अधिकारियों पर ट्रांसफर-पोस्टिंग का झांसा देकर करता था धन वसूली पुजारी का चोला पहन रहता था रेलवे के अधिकारी रहते थे रडार पर

वाराणसी (ब्यूरो)रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का निजी सचिव (पीए) बताकर ट्रांसफर-पोस्टिंग का झांसा देने वाले जालसाज को साइबर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वह जिला प्रशासन के साथ साथ रेलवे के उच्चाधिकारियों को रेल मंत्री का पर्सनल असिस्टेंट बनकर फोन करता था। इससे अधिकारियों के अंदर भय पैदा करके अपने लाभ के लिए तमाम अनुचित काम करवाता था। इसके एवज में धन वसूली करता था। वह खुद को अपना नाम आरके मिश्रा, पर्सनल असिस्टेंट, रेल मंत्री बताते हुए बाबा विश्वनाथ धाम प्रशासन को कई बार फोन काल किया था। इस दौरान उसने कई लोगों को मंदिर के अंदर दर्शन भी करवाया है.

आरपीएफ के डीजी ने भेजा था पत्र

प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (साइबर क्राइम) को आरपीएफ के महानिदेशक ने पत्र भेजा था कि मोबाइल नंबर 9140605348 से फोन करके रजत कुमार मिश्रा स्वयं को रेल मंत्री का निजी सचिव बताता है। वह रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को काल कर अनुचित दबाव बनाता है, जबकि रेल मंत्री के कार्यालय में इस नाम का कोई अधिकारी या कर्मचारी नहीं है। प्रदेश के एडीजी (साइबर क्राइम) ने इसकी जांच सारनाथ स्थित परिक्षेत्र के साइबर क्राइम थाने की पुलिस को सौंपी थी। इस मामले में 18 अक्टूबर, 2021 को साइबर क्राइम थाने में धोखाधड़ी व आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।

पुजारी के भेष में करता है खेल

गिरफ्तार अपराधी की पहचान रजत कुमार मिश्रा पुत्र घनश्याम मिश्रा ग्राम मठिया थाना शिकारपुर पश्चिमी चंपारण बेतिया बिहार के रूप में हुई है। अपराधी वर्तमान समय में खोजवा रामलीला मैदान छित्तूपुर वाराणसी में रहता था। पुलिस पूछताछ के दौरान रजत मिश्रा ने अपने अपराधों को कूबुल करते हुए बताया कि वह पुजारी के वस्त्र में हमेशा रहता था, जिससे उसकी असलियत की पहचान न हो सके और वह अपने नाकाम मंसूबों को अंजाम दे सके.

फस्र्ट रडार पर रेलवे के अधिकारी

अपराधी रजत के निशाने पर रेलवे के ही अधिकारी थे। इसने सबसे पहले रेल मंत्री का निजी सचिव बताते हुए जनरल मैनेजर ईस्ट कोस्ट रेलवे भुवनेश्वर के बाद डिवीजनल रेलवे मैनेजर हुबली को फोन करके अपने पक्ष में काम करने के लिए दबाव बनाना शुरू किया। पहली बार तो अधिकारी सहम गये और उसके दबाव में काम करने के लिए भी राजी हो गए। यहां तक इसने अपने फर्जी काल के माध्यम से कई सारे ट्रांसफर और पोस्टिंग करने के लिए भी दबाव बनवाया.

लाइजनर बन किया काल

गिरफ्तार अपराधी रजत मिश्रा अपने जुर्म को कबूल करते हुए बताया कि उसने कई बार तो अपने हित को साधने के लिए अधिकारियों को डीएम वाराणसी व डीएम गोरखपुर का लाइजनर बनकर काल किया है। यहां तक कि अधिकारियों के नाम का दुरुपयोग करते हुए वह पैसे भी कमाता है और अपना जीवन निर्वाह करवाता है.

टिकट करवाता था बुक

उसने बताया कि वह बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार के तमाम रेल अधिकारियों को फोन करके टिकट बुक करवा लेता था। उन्हीं बुक हुई टिकटों को फिर बाहर ब्लैक रेट में मार्केट में बेचकर भारी भरकम आमदनी करता था। टिकटों की बुकिंग के दौरान अपने आपको पर्सनल असिस्टेंट शो करने के लिए ये हमेशा बीएसएनएल के मोबाइल नंबर का प्रयोग करता है.

गिरफ्तारी के दौरान बरामदगी

1 एंड्रायड मोबाइल

950 रुपये नकद

गिरफ्तारी टीम

निरीक्षक विजय नारायण मिश्र

प्रभात कुमार द्विवेदी

गोपाल चौहान

गौतम कुमार

राहुल कुमार

अनिल कुमार

अपराधी के खिलाफ जालसाजी एवं फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज था। इसके बाद से उसकी तलाश जारी थी, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके द्वारा निजी सचिव एवं लाइजनर बनकर ठगी का काम किया जाता था.

विजय नारायण मिश्रा, थाना प्रभारी, साइबर सेल, सारनाथ

Posted By: Inextlive