नदियों वाले शहरों को नदी महोत्सव मनाना चाहिए. नदियों की महिमा को फैलाने की जरूरत है. ताकि लोग उन पर गर्व करें और उन्हें स्वच्छ रखें. नदियों को शहर के जीवन के केंद्र में वापस लाया जाना चाहिए. यही एक नया जीवन लाएगा. काशी की इकोनॉमी को गंगा से ही ताकत मिलती है इसलिए काशी के साथ पूरे देशवासियों को नदियों को साफ सुंदर व स्वच्छ रखना चाहिए. तबाह हो रही नदियों के उद्धार पर काम करना चाहिए. ये बातें पीएम नरेंद्र मोदी ने कहीं.

वाराणसी (ब्यूरो)। पीएम बड़ा लालपुर स्थित टीएफसी में आयोजित अखिल भारतीय मेयर सम्मेलन को वर्चुअल संबोधित कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने कार्यक्रम का उद्धाटन किया। इस दौरान सीएम योगी, केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, राज्यमंत्री डॉ। नीलकंठ तिवारी भी मौजूद रहे।

पानी की जरूरत होगी पूरी
पीएम ने कहा कि हम नगरीय विकास तो करें, लेकिन छोटी-छोटी नदियों के उद्धार के लिए आगे भी बढ़ें ताकि उन नदियों से ही हमारी पानी की जरूरत पूरी हो जाए। विकास पर जोर देते हुए पीएम ने कहा कि व्यापारी से लेकर आम आदमी को सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद करना होगा। इसके लिए हमें अपनी आदतों में बदलाव करना होगा और घरों से झोला लेकर निकलना होगा। उन्होंने कहा कि जो प्लास्टिक चलन में आ गया है, उसका भी उपयोग करके हमें एक रेवेन्यू मॉडल बनाना होगा। लोकल ब्रांड की मजबूती करके ही हम इकोनॉमी को नए स्तर पर ला सकते हैं।

थोड़ी सक्रियता से होगा बड़ा बदलाव
पीएम ने देश भर के मेयर को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपनी आदत में बदलाव के साथ सक्रियता को बढ़ाना होगा। थोड़ी सक्रियता से बड़ा बदलाव हो सकता है। जैसे अगर किसी बिजली के खंभे पर बल्ब जल रहा है तो उसको एलईडी में कन्वर्ट कर वहां रोशनी लाकर बिजली का बिल आधा किया जा सकता है।

बनारसी पान व साड़ी की चर्चा
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी व सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में पीएम ने लोकल ब्रांडिंग पर जोर दिया। इसके लिए उन्होंने एक जिला, एक उत्पाद के स्लोगन पर जोर देने को कहा। संसदीय क्षेत्र केबनारसी पान की चर्चा करते हुए कहा कि जिस तरह से बनारस में पान, बनारसी साड़ी की चर्चा देश के कोने-कोने में होती है उसी तरह अपने जिला के उत्पाद को आम आदमी की सहभागिता से उसकी ब्रांडिंग की जा सकती है। उन्होंने अपने शहर की ब्रांडिंग के लिए शहरों का जन्मदिवस उत्साह मनाने को कहा। साथ ही काशी आये मेयर से बनारसी पान का स्वाद भी चखने की अपील की।

डेवलपमेंट में एंटीग्रेटेड मॉडल लाना होगा
पीएम ने अपने भाषण के दौरान स्वच्छता, पेयजल व रिसाइकिलिंग पर सभी का ध्यान आकृष्ट कराये रखा। उन्होंने डेवलपमेंट मॉडल में एंटीग्रेटेड मॉडल लाने की बात कही। सूरत का उदाहरण देते हुए पीएम ने कहा कि वहां फ्लाईओवर की भरमार है, लेकिन ऐसा नहीं कि वहां ट्रैफिक की समस्या खत्म हो गई है। बल्कि उसे और बेहतर करने की दिशा में सोचते हुए आगे बढऩा होगा और इसके लिए आम जन की सहभागिता जरूरी है।

