देवउठनी एकादशी पर गंगा नहाकर भक्तों ने की मां तुलसी की पूजा मंदिर के महंत ने बताया इस दिन का महत्व


वाराणसी (ब्यूरो)कार्तिक पूर्णिमा के साथ देवउठनी एकादशी पर श्रद्धालुओं ने बनारस के तमाम घाटों पर आस्था की डुबकी लगाकर तुलसी विवाह को संपन्न किया। इस मौके पर असंख्य भक्तों की भीड़ सभी घाटों में लगी रही। सुबह गंगा स्नान कर सभी भक्तों ने माता तुलसी का आशीर्वाद लिया। गुरुवार से सभी मांगलिक कार्यक्रम भी आरंभ हो चुके हैैं। इस मौके पर घर से लेकर घाटों तक तुलसी पूजन की रौनक देखने को मिली। इस शुभ दिन शहर में 500 से अधिक घरों में शादियां संपन्न हुईं। शादी का सबसे बड़ा मुहूर्त होने के चलते शहर के लगभग सभी बैैंक्वेट एवं लॉन हाउसफुल रहे। कई जगहों पर रात में अरेंजमेंट न होने के चलते दिन में भी शादियां हुईं। शादियों के कारण शहर में देरशाम तक जाम भी लगा रहा। तुलसीघाट पर संकटमोचन मंदिर के महंत रामजीत पांडे ने बताया कि आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी यानी पूरे चार माह से क्षीरसागर में योगनिद्रा में विश्राम कर रहे विष्णु कार्तिक मास शुक्लपक्ष की एकादशी को जागृत हो गए हैैं।

सभी घाटों पर उमड़ी भीड़

देवउठनी एकादशी पर घाटों समेत घर-घर में विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। साथ ही एकादशी पर गुरुवार को तुलसी घाट, दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट, राज घाट और बनारस के सभी घाटों में श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ रही। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने मां गंगा की आरती की और सुख-शांति की कामना की। साथ ही महिलाओं ने घाटों पर श्रद्धाभाव से पूजन-अर्चन किया.

दान कर व्रत को किया संपन्न

एकादशी पर मंगल गीतों के बीच महिलाओं ने भगवान शालिग्राम संग तुलसी विवाह किया गया। दूसरी ओर घर-घर में भी विधि पूर्वक तुलसी विवाह किया गया। एकादशी व्रत के अवसर पर गंगा घाटों पर स्नान पूजन दान करने वालों की भीड़ प्रात: काल से लेकर दोपहर तक जमी रही। लोगों ने स्नान पूजन के बाद मोक्ष प्राप्ति के लिए दान आदि देकर अपने व्रत को संपन्न किया.

60 रुपये जोड़ी तक बिका गन्ना

देवउठनी एकादशी पर बाजार में काफी भीड़ थी। एकादशी के लिए किसान गन्ना और दूसरे पूजा सामान बेचने के लिए शहर पहुंचे थे। बाजार में गन्ने की मांग अधिक होने से रेट 30 से 40 रुपए नग और जोड़ी में 60 रुपए के हिसाब से बिका। शकरकंद व फूल के रेट भी बढ़े थे। सिंघाड़ा इस दौरान 100 रुपए किलो तक बिका.

Posted By: Inextlive