ट्रेंड में महाराजा इंविटेशन कार्ड हल्दी की रस्म प्री वेडिंग से लेकर सबकुछ अलग


वाराणसी (ब्यूरो)बीते दिनों जामनगर में हुई अनंत अंबानी और राधिका की प्री वेडिंग सुर्खियों में रही। इस शादी ने पूरे देश-दुनिया का ध्यान खींचा। पर बदलते लिविंग स्टैंडर्ड और हाईटेक युग में अब सात फेरों के बंधन में बंधने का तौर तरीका भी बदल गया है। वैवाहिक रस्में और परंपराएं भले ही वही हैं, लेकिन रस्में निभाने और परंपराओं को अपनाने के तौर तरीकों पर वैभव का तड़का लगा है। भरपूर फैशन व ग्लैमर का तड़का लगाकर पहले से कहीं ज्यादा उत्साह के साथ वैवाहिक परंपराएं निभाई जा रही हैं। आइए जानते हैं शादियों के इस बदलते ट्रेंड के साथ परंपराओं में किस तरह से ग्लैमर का तड़का लग रहा है। शुभ मुहूर्त में होने वाले सात फेरों को वेडिंग प्लानर किस तरह नयापन दे रहे हैं।

हर पल यादगार हो

वेडिंग एक्सपर्ट इंद्रपाल सिंह बत्रा बताते हंै कि शादी का हर पल यादगार हो और वेडिंग लेविश तरीके से हो, इसी पर जोर दिया जा रहा है। दूल्हा-दुल्हन शादी से पहले प्री वेडिंग शूट करा रहे हैं तो शादी में दोनों की एंट्री भी खास तरीके से होती है। वरमाला देख कर तो लोगों के होश ही उड़ जा रहे हैं। गणेश पूजन से लेकर विदाई तक सब कुछ डिफरेंट हो यही चाह लेकर दूल्हा-दुल्हन तैयारियों में लग रहे हैं।

इंविटेशन कार्ड होते हैं खास

वेडिंग प्लानर अभिलेश वर्मा ने बताया, चाहे वह वेडिंग कार्ड हो या ड्रेस या फिर वेडिंग डेकोरेशन। कार्ड को डिजाइन, साइज और लुक के हिसाब से बजट तय किया जाता है। एक कार्ड की कीमत न्यूनतम 500 से 10 हजार तक है। बॉक्स कार्ड ओर महाराजा इंविटेशन कार्ड चलन में है। बॉक्स कार्ड मे आप इंविटेशन कार्ड के अलावा ड्रायफ्रूट, मिठाई या चांदी कोई गिफ्ट आयटम रखे जा रहे हैं। इसके अलावा आजकल शादियों में गणेश पूजन पर गणेश वंदना कर शादी के फंक्शन शुरू किए जाते हैं। हल्दी की रस्म में भी रेन पार्टी का ट्रेंड चल रहा है.

हर फंक्शन थीम बेस्ड

मिलन कैटर्स के ऑनर नवल कथुरिया ने बताया, अब शादी तीन दिन की हो गई है। साथ ही शादी का हर फंक्शन थीम बेस्ड हो गया है। संगीत से लेकर लेकर हल्दी और मेहंदी तक की थीम पहले ही डिसाइड कर दी जा रही है। इंविटेशन देने के समय ही गेस्ट से कह दिया जाता है कि उन्हें कैसे और किस कलर के ड्रेस पहनने हैं। इसी थीम पर डेस्टिनेशन की सजावट भी कर दी जाती है। हर शादी में चार फंक्शन हो गए हैं। इसमें पहले दिन सुबह में मेहंदी और शाम में संगीत होता है। इसके बाद दूसरे दिन हल्दी और शाम में अन्य कार्यक्रम हो जाते हैं.

प्री वेडिंग शूट का भी ट्रेंड

फोटोग्राफर बंटी जायसवाल बताते हैं कि शादियों में प्री वेडिंग शूट करवाने का ट्रेंड भी अपने आप में ही अलग है। दूल्हा-दुल्हन शादी से पहले ये शूट करवाते हैं। अगर शूट लोकल लोकेशन पर करना हो तो इसका खर्च 20 से 30 हजार रुपए डेली के हिसाब से होता है। लोकेशन और क्वालिटी के हिसाब से यह खर्च 3 लाख तक का हो सकता है। बनारस में होने वाली शादियों में इस समय दुल्हा दुल्हन का सबसे पसंदीदा प्लेस गंगा घाट, सारनाथ और विश्वनाथ धाम है। प्री वेडिंग शूट को फॉरेन कंट्री में शूट करवाने की सुविधा भी वेडिंग प्लानर करवाते हैं.

मेन्यू में विदेशी डिशेज

मेन्यू में तरह-तरह के भारतीय खाने के साथ विदेशी डिशेज भी शामिल हो गई हैं। अब कॉन्टिनेंटल मेन्यू पर सबसे ज़्यादा ध्यान दिया जाता है। इंडियन के साथ साथ कई तरह के अलग अलग कॉन्टिनेंटल फूड भी शामिल किए जाते हैं.

18 से शुभ मुहूर्त

18 अप्रैल से लगन के शुभ मुहूर्त शुरू हो रहे हैं। इस माह में 18, 19, 20 अप्रैल को विवाह के शुभ मुहूर्त हैं। 23 अप्रैल से 30 जून तक शुक्र अस्त रहेंगे।

फैक्ट एंड फीगर

500 से 10 हजार तक में तैयार हो रहा एक इंविटेशन कार्ड

20 से 30 हजार रुपए डेली खर्च प्री वेडिंग शूट में

3 से चार दिन की हो गई हैं शादी की रस्में

5 लाख से 50 लाख तक खर्च किए जा रहे हैं कैटरिंग में

लोग अब शादी को एक उत्सव के रूप में मना रहे हैं। लोग चाहते हैं कि जिन लोगों से 5, 7 साल से मुलाकात नहीं हुई, इसी बहाने सबको इक_ा कर सेलिब्रेट किया जाए। 5 लाख से 50 लाख तक खर्च किए जा रहे हैं.

नवल कथूरिया, ऑनर, मिलन कैटर्स

एक दौर था जब शादियों में एक सप्ताह तक कार्यक्रम चलते थे। अब फिर शादियां तीन दिन की हो गई है। इसमें इंगेजमेंट, मेहंदी, हल्दी और संगीत का खास बताने के साथ इसमेंं ग्लैमर का तड़का लग रहा है.

अभिलेश वर्मा, उपाध्यक्ष, यूपी टेंट व्यवसायी एसोसिएशन

इस साल में मैंने चार शादियां व सगाई पार्टी अटेंड की हैं। कॉकटेल व बैचलर्स पार्टी सभी ने की है। बिना इसके अब शादियां कहां होती हैं.

रिंकी प्रसाद, टीचर

पिछले माह तीन शादियां अटेंड की थी। इन तीनों शादियों में जो भव्यता दिखी ऐसी पहले कभी नहीं देखी थी.

गीतांजलि कुमारी

Posted By: Inextlive