12 दिन में चार हमलों के कारण लाइनमैनों के अंदर भय का माहौल काम भी प्रभावित कर सकते हैं लाइनमैन पूर्ण सुरक्षा की मांग

वाराणसी (ब्यूरो)बिजली विभाग के लाइनमैन फील्ड के योद्धा कहे जाते हैं, लेकिन वे आजकल डरे हुए हैं। जब भी ये अपने घर से आफिस के लिए निकलते हैं तो भगवान की पूजा करके निकलते हैं। दरअसल, शहर के लाइनमैनों पर लगातार हमलों से अब इनके अंदर भय का माहौल पैदा हो गया है। लाइनमैनों के ऊपर बिजली चेकिंग अभियान के दौरान या बिजली की ट्रिपिंग की समस्या को दूर करने के दौरान 12 दिन के अंदर ही चार बार हमले हो चुके हैं। इस दौरान उनको जीवन एवं मौत के बीच संघर्ष करते हुए कई दिनों तक अस्पताल में अपने दिन गुजारने पड़े। इसको देखते हुए वे सहमे हुए हैं और अपने काम करने के अंदाज से कतराना शुरू कर दिये हैैं.

िवभागीय खानापूर्ति डर की वजह

बिजली विभाग के अधिकारी जब भी लाइनमैनों के ऊपर हमले होते हैं तो सिर्फ विभागीय खानापूर्ति में लग जाते हैैं। विभाग के अधिकारी पुलिस विभाग के साथ गंभीरता से सहयोग नहीं लेते हैं। एक कारण यह भी है कि बिजली विभाग के पास मजिस्ट्रियल पावर का अभाव है, जिसके कारण शहर के विद्युत थाने भी मारपीट की एफआईआर रजिस्टर्ड नहीं कर सकते हैं और न ही इसकी जांच पड़ताल कर सकते हैं.

लाइनमैनों पर हमले

तारीख-जगह-घायल लाइनमैन

6 जून-दालमंडी-2

8 जून-सारनाथ-4

15 जून-वंशीधर अपार्टमेंट-4

18 जून-कोनिया-2

क्या बोले लाइनमैन?

हमें तो इसी शहर में रहना और काम करना है। बचकर हम सभी काम करने का प्रयास करते हैं। अगर कोई गाली गलौज भी करता है तो उसको बर्दाश्त करके काम करना है.

हाजी बत्ती, लाइनमैन

कहां जाएं। कब क्या हो जायेगा। यही सोच कर डर सताता है। कोई मदद करने एवं सपोर्ट करने वाला भी नहीं हैै। उधर विभाग भी हमेशा डरा करके रखा रहता है.

पारस यादव, लाइनमैन

बाल बच्चे के लिए काम करना है। असुरक्षा की भावना हमेशा रहती है। कहीं पर कोई भी पीट दे रहा है। अब तो हम लोग रात का काम करने से बचते हैं.

छोटेलाल, लाइनमैन

ïिवभाग एवं पुलिस की तरफ से सुरक्षा नहीं मिल पा रही है। इसलिए हमारे साथी लगातार घायल हो रहे हैं। उनकी चिंता हमेशा रहती है.

तपन चटर्जी, लाइनमैन

अधीक्षण अभियंता एवं अधिशासी अभियंता ने पुलिस उपायुक्त को पत्र लिखा है। पुलिस उपायुक्त ने हमारे अधिकारियों को बातचीत में सुरक्षा का आश्वासन भी दिया है.

अंकुर पांडेय, मंत्री, बिजली मजदूर यूनियन

पुलिस विभाग की तरफ से सहयोग लिया जा रहा है। विभाग की तरफ से कर्मचारियों को सुरक्षित माहौल देने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है.

दीपक अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता, मंडल द्वितीय

एक गिरफ्तारी पुलिस विभाग की तरफ से की जा चुकी है। बाकी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए टीम लगा दी गई है। उन्हें भी जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा.

आदित्य लांग्हे, डीसीपी, वरुणा जोन

Posted By: Inextlive