दीनदयाल जिला अस्पताल की ओपीडी के कई केबिन से डॉक्टर रहे अबसेंट मरीज घंटों करते रहे इंतजार हॉस्पिटल में रोज आते हैं तकरीबन एक हजार मरीज

वाराणसी (ब्यूरो)बाढ़ की विभिषिका से जनपद कराह रहा हैै। ऐसे मुश्किल दौर में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त होना चाहिए, तब दीनदयाल जिला अस्पताल की ओपीडी में चिकित्सक अपने केबिन में नहीं मिल रहे हैैं। इससे दूर-दराज से आए मरीजों को डॉक्टरों के कक्ष के बाहर घंटे, एक घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। जबिक सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने सख्त हिदायत दे रखी है कि सरकारी अस्पतालों में न बाहर से दवा लिखी जाए और न ही नागरिकों के इलाज में किसी प्रकार की हिलाहवाली बदाश्र्त की जाएगी। लेकिन, बुधवार की आईनेक्स्ट दैनिक जागरण की टीम ने वाराणसी जिला अस्पताल का रियल्टी चेक किया तो ओपीडी के कुछ डॉक्टर अपने केबिन में नहीं मिले और दूर दराज से आए मरीजों को आधे घंटे से अधिक समय तक इंतजार करना पड़ा।

कोई बता रहा कुछ, कोई कुछ

जिला अस्पताल में बुधवार को पर्ची काउंटर, दवा काउंटर, सरकारी दवा काउंटर, ओपीडी, सीटी स्कैन और इमरजेंसी में जबरदस्त मरीजों की भीड़ लगी रही। इस दौरान आर्थो ओपीडी और फिजिशियन गैलरी में डॉक्टरों के कक्ष में तीन केबिन में कुर्सियां खाली पड़ी थी और केबिन के बाहर मरीज लाचारी में डॉक्टरों का इंतजार कर रहे थे। श्रीरामपुर से पेशेंट के साथ आए युवक ने बयाता कि पहले आधे घंटे लाइन में लगकर पर्ची कटाए। अब डाक्टर के कक्ष के पास पहुंचे तो वे कहीं चले गए हैैं। पूछने पर डॉक्टर के बाहर बैठे सहायक ने बताया कि डाक्टर ओटी में गए हैैं। आधे घंटे में आ जाएंगे।

एक आ गया, दो अभी तक नहीं लौटे

डॉक्टरों के तीन कक्ष खाली रहे। पूछताछ करने पर एक सहायक ने मौके की नजाकत को भाप लिया और फोन कर डाक्टर को बुला लिया। डाक्टर भागते आए और मरीजों के पर्चे उलटने-पलटने लगे। वहीं, दो अन्य केबिन में तैनात सहायकों में से एक ने बताया कि डॉक्टर राउंड पर गए हैैं। दूसरे ने बचाव करते हुए कहा कि डाक्टर अभी गए हैैं और अब लौटते ही होंगे। जबकि हकीकत यह है कि इन सभी के केबिन के बाहर मरीजों की लंबी कतार लगी हुई थी। कोई आधे घंटे से तो कई एक घंटे से डाक्टर का इंतजार कर रहा था।

छाती में दिक्कत की वजह से श्रीरामपुर से अपने बेटे के साथ आईं श्यामदुलारी छाती में दिक्कत होने की वजह से परेशान दिखीं। चिकित्सक के कक्ष के बाहर अपने हाथ में चेस्ट के एक्स-रे रिपोर्ट लिए परेशान भाव से डाक्टर की राह तकती नजर आई कि अब डाक्टर आ जाए, तब आ जाए। वहीं, लल्लापुरा से आए विकास भी डाक्टर का इंतजार करते हुए मिले। इनके साथ दर्जनों पेशेंट और तामीरदार भी परेशान रहे।

पर्ची कटाने के बाद से एक्सरे-रिर्पोट को लेकर तकरीबन 45 मिनट से डाक्टर का इंतजार कर रही हूं। स्टाफ बताता है कि अब आएंगे डाक्टर, तब आएंगे। काफी इंतजार करना पड़ रहा हैैं।

श्यामदुलारी, पेशेंट

डाक्टरों के केबिन में नहीं होने से काफी दिक्कत हो रही है। रकारी अस्पताल का हाल बदलता हुआ नहीं दिख रही है। लापरवाह डाक्टरों पर कार्रवाई होना चाहिए।

विकास मिश्रा, पेशेंट

ओपीडी के समय डाक्टरों को अपने केबिन में होना आवश्यक हैैं। ओपीडी के दौरान ओटी या राउंड पर जाने का नियम नहीं है। फिर भी इमरजेंसी में जा रहे हैैं तो किसी डाक्टर की मदद ले सकते हैैं। केबिन खाली छोड़कर नहीं जा सकते हैैं।

डॉ संदीप चौधरी, सीएमओ

इमरजेंसी आदि की स्थिति में चले गए होंगे। इन चिकित्सकों को चाहिए कि ऐसी स्थिति में जल्द से जल्द लौट आए। भविष्य में लापरवाही मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

डॉ आरके सिंह, सीएमएस

Posted By: Inextlive