इवोलुशन नहीं रिवोलुशन की जरूरत
पीएम ने कहा कि नए भारत के विकास के लिए क्रांति की नहीं, जागरूकता व अभ्युदय की जरूरत है तभी हम भारत के निचले स्तर के व्यक्ति तक पहुंच सकते हैं। पीएम ने पीएम स्वनिधि की चर्चा करते हुए निचले स्तर के वेंडरों के आर्थिक स्तर पर चर्चा करते हुए डिजिटल इंडिया की बात की। कहा कि वेंडर देश की माइक्रो इकोनॉमी में बेहतर योगदान दे रहे हैं, लेकिन उनकी चिंता कोई नहीं कर रहा है। कोरोना में वह सभी की जरूरतों को पूरा करने में सबसे बेहतर माध्यम बने। उन्हें पीएम स्वनिधि का लाभ दिलाते हुए बैंकों से डिजिटल लेनदेन को सिखाना होगा ताकि बैंक का पूरा काम वह ऑनलाइन मोबाइल से कर सकें। पीएम ने पीएम स्वनिधि योजना पर देशभर के मेयरों से सुझाव मांगते हुए काशीवासियों को कुछ सिखाने की बात कही। कहा कि अगर आप लोग कुछ सिखाते हैं तो मैं पहला विद्यार्थी हूं।


पीएम ने काशी से बनाये रखा रिश्ता
करीब 41 मिनट के भाषण के दौरान पीएम ने काशी व काशीवासियों से अपना नाता जोड़े रखा। पीएम ने अपने भाषण की शुरुआत ही हर-हर महादेव से की। भाषण के दौरान उन्होंने सभी मेयर से पूरे बनारस का भ्रमण करने, घाटों की सुंदरता निहारने, बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने की अपील तो की ही साथ ही काशीवासियों से अगर किसी भी तरह की मेहमाननवाजी में कमी होने पर माफी भी मांगी। कहा कि काशी मेहमाननवाजी के लिए जाना जाता है, लेकिन अगर कोई उसमें कमी हुई होगी तो उसमें दोष मेरा होगा, काशी का नहीं। अंत में उन्होंने कहा कि मुझे काफी प्यार करते हैं काशीवासी।

काशी मॉडल पर चर्चा
काशी से अपनापन का भाव जताते हुए उन्होंने कहा कि यहां बेहतर काम हो रहा है इसलिए बनारस व मेरी काशी को इसके लिए चुना गया है। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि बाबा विश्वनाथ से आशीर्वाद व प्रेरणा लेकर आप लोग भी अपने शहर के विकास पर काम करेंगे। जैसे काशी की प्राचीनता में नवीनता दिखती है उसी तरह आप अपने शहर को भी कर सकते हैं। काशी विकास का रोड मैप पूरे देश के लिए बनेगा। काशी की तर्ज पर ही सभी शहरों में पारम्परिक व नए तौर-तरीके विकसित करने होंगे तभी हम उन्नत व नए भारत की संकल्पना को साकार कर सकेंगे।


स्वच्छता के लिए सभी को संकल्प लेना होगा
पीएम ने शहरों की सफाई के लिए सभी को स्वच्छता के लिए संकल्प लेने की जरूरत को बताया। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी की ओर से इशारा करते हुए कहा कि इसके लिए स्पर्धा भी कराने की जरूरत है ताकि सभी में अपने शहर, वार्ड को स्वच्छ रखने की स्पर्धा बढ़े। ऐेसा करने से वार्डों की खुबसूरती भी बढ़ेगी। इसके लिए उन्होंने रंगोली स्पर्धा के अलावा लोरी गाने जैसी परम्पराओं को भी अपनाने की जरूरत बताया। पीएम ने शहरों की खूबसूरती के लिए चौराहों को पीपीपी मॉडल पर विकसित करने व चौराहों पर लगे मूर्तियों आदि की साफ-सफाई पर जोर दिया।

Posted By: Inextlive