- डीआरएम ने कैंट रेलवे स्टेशन के किया इंस्पेक्शन

- नवनिíमत बिल्डिंग में 25 से शिफ्ट होगी जीआरपी ऑफिस

-स्टेशन के सेकेंड एंट्री के कार्य की शुरुआत अगले साल से

कैंट रेलवे स्टेशन पर चल रहे यार्ड री-मॉडलिंग का वर्क जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। स्टेशन पर नव-निíमत भवन का काम लास्ट फेज में है। 25 नवंबर को जीआरपी का ऑफिस इस भवन में शिफ्ट करने के साथ ही पैसेंजर्स की सुविधा में इजाफा हो जाएगा। यह जानकारी लखनऊ डिवीजन के डीआरएम संजय त्रिपाठी ने शनिवार को दी। कैंट स्टेशन का निरीक्षण करने के दौरान वह स्टेशन कैंपस स्थित निदेशक ऑफिस में मीडिया से रूबरू हुए। लखनऊ से अपने विशेष सैलून से फैजाबाद, अकबरपुर, जौनपुर सहित रोडसाइड के एक दर्जन से अधिक स्टेशंस का निरीक्षण करते हुए वे शुक्रवार की शाम वाराणसी कैंट स्टेशन पहुंचे थे।

डीआरएम ने शिवपुर में चल रहे सेटेलाइट स्टेशन कार्य का भी इंस्पेक्शन किया। गुडशेड की स्थिति देखने के साथ ही बिजनेसमैन की सुविधा के लिए उन्होंने समस्याओं के निस्तारण के लिए त्वरित कार्यवाही करने का निर्देश भी दिया। बताया गुडशेड को आगामी जनवरी तक पीपीपी मॉडल पर टेंडर निकाल कर भव्य रूप दिए जाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कैंट स्टेशन के यार्ड री-मॉडलिंग का कार्य भी तेजी से कराया जा रहा है। इसी क्रम में स्टेशन के मुख्य भवन से सटे नवनिíमत भवन को 25 नवंबर से यात्रियों के आवागमन के लिए शुरू कर दिया जाएगा। इस बिल्डिंग में प्लेटफार्म नंबर चार व पांच के सभी ऑफिस शिफ्ट किए जाएंगे।

जमीन मिले तो बने सर्कुलेटिंग एरिया

कैट स्टेशन के सेकंड एंट्री को भी सर्कुलेटिंग एरिया के तहत विस्तारित करने का प्लान है। इसका डीपीआर मुख्यालय भेजा जा चुका है। सेकंड एंट्री की ओर अतिक्रमण व लीज पर स्थित कई भवनों को हटाने के लिए सेना से रेलवे अधिकारियों की कई राउंड वार्ता हो चुकी है। साथ ही सेना की जमीन के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी रेलवे मंत्रालय के अधिकारियों की वार्ता सकारात्मक दिशा में हो रही है। जल्द ही बेहतर परिणाम मिलने की उम्मीद है। ऐसे में अगले साल से वर्क स्टार्ट होने की उम्मीद है।

इंटर मॉडल टर्मिनल की हटेगी बाधा

काशी स्टेशन पर बनने वाला इंटर मॉडल टर्मिनल जल्द ही मूर्त रूप लेगा। स्टेशन के आस-पास किए गए इंक्रोचमेंट को हटाने के लिए स्टेट गवर्नमेंट के अधिकारियों से वार्ता की जा रही है। इंटर माडल स्टेशन के लिए डीपीआर बनकर तैयार है। यह कार्य भी अगले साल से शुरू करने की योजना है।

शिवपुर स्टेशन से चलेगी कई ट्रेन

डीआरएम ने बताया कि रेलवे मुख्य स्टेशंस से ट्रेंस का प्रेशर कम करने के लिए सेटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित कर रहा है। इसी क्रम में शिवपुर को सेटेलाइट स्टेशन बनाया जाएगा। एक साल के अंदर लगभग आठ करोड़ रुपये खर्च कर इस स्टेशन को सेटेलाइट स्टेशन के रूप में परिवíतत कर दिया जाएगा। कैंट स्टेशन से ट्रेनों के दबाव को कम करने के लिए भविष्य में कई महत्वपूर्ण ट्रेनों को इस स्टेशन से चलाने की भी योजना है। उन्होंने बताया कि व्यास नगर स्टेशन पर भी गुड सेट को बेहतर बनाया जाए ताकि लोडिंग-अनलोडिंग के कार्य में व्यापारियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। इसके पहले डीआरएम ने कैंट स्टेशन का इंस्पेक्शन किया। इस अवसर पर एडीआरएम बिजनेस लखनऊ अमित श्रीवास्तव, सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ला, एडीआरएम वाराणसी रवि प्रकाश चतुर्वेदी, निदेशक आनंद मोहन सिंह, एओएम पीयूष श्रीवास्तव आदि रहे।

Posted By: Inextlive