-अंतरर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने विभिन्न विभागों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाली महिलाओं से रूबरू करा रहा है

महिलाएं हर फिल्ड में अपना नाम रोशन कर रही हैं। पुरुषों के मुकाबले देखें तो वर्किंग लेडी दोहरी भूमिका में हैं। घर हो या ऑफिस, सामंजस्य बैठाने की काबिलियत के आगे पूरी दुनिया इनके नतमस्तक है। एक तरफ ऑफिस है तो दूसरी ओर घर, परिवार व बच्चे। सभी पर उनकी बराबर नजर है। लाख चुनौतियों के बीच किचन का काम हो, शॉपिंग हो, बच्चों को स्कूल भेजना हो या परिवार में सबकी देखभाल करने का कार्य वे बखूबी सबकुछ निभाती हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने कुछ ऐसी ही महिलाओं को आपके सामने लेकर आने का काम किया है। ये किसी प्रेरणा से कम नहीं हैं।

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रेलवे में महिलाओं के लिए चैलेंजेज अन्य डिपार्टमेंट से ज्यादा है, पर रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन व फेमिली मेंबर्स के सहयोग से इन परेशानियों को मैं आसानी से दूर कर लेती हूं। जीएम जैसा पद और परिवार को साथ साथ लेकर चलना चुनौती तो है पर यह प्रेरणा भी देता है। पीएम के संसदीय क्षेत्र में कार्य करने में मुझे काफी गर्व महसूस हो रहा है। रेलवे जैसे टफ जॉब में से घर परिवार के लिए भी समय निकालना होता है, शुरुआत में परेशानी थी पर अब कोई समस्या नहीं है। सभी को मैनेज कर लेती हूं।

अंजली गोयल, जीएम

बीएलडब्ल्यू

वाराणसी के विकास में वीडीए का बहुत बड़ा रोल है। पीएम का संसदीय क्षेत्र होने के नाते जिम्मेदारी और बड़ी हो जाती है। ऐसी स्थिति में प्रशासनिक कार्यो में ज्यादा समय बीतता है। बावजूद इसके घर के प्रति भी मेरी जिम्मेदारी है। प्रशासनिक कार्यो के बाद जो भी समय मिलता है तो जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल करती हूं। बावजूद इसके घर और परिवार के प्रति जिम्मेदारी को भी निभाती हूं, शॉपिंग से लेकर राशन, रसोई, कपड़े, सफाई सारी चीजों को स्वयं मैनेज करती हूं। मुझे लगता है कि अन्य सभी कामकाजी महिलाएं भी घर और बाहर की दोहरी जिम्मेदारी निभाती हैं, और वो भी बखूबी।

-ईशा दुहन, वीसी-वीडीए

जरूरतमंदों को विधिक सेवा उपलब्ध कराना एक बड़ी चुनौती है। विधिक सेवा प्राधिकरण से आमजन को बहुत उम्मीद है। इस भरोसे को कायम रखना भी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। दूसरी तरफ मेरी फैमिली भी मेरी प्राथमिकता है। ड्यूटी के बाद जब मैं घर लौटती हूं तो मैं हाउस वाइफ की भूमिका में आ जाती हूं। शाम के समय बच्चों को पढ़ाती हूं। इसके बाद किचन भी खुद हैंडल करती हूं।

-सुधा सिंह, विधिक सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिककरण

राजातालाब तहसील में जमीन और खनन की शिकायतें ज्यादा आती हैं। मौके पर जाकर इसका सत्यापन करना और ग्रामीणों को समझाने में काफी दिक्कतें आती हैं। सरकार की सभी योजनाओं को गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वित कराना भी बड़ी चुनौती है। ड्यूटी के दौरान बच्चों ने समय पर खाना खाया या नहीं, पढ़ाई कर रहे हैं या नहीं समेत तमाम जिम्मेदारियां होती हैं, जिसे निभाना भी जरूरी है। इस दोहरी जिम्मेदारियों का हर दिन निर्वहन करना भी बड़ा काम है। यह एक महिला ही बखूबी कर सकती है।

-नीलम दुबे, न्याययिक तहसीलदार

Posted By: Inextlive