-पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम की हर तरफ दिख रही है लापरवाही

-घर के अंदर से दौड़ा रहे हैं हाईटेंशन तार

-शहर भर में लटक रहा हैं मौत का तार

-कभी भी किसी को भी लग सकता हैं हजार वोल्ट का झटका

11 हजार वोल्ट के हाईटेंशन तार दौड़ रहे हैं रामनगर क्षेत्र में सैकड़ों घरों के ऊपर से

440 वोल्ट का पोल यहां घर के अंदर से ही खड़ा कर दिया गया है नेवादा क्षेत्र में

हाईटेंशन पोल पर सुधार काम कर रहे संविदाकर्मी की मौत को प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ने भी पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) की बड़ी लापरवाही मानी है। बगैर सेफ्टी किट पहने लाइन बनाने के दौरान बिजली कर्मी के मौत की वजह जानने के लिए भले ही अब जांच शुरू कर दी जाए, लेकिन सच तो ये हैं कि पीवीवीएनएल लापरवाही का करंट शहर के हर छोर पर दौड़ा रहा है। इस करंट से कब किसकी मौत हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। रविवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने बिजली विभाग के इस लापरवाही के तार की हकीकत जानने के लिए शहर के कई क्षेत्रों की पड़ताल की। जहां से चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आई।

कमरे के नीचे पोल ऊपर हाईटेंशन का तार

रावण के आकार में बने हाईटेंशन पोल को देखते ही जहां लोग उस रास्ते से गुजरने में तौबा करते हैं, वहीं बिजली विभाग का यह पोल घनी आबादी वाले क्षेत्रों में खड़ा होकर लोगों की मौत से खेल रहा है। रामनगर क्षेत्र में सैकड़ों घरों के ऊपर से 11 हजार वोल्ट के हाईटेंशन तार दौड़ रहे हैं। अगर तेज हवा या जोरदार आंधी चली और तार टूटा तो कितनों की मौत होगी इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता। ऐसी ही भयानक तस्वीर नेवादा क्षेत्र में दिखी। यहां तो बिजली विभाग ने लापरवाही की सारी हदें ही पार कर दी है। यहां घर के अंदर से 440 वोल्ट का पोल खड़ा कर दिया गया। इस पोल के नीचे बकायदा कमरा बना हुआ है, जो शायद विभागीय अधिकारियों को दिखाई नहंी दे रहा।

मकान के ऊपर 33 हजार वोल्ट का तार

सुंदरपुर क्षेत्र में भी जिस प्राइवेट नर्सिग होम में लोग टूटी हड्डी का इलाज कराने आते हैं उस नर्सिग होम की छत के ऊपर से हाईटेंशन की लाइन जा रही है। अगर मरीज के परिजन छत पर चले जाएं तो वहां दौड़ रहे करंट के चपेट में कभी भी आ सकते हैं। वहीं चितईपुर स्थित इंद्रा नगर कॉलोनी में रहने वाले सबसे खतरनाक लाइन के नीचे रहने को मजबूर है। यहां मकानों के ऊपर से उस 33 हजार वोल्ट के हाईटेंशन तार को दौड़ाया गया है, जिसकी सप्लाई एक जिले से दूसरे जिले को हो रही है।

बंद कर दिया छत पर जाना

कई जगह खुले तारों और मौत के डर की वजह से कॉलोनीवासियों ने छत पर जाना बंद कर दिया है। बहुत सारे लोग चाहकर भी दो तल से ऊपर मकान नहीं बनवा नहीं पा रहे है, जिन्होंने बनवाया भी है तो डर से इस्तेमाल भी नहंी कर रहे हैं। सारनाथ स्थित तिब्बती संस्थान रोड से बल्लभ विहार कॉलोनी होते हुए नवपुरा को जोड़ने वाली लाइन भी हाइटेंशन है। यह तार कॉलोनी में स्थित कई घरों के छतों से होकर गुजर रहा है। जो हादसे को निमंत्रण दे रहा है। स्थानीय लोगों की मानें तो कुछ साल पहले इसी तार की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है। बावजूद इसे विभाग ने अब इसे हटाने की जहमत नहीं उठा रहा है।

Posted By: Inextlive