Varanasi: वैसे तो आपने ये सुना होगा कि बाप नंबरी और बेटा सौ नंबरी लेकिन इस कहानी में थोड़ा ट्विस्ट है. यहां बेटा तो सौ नंबरी ही है लेकिन बाप नंबरी नहीं बल्कि मां नंबरी है. ये सुनने में थोड़ा अजीब जरुर लग रहा होगा लेकिन ये सच है. दरअसल शुक्रवार को कैंट पुलिस ने कैंटोमेंट एरिया से एक ऐसे मां बेटे को अरेस्ट किया है. जिन्होंने एक दो नहीं बल्कि सैकड़ों महिलाओं को स्वर्ण जयंती योजना के अन्र्तगत हाउस लोन दिलाने के नाम पर 25-25 हजार रुपये एैंठे और भाग निकली. हालांकि आरोपी महिला और उसके बेटे के खिलाफ लोगों ने सिगरा थाने में एफआईआर दर्ज करा रखी है. इसलिए पुलिस ने मां बेटे दोनों को सिगरा पुलिस के हवाले कर दिया.


पुराना है मामला


25 जून को सिगरा थाने में लगभग आधा दर्जन से ज्यादा महिलाओं ने लल्लापुरा की रहने वाली शकीला खातून और उसके बेटे सलमान के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था और उसी दिन कुछ महिलाएं शकीला को पकड़ थाने भी लाई थी लेकिन वो वहां से भाग निकली थी। आरोप है कि लोन व रोजगार दिलाने के नाम पर शकीला ने अपने बेटे सलमान संग मिलकर लोगों को लाखों रुपये चूना लगाया है। लल्लापुरा की रहने वाली शकीला इन दिनों सोनिया स्थित कस्तूरबा नगर में रेंट पर रह रही थी। शकीला ने खातून स्वर्ण जयंती रोजगार योजना व गृह उद्योग के लिए लोन दिलाने के नाम पर कई महिलाओं से 25-25 हजार रुपये लिए हैं। भुक्तभोगियों का आरोप है कि रुपये देने के बाद भी उनको न तो लोन मिला और न ही रोजगार। इसके बाद उन्होंने उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोपी की खासियत है कि वह घर बदल-बदल कर रहती है।भुक्तभोगी ने ही पकड़ा

पुलिस का कहना है कि आरोपी महिला शकीला व उसके बेटे को उन पुलिस ने पकड़ा है जबकि सच ये है कि इन दोनों को पकड़ा एक भुक्तभोगी महिला ने। सूजाबाद पहडिय़ा की रहने वाली सुनीता गुप्ता को उनके पति मनोज ने फोन पर सूचना दी कि शकीला बेटे संग कैंटोमेंट में एटीएम से रुपये निकालने जा रही है। इस सूचना पर पास में ही मौजूद सुनीता ने वहां पहुंच शकीला को पकड़ा और पुलिस को सूचना दे दी। जिसके बाद कैंट पुलिस ने मौके पर पहुंच शकीला व उसके बेटे को अरेस्ट कर लिया।

Posted By: Inextlive