बजट से सभी को कुछ न कुछ चाहिए
वाराणसी (ब्यूरो)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आगामी एक फरवरी को देश का बजट प्रस्तुत करेंगी। यह उनका चौथा बजट होगा। हाल के दो वर्षों में कोरोना व लॉकडाउन के चलते नागरिकों के स्वास्थ्य पर खर्च की दर में भारी वृद्धि हुई है। लिहाजा, कोविड से संबंधित मेडिकल खर्चों में टैक्स राहत की शुरुआत की उम्मीद है।
राहत की उम्मीदमौजूदा वक्त में वैश्विक स्तर पर महंगाई की ऊंची दर और महंगे कच्चे तेल के साथ इसकी आपूर्ति में दिक्कतों के चलते जरूरी चीजों के भाव आसमान छू रहे हैैं। बहरहाल आम बजट में लोगों को राहत की उम्मीद है।
रोजमर्रा की खाद्य सामग्री पर महंगाई से निजात दिलाने की कोशिश बजट में होनी चाहिए।
विकास चौहान, एडवोकेट डीजल-पेट्रोल पर सब्सिडी मिलनी चाहिए। इससे किसानों और नागरिकों का लाभ हो।
नीरज शुक्ला, एडवोकेट
एजुकेशन को मानवीय और मॉडर्न बनाने के लिए बजट में विशेष कोशिश हो।
विकास आनंद, शोध छात्र, बीएचयू
सरिता गोकर्ण, स्पोर्ट बजट में रोजगार के बेशुमार अवसर उपलब्ध कराए जाने पर भी ध्यान हो। ताकि बेरोजगारी की दर कम हो।
मो। नशीम बीएचयू, स्टूडेंट
दाल, सरसों के तेल और दवाएं हमारे बजट में हों। ताकि महंगाई से आम लोगों को राहत मिल सके।
राजेद्र गांधी कुशवाहा, चौकाघाट
राहुल चौरसिया, बिजनेसमैन दवा, खानपान, कास्मेटिक्स और कपड़ों पर टैक्स में राहत मिले। इस बार के बजट में हमें ऐसी उम्मीद हैै।
सपना सिंह राजपूत, यूथ वर्क फ्रॉम होम व टीचिंग इक्यूपमेंट पर सरकार बजट जारी करे तो क्लास में और घर से टीचिंग आसान हो।
ई। मनोज कुमार, लेक्चरर सिलेेंडर, सरसों के तेल, फल व सब्जियां सस्ती हों। ताकि गृहस्थी चलाने में आसानी हो।
ज्योति सेठ, हाउस वाइफ कोरोना के जोखिम को लेकर हेल्थ पॉलिसी बने। इसमें कम कीमत पर बीमा और दवा आसानी से मिल सके।
मनीषा गुप्ता, बीमा सलाहकार