएमओ

रोजाना 1600 से अधिक पेशेंट इलाज के लिए आ रहे हैैं। इनके उपचार के लिए मेडिकल टीम लगी हुई है। साथ डेंगू आदि के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है.

डॉ। हरिचरण सिंह, एसआईसी

Posted By: Inextlive