रेलवे को लगाई सवा करोड़ की खपत बिहार के कारखानों में खपाए जाते थे लोहे और इलेक्ट्रिक तार पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल की क्राइम इंवेस्टीगेशन ब्यूरो की टीम ने बलिया से किया गिरफ्तार

वाराणसी (ब्यूरो)रेलवे को अब तक सवा करोड़ रुपये की चपत लगा चुके चोरों के एक बड़े अंतरप्रांतीय गिरोह का राजफाश शुक्रवार को हुआ। गिरोह का सरगना रणविजय ङ्क्षसह पूर्व सैनिक निकला। पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के क्राइम इंवेस्टीगेशन ब्यूरो (सीआइबी) ने चार महीने की पड़ताल के बाद सरगना को बलिया से गिरफ्तार कर लिया। हत्थे चढ़ा बलिया के सिकंदरपुर स्थित सिवान कला निवासी रणविजय ङ्क्षसह रेललाइन और बिजली के तार चोरी कर उसे बिहार में ठिकाने लगाता था। यहां पटना के कुछ कारखानों में उसकी साठ-गांठ थी, जहां चोरी की रेल संपत्ति को खपाया जाता था। आरपीएफ के मंडल सुरक्षा आयुक्त अभिषेक कुमार ने बताया कि आरोपित को उसके पैतृक आवास से गिरफ्तार किया गया है.

चार माह पूर्व आया था मामला

करीब चार महीने पहले 27 मार्च की रात पूर्वोत्तर रेलवे में सिटी स्टेशन की आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक अंजूलता द्विवेदी ने कादीपुर यार्ड से रेल संपत्ति चोरी करते दो लोगों को रंगेहाथ पकड़ा था। गेट संख्या-12 ए से 50 मीटर दूर हाइड्रा की मदद से एक मिनी डोर ट्रक (एमएच 32क्यू 4957) में रेल पटरियों को लोड कराया जा रहा था। गिरफ्तार होने वाले प्रतापगढ़ के रानीगंज निवासी संजय कुमार प्रजापति और आजमगढ़ के पवई क्षेत्र के राकेश कुमार यादव थे.

बड़े नेक्सस की थी आशंका

कादीपुर में अभियुक्तों की गिरफ्तारी के दौरान कई तथ्य सामने आए थे। रेल संपति की चोरी में किसी बड़े नेक्सस के शामिल होने की आशंका जताई जा रही थी। खुद को ठेकेदार बताने वाला शख्स पूर्व सैनिक रणविजय ङ्क्षसह फर्जी नाम-पते पर लिए गए सिम कार्ड का उपयोग करता था। उससे पूछताछ के आधार पर गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। उच्चाधिकारियों ने सरगना रणविजय को गिरफ्तार करने वाली टीम के सदस्य आरपीएफ के सीआइबी प्रभारी अभय राय, हेड कांस्टेबल विनोद ङ्क्षसह, जनार्दन यादव सहित अन्य कर्मचारियों को पुरस्कृत करने का एलान किया.

Posted By: Inextlive