Varanasi:यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट एग्जाम्स के लिए निर्धारित सेंटर्स की पोल खुलने लगी है. जैसे तैसे लिस्ट में शामिल किए गए इन कॉलेजेज की कमियां पहली मीटिंग में ही सामने आ गयी है. यही नहीं इनकी पैरवी करने वालों को भी मुंह की खानी पड़ी है. जी हां यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटर एग्जाम के लिए बने सेंटर्स का कुछ ऐसा ही हाल है. सोर्स सिफारिश व तीन तिकड़म के बल पर डिपार्टमेंट ने कई कॉलेजेज को सेंटर्स तो बना दिया लेकिन इनके यहां जो कमियां रहीं उन्हें दूर नहीं कराया गया. यही वजह रही कि कम्प्लेन करने वालों को मौका मिल गया और उन्होंने इनकी कम्प्लेन एक बार फिर कर दी. जब जांच हुई तो ये कमियां सही निकलीं जिसके बाद ये एक्शन लिया गया.


लिस्ट से हुए बाहर बोर्ड एग्जाम्स के लिए डिपार्टमेंट ने डिस्ट्रिक्ट के लिए 214 सेंटर्स फाइनल किया था। इन पर मुहर लगाने के लिए पिछले दिनों इसे डिस्ट्रिक्ट कमेटी के सामने रखा गया। कमेटी ने एक एक कर सभी सेंटर्स की पड़ताल की। इसमें तीन सेंटर्स के खिलाफ मिली कम्प्लेन की जांच कराई गई तो कई कमियां पाई गईं। इस रिपोर्ट के बाद इन सेंटर्स के नाम लिस्ट से हटा दिये गए। लिस्ट से हटने वाले कॉलेजेज में सिटी एरिया का एक और रूरल एरिया के दो कॉलेजेज शामिल हैं। यह पहला मौका है जब डिस्ट्रिक्ट कमेटी ने इस तरह की कार्रवाई की है।  अभी आसान नहीं राह
डिपार्टमेंट के उच्च पदों पर बैठे ऑफिसर्स व नकल माफिया का गठजोड़ किसी से छिपा नहीं है। सभी इससे वाकिफ हैं। लेकिन वो शायद भूल गए कि हमारे ऊपर के बड़े ऑफिसर्स की भी हम पर नजर पड़ सकती है। हुए इस गोलमाल पर आखिर डीएम की नजर पड़ ही गयी और सारे खेल से पर्दा उठ गया। लेकिन अभी भी संकट के बादल छटे नहीं हैं। बाकी सेंटर्स पर अभी डिस्ट्रिक्ट कमेटी ने जांच पड़ताल कर अपनी मुहर लगायी है। यहां से मुहर लगने के बाद इस पर मंडलीय कमेटी लिस्ट को फाइनल करेगी। फिर तैयार सेंटर्स की लिस्ट को हेड क्वार्टर भेजा जाएगा।

Posted By: Inextlive