गौडिय़ा मठ में शीतलता प्रदान करने को किया जा रहा चंदन से श्रृंगार बाबा विश्वनाथ व कालभैरव के गर्भगृह में लगा पंखा


वाराणसी (ब्यूरो)प्रचंड गर्मी शुरू होते ही प्रभु को भी गर्मी लगने लगी है। शहर के देवालय, शिवालयों समेत अन्य मंदिरों में प्रभु को गर्मी से राहत के लिए पंखे लगाए गए हैं तो कहीं राधा-कृष्ण को ठंडक प्रदान करने के लिए चंदन से श्रृंगार किया जा रहा है। गर्भगृह में पंखे और कूलर तब तक लगे रहेंगे जब तक गर्मी रहेगी। इसके बाद सावन में श्रावणी श्रृंगार किया जाएगा.

बाबा के लिए लगे 4 पंखे

श्री काशी विश्वनाथ धाम के गर्भगृह में विराजमान बाबा विश्वनाथ को गर्मी के दिनों में ठंडक प्रदान करने के लिए गर्भगृह में चार पंखे लगा दिए गए हैं। इसके अलावा बाबा विश्वनाथ को शीतलता प्रदान करने के लिए जलाभिषेक भी किया जा रहा है। इसके अलावा गर्भगृह के बाहर भी कूलर और पंखा लगाया गया है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के एसडीएम शंभूशरण ने बताया कि गर्भगृह में चार पंखे को लगा दिया गया है.

कालभैरव को लगा पंखा

कालभैरव मंदिर में बाबा कालभैरव को ठंडक प्रदान करने के लिए दो पंखा लगाया गया है। मंदिर के महंत राजेश दूबे ने बताया कि एक हफ्ता पहले ही बाबा को गर्मी से राहत के लिए पंखा लगाया गया है। इसके अलावा परिसर में भी पंखे का इंतजाम किया गया है। आम मनुष्य को गर्मी लगती है तो बाबा को क्यों नहीं लगेगी। इसको देखते हुए बाबा को भी पंखा लगाकर राहत प्रदान की जा रही है.

गौडिय़ा मठ में चंदन श्रृंगार

सोनारपुरा स्थित गौडिय़ा मठ में भीषण गर्मी को देखते हुए राधा-कृष्ण का चंदन से श्रृंगार किया जा रहा है। चंदन का श्रृंगार करने सेे प्रभु को गर्मी के दिनों में शीतलता प्रदान होती है। इसके अलावा कूलर और पंखा भी लगाया गया है। ग्रीष्म ऋतु के भाव से ही ठाकुरजी की सेवा-चाकरी होती है। प्रभु की हवेली में ठंडक के तमाम इंतजाम किए जाते हैं। हाथों से पंखे की परंपरागत सेवा के अलावा चंदन, खस की सेवा तो होती ही है, दीवारों पर भी शीतल जल छिड़का जाता है.

Posted By: Inextlive